डबवाली-स्थानी
य नई अनाज मण्डी के बी-ब्लॉक में स्थित डबवाली गैस सर्विस (इण्डे
न) के काऊंटर पर आज उस समय बवाल खड़ा हो गया। जब प्रात: 9 बजे से लाईन में खड़े उपभोक्ताओं को सिलेंडर की डीलिवरी नहीं मिली। प्राप्त जानकारी अनुसार लगभग 150 उपभोक्ता सिलेंडर की सप्लाई हेतु स्थानीय डबवाली गैस सर्विस के काऊंटर पर पहुंचे और कार्यालय में मौजूद स्टॉफ द्वारा अधिकांश उपभोक्ताओं की पर्ची भी काट दी गई। परन्तु लगभग तीन घन्टे धूप में खड़े रह कर इन्तजार करने के पश्चात भी सिलेंडर की सप्लाई नहीं हो पाई तो उपभोक्ताओं का धैर्य जवाब दे गया और आक्रोशित उपभोक्ता अशोक कुमार कॉपी नम्बर 363, पुरूषोत्तम कॉपी नम्बर 2376, रोशन लाल आहूजा कॉपी नम्बर 3283, हरजीत कॉपी नम्बर 4968, अमित कुमार कॉपी नम्बर 4531 सहित अन्य उपस्थित उपभोक्ताओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। कार्यालय में मौजूद प्रबन्धक उमा शंकर उपभोक्ताओं को शान्त करने का प्रयास करते रहे। उन्होंने कभी कहा कि गाड़ी का एक्सल टूट गया है तो कभी कहा कि गाड़ी पंक्चर हो गई है। इस दौरान धूप में खड़े रहने से 67 वर्षीय उपभोक्ता सुरजीत सिंह कॉपी नम्बर 3947 को चक्कर आ गया और वह वहीं गिर पड़े। वहां मौजूद अन्य उपभोक्ताओं ने उन्हें सम्भाला तथा पानी वगैरा पिलाकर उन्हें छाया में बैठाया। इस घटना के पश्चात मामला कुछ ओर गहरा जाता परन्तु डबवाली गैस सर्विस के प्रबन्धक उमा शंकर को पता चला कि जिस गाड़ी में सिलेंडर आ रहे थे वह रास्ते में दुर्घटनाग्रस्त हो गई है और गाड़ी थाना परिसर में खड़ी है। उन्होंने आक्रोशित उपभोक्ताओं को शान्त किया तथा सिलेंडर की सप्लाई हेतु गाड़ी भेजने का आश्वासन दिया। उधर जब थाना शहर डबवाली में सम्पर्क किया गया तो पता चला कि उक्त गाड़ी ने (जिसमें सप्लाई हेतु इण्डेन के सिलेंडर लदे हुए थे) थाना शहर में सिपाही के पद पर कार्यरत रेशम सिंह को अपनी चपेट में ले लिया। जिसके फलस्वरूप वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। रेशम सिंह को घायलावस्था में स्थानीय सिविल हस्पताल में दाखिल करवाया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने उसकी गम्भीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के पश्चात सिरसा रैफर कर दिया है। इस सन्दर्भ में हैड कांस्टेबल जय सिंह ने बताया कि उन्होंने डबवाली गैस सर्विस की गाड़ी को इम्पाऊंड कर लिया है परन्तु प्रबन्धक उमा शंकर की गुजारिश व उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी के मद्देनज़र उसमें लदे कुकिंग गैस सिलेंडरों को उतरवाने के लिए गाड़ी को कार्यालय तक भिजवा दिया ताकि उपभोक्ताओं को सिलेंडरों की सप्लाई दी जा सके। बाद दोपहर गाड़ी पहुंचने के पश्चात ही सप्लाई लेकर उपभोक्ताओं को कुछ राहत महसूस हुई।

