नई दिल्ली (अनिल लाम्बा) :पहले करनाल के कंबोपुरा गांव के पूर्व सरपंच कर्म सिंह की हत्या के बाद उसके ममेरे भाई वैसर निवासी चमेल सिंह की हत्या और अब चमेल सिंह के भतीजे नरेंद्र के लापता होने से गांव में सनसनी फैल गई है। तीन दिन से लापता नरेंद्र का अभी तक कोई सुराग नहीं है। नरेंद्र की मां भगवानी देवी ने मतलौडा पुलिस थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई है। बताया जाता है कि नरेंद्र पुत्र जयभगवान मतलौडा बस अड्डे पर किराने की दुकान चलाता है। गुरुवार को वह दोपहर करीब 12 बजे किसी काम से सेंट्रल बैंक मतलौडा गया था, लेकिन शाम तक जब वह वहां से वापस नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इसके बाद उन्होंने मतलौडा पुलिस थाने में नरेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मतलौडा थाना प्रभारी विरेंद्र दलाल का कहना है कि पुलिस नरेंद्र की तलाश में जुटी हुई है।
जंतर-मंतर पर गूंजा मामलानई दिल्ली (अनिल लाम्बा) : हरियाणा में एक कैबिनेट मंत्री व एक सीपीएस के पद मुक्त होने का कारण बना बहुचर्चित कर्मसिंह हत्याकांड शनिवार को दिल्ली में भी गूंजा। प्रदेश के सैन समाज के अध्यक्ष राजीव सैन की अगुवाई में इस समाज के लोगों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया। धरने के दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने पूर्व परिवहन मंत्री ओपी जैन व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव जिले राम शर्मा की गिरफ्तारी, सीबीआई जांच व अब तक की जांच के तथ्य सार्वजनिक किए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद लोगों ने स्थानीय पुलिस के जरिए राष्ट्रपति, पीएम, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी, विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज व मानवाधिकार आयोग के नाम ज्ञापन सौंपा। प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक अजय सिंह चौटाला के अलावा पार्टी के दो अन्य विधायक नरेंद्र सांगवान, तेलू राम जोगी एवं पूर्व विधायक रोशनलाल आर्य ने भी धरने में शिरकत की। अजय चौटाला ने आरोप लगाया कि पूर्व सरपंच कर्मसिंह की हत्या के मामले में ओपी जैन व जिलेराम शर्मा के खिलाफ सबूत होते हुए भी पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। इससे न केवल चौपट कानून- व्यवस्था की पोल खुल गई है बल्कि यह बात भी साबित हो गई है कि प्रदेश में सरकारी नौकरियां सरेआम नीलाम हो रही हैं।