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शुक्रवार, 4 मार्च 2011
हत्यारोपी के परिवार का हुक्का-पानी बंद
गांव की महापंचायत में लिया गया फैसला
डबवाली-क्षेत्र के गांव सावंतखेड़ा में 11 फरवरी को वृद्धा गुरदेव कौर की हत्या के आरोपी भोला उर्फ निक्कू के परिवारजनों का गांव की पंचायत ने हुक्का-पानी बंद कर दिया है। यह फैसला बीती शाम गांव में हुई महापंचायत में सर्वसम्मति से लिया गया जिसकी अध्यक्षता गांव के सरपंच रणजीत सिंह ने की। बीती शाम गांव में महापंचायत बुलाई गई थी जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। देर शाम तक चली पंचायत में उपस्थित ग्रामीणों ने एक स्वर में निर्णय लिया कि गुरदेव कौर के हत्यारोपी भोला के परिवार के सदस्यों से कोई भी लेन-देन नहीं रखेगा। न कोई उनके घर जाएगा और कोई भी ग्रामीण उन्हें मजदूरी या काम पर नहीं रखेगा। यहां तक की गांव की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं पर रोक लगा दी है। इसके अलावा पंचायत में गांव में मोबाइल फोन पर फिल्मी गाने बजाने वाले युवकों पर भी लगाम लगाने का निर्णय हुआ। ग्रामीणों के कहा कि कुछ युवक अपने मोबाइल पर ऊंची आवाज में फिल्मी गाने बजाते हुए गलियों में घूमते हैं जिससे गांव का माहौल बिगड़ रहा है। ऐसे युवकों पर अंकुश लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय गुरदेव कौर का शव 11 फरवरी को गांव के पास खेत में पड़ा मिला था जिसके हाथ-पांव उसी के कपड़ों से बंधे हुए थे। आशंका यह भी जताई जा रही है कि वृद्धा की रेप के बाद हत्या की गई थी। पुलिस जांच में गुरदेव के पास काम करने वाले भोला पर हत्या का शक हुआ था। बाद में पुलिस ने भोला को गिरफ्तार करके पूछताछकी तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली थी और अब आरोपी जिला जेल में बंद है।
डबवाली-क्षेत्र के गांव सावंतखेड़ा में 11 फरवरी को वृद्धा गुरदेव कौर की हत्या के आरोपी भोला उर्फ निक्कू के परिवारजनों का गांव की पंचायत ने हुक्का-पानी बंद कर दिया है। यह फैसला बीती शाम गांव में हुई महापंचायत में सर्वसम्मति से लिया गया जिसकी अध्यक्षता गांव के सरपंच रणजीत सिंह ने की। बीती शाम गांव में महापंचायत बुलाई गई थी जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। देर शाम तक चली पंचायत में उपस्थित ग्रामीणों ने एक स्वर में निर्णय लिया कि गुरदेव कौर के हत्यारोपी भोला के परिवार के सदस्यों से कोई भी लेन-देन नहीं रखेगा। न कोई उनके घर जाएगा और कोई भी ग्रामीण उन्हें मजदूरी या काम पर नहीं रखेगा। यहां तक की गांव की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं पर रोक लगा दी है। इसके अलावा पंचायत में गांव में मोबाइल फोन पर फिल्मी गाने बजाने वाले युवकों पर भी लगाम लगाने का निर्णय हुआ। ग्रामीणों के कहा कि कुछ युवक अपने मोबाइल पर ऊंची आवाज में फिल्मी गाने बजाते हुए गलियों में घूमते हैं जिससे गांव का माहौल बिगड़ रहा है। ऐसे युवकों पर अंकुश लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय गुरदेव कौर का शव 11 फरवरी को गांव के पास खेत में पड़ा मिला था जिसके हाथ-पांव उसी के कपड़ों से बंधे हुए थे। आशंका यह भी जताई जा रही है कि वृद्धा की रेप के बाद हत्या की गई थी। पुलिस जांच में गुरदेव के पास काम करने वाले भोला पर हत्या का शक हुआ था। बाद में पुलिस ने भोला को गिरफ्तार करके पूछताछकी तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली थी और अब आरोपी जिला जेल में बंद है।
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मिर्चपुर कांड को दोहराने नहीं दिया जाएगा--करनैल सिंह औढ़ा
डबवाली- गांव सावंतखेड़ा में हत्यारोपी बोला सिंह उर्फ निक्का सिंह उर्फ गुरदीप सिंह के परिवार का बहिष्कार की घोषणा के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। गांव वासियों के इस फरमान को लेकर सिक्ख समुदाय सकते में है। वे गांव वासियों के इस फरमान को न्याय संगत नहीं मानते दूसरी और गांव वासियों के इस कदम के बाद सुरक्षा के लिहाज से भारी संख्या में गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। थाना शहर डबवाली के प्रभारी बलवंत जस्सू, औढ़ा थाना प्रभारी हीरा लाल व कालांवाली थाना के प्रभारी विक्रम नेहरा व महिला पुलिस बल की टूकड़ी व दल बल के साथ दिन भर गांव सावंतखेड़ा में डटे रहे। इंडियन बहुजन संदेश पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सरदार करनैल सिंह औढ़ा ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ निक्का सिंह के घर पहुंचे व उन्होंने इस मौके पर पत्रकारों से बातचित करते हुए बहिष्कार के निर्णय को गलत ठहराया।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग गांव के भाईचारे का माहौल खराब करना चाहते है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मिर्चपुर कांड को दोहराने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी जाति, समुदाय के बहिष्कार का अधिकार किसी के पास नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में शीघ्र ही पुलिस कप्तान से मुलाकात करेंगे और ये फरमान जारी करने व गांव का माहौल खराब करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि हत्या के मामले में बोला उर्फ निक्का को फंसाया गया है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर निक्का सिंह को न्याय नहीं मिला तो उन्हें मजबूरन आंदोलन चलाना पड़ेगा। इस मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष बूटा सिंह, कालांवाली हलका प्रधान नछतर सिंह, हरदेव सिंह, मदन लाल, रामां सिंह, मक्खन सिंह, बलजिंद्र सिंह उपस्थित थे।
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थाना शहर डबवाली पुलिस द्वारा गांव सावंतखेड़ा में वृद्धा गुरदेव कौर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए युवक बोला सिंह उर्फ निक्का सिंह के परिजनों ने उसे निर्दोष करार देते हुए कहा है कि राजनीतिक रंजिश के तहत उसे फंसाया जा रहा है। निक्का सिंह के भाई जगसीर सिंह और बहन कर्मजीत कौर ने पत्रकारवार्ता में आरोप लगाया है कि गांव के ही एक व्यक्ति के इशारे पर पुलिस ने निक्का सिंह की बेरहमी से पिटाई की और जर्बदस्ती डंडे के जोर पर हत्या की बात कबूल करवाई। उन्होंने आरोप लगाया है कि वह न तो अजैब सिंह का सीरी है और न ही उसने कभी उनके यहां नौकरी की है। पुलिस इस मामले मेंं झूठी कहानी गढ़ रही है। उन्होंने गांव के सरपंच रणजीत सिंह पर कई आरोप लगाए है। उधर, इस मामले में गांव सरपंच रणजीत सिंह का कहना है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले की जांच की है और गांव वासियों ने अपने स्तर पर उनके परिवार के बहिष्कार का फैंसला लिया है।
विवाहिता ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त की
डबवाली- उपमंडल के गांव लोहगढ़ में एक विवाहिता ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतका की पहचान कर्मजीत कौर पत्नी जगपाल सिंह के रूप में हुई है। घटना वीरवार देर रात की है। इस मामले में पुलिस ने मृतका के भाई जगसीर सिंह के ब्यानों पर सुसरालियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का का मामला दर्ज किया है। घुक्कांवाली निवासी जगसीर सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में आरोप लगाया कि उसकी बहन कर्मजीत कौर का विवाह 2 वर्ष पूर्व लोहगढ़ निवासी गुरचरण सिंह के पुत्र जगपाल सिंह के साथ हुआ था। विवाह के कुछ देर बाद ही ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। उसने बताया कि करीब 7 माह पूर्व उसके पिता वारू सिंह का देहांत हो गया था। जिसके बाद उनकी 26 एकड़ भूमि में सभी बहनों ने अपने हिस्से की भूमि उसके नाम कर दी। इस बात की जानकारी जब कर्मजीत के ससुराल वालों को मिली तो उन्होंने उसकी बहन को प्रताडि़त करना आरम्भ कर दिया। जिससे परेशान होकर उसकी बहन को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि वीरवार सायं करीब 7 बजे गांव लोहगढ़ के पटवारी बलविंद्र सिंह ने फोन पर उसकी बहन की मौत की सूचना दी। सूचना मिलने के उपरांत वह अपने चाचा गुरसेवक सिंह व बलदेव सिंह को साथ लेकर डबवाली के राजकीय अस्पताल में पहुंचा। जहां पर उसकी बहन का शव पड़ा था और उसकी बहन के ससुराल पक्ष का कोई भी व्यक्ति नहीं था। गांव के पूर्व सरपंच हरबंस सिंह ने बताया कि कल सायं 6 बजे के करीब जगपाल सिंह की माता हरबंस कौर उर्फ पालो ने शोर मचाया कि उसकी बहु कर्मजीत कौर ने फांसी लगा ली है। आसपड़ौस के लोगों ने उसे नीचे उतार कर डबवाली के राजकीय अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच कर रहे चौटाला चौकी के प्रभारी जीत राम ने बताया कि पुलिस इस मामले में मृतका के भाई जसवीर सिंह के ब्यान पर पति जगपाल सिंह, सास हरबंस कौर व देवर बग्गा सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।
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