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बुधवार, 23 सितंबर 2009
अपने ही घरेलु मैदान में, उतरी पिता -पुत्र की जोड़ी,
( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)-
प्रदेश में सत्ता संग्राम की बिसात बिछ चुकी है और अभी से शह-मात का खेल शुरू हो गया है। इस खेल में उतरे दलों के प्यादे अपनी हर कुर्बानी देने को तैयार हैं। लेकिन जब बड़ मोहरे मैदान में आ जाएं तो इनकी चाहत भी अपने घर की सुरक्षा की भावना से ऊपर उठने की होती है ताकि जोश बरकरार रहे। सिरसा जिला के अंतर्गत आने वाले पांचों विधानसभा हलकों में ऐसा कुछ देखने में आ भी रहा है। खासकर इंडियन नेशनल लोकदल के संदर्भ में यह नजारा अब आम हो गया है। गृह जिला के दो विधानसभा हलकों से पार्टी के दो हैवीवेट व पिता-पुत्र के चुनावी मैदान में उतरने से महज राजनीतिक पंडितों का गणित ही नहीं गड़बड़ाया है अपितु इनेलो कार्यकर्ताओं में नई स्फूर्ति का संचार भी हुआ है। दरअसल दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का दबदबा शुरू से ही रहा है। अगर डबवाली विधानसभा क्षेत्र की अतीत के पन्नों को खंगालें तो वर्ष 1987 में तत्कालीन लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े मनीराम ने जीत दर्ज करते हुए 64.72 फीसदी मत प्राप्त कर विपक्षी प्रत्याशी का हौसला ही पस्त कर दिया था। वर्ष 1996 में भी मनीराम ने 35.81 फीसदी मत प्राप्त कर समता पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। वर्ष 2000 में एक बार फिर जब डा. सीताराम इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी के रूप में इस विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे तो उन्होंने पार्टी की मत प्रतिशतता में भारी इजाफा करते हुए 62.2 फीसदी मत प्राप्त किए। उनका यह दबदबा वर्ष 2005 में भी बरकरार रहा और इस वर्ष भी उन्होंने भारी मतों से जीत दर्ज की। जहां तक ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र में इंडियन नेशनल लोकदल के वर्चस्व की बात है तो उपलब्ध आंकड़े बताते हैं कि लोकदल के समय भी पार्टी प्रत्याशी भागीराम ने वर्ष 1982 में 52.27 फीसदी तो 1987 में 58.74 फीसदी मत प्राप्त कर अपना परचम लहराया। भागीराम ने वर्ष 2000 में भी इनेलो प्रत्याशी के रूप में 54 फीसदी से अधिक मत प्राप्त कर इंडियन नेशनल लोकदल के मजबूत जनाधार को दर्शाया। उनकी जीत के सिलसिले को वर्ष 2005 में भी डा. सुशील इंदौरा ने बरकरार रखा और इस सीट पर इनेलो के वर्चस्व को साबित किया। इतनी सशक्त पृष्ठभूमि के साथ ऐलनाबाद व डबवाली विधानसभा क्षेत्र से पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला व अजय सिंह चौटाला के उम्मीदवार बनने से राजनीतिक गलियारे में पार्टी द्वारा दिए गए संदेश की चर्चा बनी हुई है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इससे न केवल ऐलनाबाद व डबवाली सीट जीत के लिहाज से सुरक्षित होने की संभावना बढ़ी है बल्कि रानियां, कालांवाली व सिरसा के उम्मीदवारों के आत्मबल में भी वृद्धि हुई है। इनेलो के सिरसा प्रत्याशी पदम चंद जैन, रानियां के कृष्ण कंबोज भी इस सच्चाई से इनकार नहीं करते। उनका कहना है कि नि:संदेह ओमप्रकाश चौटाला व अजय सिंह चौटाला के मैदान में उतरने की घोषणा ने प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं में नई जान फूंकने का काम किया है।
लेबल:
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सिरसा में नए चेहरे ज्यादा सिरसा
डबवाली (सुखपाल सावंत खेडा)- सत्ता का संग्राम अब रोमांचक दौर में प्रवेश करने लगा है। कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। जिन पार्टियों ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है, उनमें से अधिकतर नए चेहरे हैं। इनेलो ने रानियां से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने वाले कृष्ण कंबोज को मैदान में उतारा है। हरियाणा जनहित कांग्रेस ने राजनीतिक बिसात के धुरंधर व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के समक्ष पहली बार चुनाव लड़ रहे देवीलाल को मैदान में उतारा है। यह अलग बात है कि देवीलाल क्षेत्रवासियों के लिए कोई अनजाना नाम नहीं है। वह दड़बा के सरपंच रहे हैं तथा ग्रामीण क्षेत्र में उनकी अच्छी पैठ रही है। हजकां से ही सिरसा में वीरभान मेहता को उतारा गया है। मेहता भी पहली बार विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। मेहता काफी समय से राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। वह कांग्रेस से जुड़े रहे और जिला स्तर से लेकर प्रांत स्तर तक की जिम्मदारियों का भी वहन किया। 2009 लोकसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले उन्होंने हरियाणा जनहित कांग्रेस का दामन थाम लिया। भाजपा ने भी रानियां से पार्टी के जिला महासचिव शीशपाल कंबोज को मैदान में उतारा है। कंबोज अपने पैतृक गांव फिरोजाबाद से सरपंच का चुनाव लड़ चुके हैं। सिरसा से माकपा ने भी नए चेहरे पर दांव खेला है। पार्टी ने यहां से बलवीर कौर गांधी को मैदान में उतारा है। एडवोकेट गांधी जनवादी महिला समिति से भी सक्रिय रूप से जुड़ी रही हैं।
करोड़ों की मालकिन हैं किरण चौधरी
तोशाम( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- : कांग्रेस प्रत्याशी किरण चौधरी ने मंगलवार को शपथ पत्र में बताया कि उनके पास बीमा व अन्य बचत राशि के रूप में दो करोड़ 22 लाख 66 हजार की राशि है। शेयर के रूप में 5 लाख की संपत्ति है। आभूषण व अन्य उत्पादों के रूप में करीबन दो करोड़ 20 लाख 61 हजार की संपत्ति की वे मालकिन हैं। नकद राशि के रूप में उनके पास मात्र 16 हजार है। बैंक व अन्य स्रोतों में जमा राशि के रूप में स्वयं के नाम 1 करोड़ 12 लाख 83 हजार तथा पति सुरेंद्र सिंह के साथ सांझे खाते में उनके पास 29 लाख 99 हजार की राशि है। उनके नाम 17 लाख की फोर्ड इंडेवर व 9 लाख की हुंडई ट्रेशन गाड़ी है। महेंद्रगढ़ जिले के माधोगढ़ में 41 कनाल तथा 13 मरले जमीन है, जिसकी कीमत 32 लाख 44 हजार है। भिवानी जिले के चांग गांव में 167 कनाल 10 मरले, भिवानी में पांच एकड़ तथा बापोड़ा में 19 कनाल एक मरला भूमि सुरेंद्र सिंह के साथ संयुक्त रूप से उनके नाम है। अचल संपत्ति में से अपनी पुत्री श्रुति चौधरी के साथ आधा हिस्सा है।
अजय चौटाला से अधिक धनवान उनकी पत्नी
डबवाली,( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- : इनेलो के डबवाली विधानसभा हलका से उम्मीदवार अजय सिंह चौटाला करीब 30 करोड़ रुपये की चल व अचल संपत्ति के मालिक हैं। साथ ही वह लगभग 42 लाख रुपये के बैंक कर्जदार भी हैं। संपत्ति के मामले में अजय से अधिक धनवान उनकी पत्नी हैं। सियासी परिवार के वंशज अजय सिंह चौटाला ने नामांकन भरते हुए अपने शपथपत्र में बताया कि उनके पास 400 ग्राम सोने के जेवरात, पांच किलो चांदी व अन्य हीरे जवाहरात हैं। जबकि उनकी पत्नी नैना सिंह के पास 800 ग्राम सोना व साढे़ आठ किलो चांदी है। उनके परिवार के अन्य सदस्यों के पास 10 किलो चांदी के बर्तन और पांच सौ ग्राम सोना है। उनके पास 2008 माडल की एम क्लास मर्सिडिज बेंज, एक जेन, एक टै्रक्टर व डिस्पोजल की एक महिंद्रा जीप है। उनकी पत्नी नैना सिंह केवल एक ट्रैक्टर के मालिक हैं। अजय के पास इस समय 3 लाख 25 हजार रुपये की नकदी है और 37 लाख 35148 रुपये विभिन्न बैंकों में जमा हैं। उनके पास विभिन्न कंपनियों के 90 हजार रुपये के शेयर भी हैं वहीं उनका व उनकी पत्नी नैना सिंह का 20-20 लाख का बीमा भी है। नैना सिंह के पास 7 लाख 75 हजार रुपये की नकदी के अलावा विभिन्न बैंकों में 7 लाख 60 हजार 185 रुपये हैं तथा उनके परिवार के अन्य सदस्यों के पास 6 लाख 55 हजार रुपये की नकदी तथा बैंकों में 17 लाख 49 हजार रुपये जमा हैं। नैना सिंह के पास सिरसा जिले के गांव नटार में 85 लाख रुपये कीमत की 94 कनाल भूमि है। गैरखेती योग्य भूमि में उनके पास फरीदाबाद में लगभग दो करोड़ तीन लाख रुपये की 3 कनाल 19 मरले के प्लाट व सिरसा के वैदवाला गांव में 11 लाख 10 हजार रुपये की कीमत का 14 मरले रकबा, भंभूर व शेरगढ़ में क्रमश: 37 कनाल 8 मरले व 13 कनाल 10 मरले के पलंथ है। अजय के पास सिरसा की अनाज मंडी में 90 लाख की दुकान, सिरसा में ही बरनाला रोड 50 लाख का 8 कनाल का एक रिहायशी मकान, गुड़गांव में डीएलफ में करीब 2 करोड़ 22 लाख रुपये का रिहायशी मकान, 1 करोड़ 25 लाख रुपये का खैरपुर रोड पर मकान, गुड़गांव के सेक्टर-28 में 1 करोड़ 50 लाख के मूल्य का फ्लैट है। उनकी पत्नी के पास दिल्ली का दिल कहे जाने करोल बाग में हरदयाल सिंह मार्ग पर 2 करोड़ 50 लाख का मकान है। हिसार में 80 लाख की कोठी है।
करोड़पति, कर्जदार है अजय सिंह चौटाला
डबवाली (सुखपाल सावंत खेडा) डबवाली विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार से चुनाव लडऩे के इच्छुक आजाद और पार्टियों के प्रत्याशियों के नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और सुस्त चला आ रहा चुनावी मैदान अचानक गर्माने लगा है। हल्का विधानसभा चुनाव के लिए इनेलो प्रत्याशी के रूप में अजय सिंह चौटाला ने अपना नामांकन पत्र सुबह 11.11 पर चुनाव अधिकारी तथा उपमण्डलाधीश सुभाष चन्द्र गाबा के समक्ष प्रस्तुत किया। हालांकि इनेलो ने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए 24 सितम्बर की तिथि घोषित की थी। बताया जाता है कि किसी ज्योतिषी के कहने पर इस तिथि को बदल कर अब 22 सितम्बर को नामांकन दाखिल किया गया। जिसके समय और तिथि का अंक जोड़ चार बनता है। केवल यहीं नहीं बल्कि जिस दिन चुनाव होने हैं उस दिन भी 13 अक्तूबर का जोड़ चार बनता है और जिस दिन 22 अक्तूबर को वोटों के परिणाम आने हैं उनका भी जोड़ चार ही बनता है। अजय सिंह चौटाला ने अपने नामांकन पत्र के साथ जो शपथ पत्र दाखिल किया है उसमें दी गई जानकारी में कहा गया है उस पर सीबीआई की अदालत में धारा 120बी, 420, 467, 468, 471 आईपीसी और 13 (1), 13 (2) पीसी के तहत केस विचारधीन है। इसके अतिरिक्त नकदी के मामले में अजय सिंह के पास 3 लाख 25 हजार और उसकी पत्नी नैना सिंह के पास 7 लाख 75 हजार तथा संयुक्त परिवार में 6 लाख 55 हजार रूपये नकद हैं। जबकि उसके खुद के 37 लाख 35 हजार 148 रूपये 60 पैसे तथा उसकी पत्नी के 7 लाख 60 हजार 185 रूपये 54 रूपये और संयुक्त परिवार के 17 लाख 49 हजार 128 रूपये 46 पैसे बैंकों और कम्पनियों में जमा हैं। जबकि बॉण्डस, विभूतियां और शेयर आदि में 90 हजार रूपये और उनकी पत्नी के 6 लाख 30 हजार रूपये लगे हुए हैं। अजय सिंह के पास व्हीकलों में से एम-क्लॉस मरसीडेस बेंज मॉडल-08, महिन्द्रा जीप मिल्ट्री डिसपोजल मॉडल-1998, फार्म ट्रेक्टर मॉडल-2001 जेन कार मॉडल-2001 के अतिरिक्त, पांच किलोग्राम चांदी, 400 ग्राम सोने के जेवरात इत्यादि के साथ कुल चल सम्पत्ति 2 करोड़ 74 लाख 3 हजार 545 रूपये 16 पैसे बनती है। जबकि उसकी पत्नी के पास चल सम्पत्ति 1 करोड़ 36 लाख 8 हजार 651 रूपये 34 पैसे और संयुक्त परिवार में 2 करोड़ 78 हजार 137 रूपये 45 पैसे चल सम्पत्ति है। अचल सम्पत्ति में जिसमें नॉन एग्रीकल्चर लैंड, व्यवसायिक और रिहायशी भवन, घर और अपार्टमेंटस आदि मिलाकर 851 लाख 69 हजार रूपये की सम्पत्ति बनती है। जोकि फरीदाबाद, जिला सिरसा, गुडग़ांव आदि में हैं। इसी प्रकार उनकी पत्नी के पास 670 लाख रूपये की अचल सम्पत्ति है। संयुक्त परिवार में उनके पास 938 लाख 16 हजार की अचल सम्पत्ति है। जबकि अजय सिंह पर भारतीय स्टेट बैंक, सिरसा का 41 लाख 95 हजार 149 रूपये का ऋण है। अजय सिंह चौटाला के पास कुल चल और अचल सम्पत्ति 20 करोड़ 63 लाख 88 हजार 545 रूपये की बनती है। अजय सिंह चौटाला ने शिक्षा में एलएलबी कर रखी है और राज्य सभा के सदस्य भी हैं। इधर आजाद प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले जगदेव सिंह मटदादू ने अपने ब्यौरे में स्वयं को एक करोड़ 98 लाख 60 हजार तथा 25 लाख 60 हजार की अचल और चल सम्पत्ति का मालिक बताया है और उस पर 50 हजार रूपये का कर्ज है।
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