डबवाली(यंग फलमे) की फोटो खिंचवाने के लिए सिख समुदाय के बुजुर्गों की पगड़ी उतरवाने से कर्मचारियों के प्रति सिख समाज के लोगों में रोष व्याप्त हो गया है। उनके रोष को देखते हुए कर्मचारियों ने फोटो खींचने का काम बंद कर दिया। पेशनधारकों ठाकर सिंह, ज्ञान सिंह आदि ने बताया कि फोटो खींचने वाले सम्बधित कम्पनी कर्मचारियों द्वारा उन्हें फोटो खिंचवाने के लिए पगड़ी उतारने की बात कही। जब इस बात का विरोध किया गया तो उन्होंने पेंशन न दिए जाने की बात कही, जिससे सिख समुदाय के पेंशन धारकों में रोष फैल गया। उन्होंने कहा कि फोटो खिंचवाने के नाम पर उनके धर्म के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी दौरान वे नगरपालिका पहुंचे जहां सिख समुदाय के कशमीर सिंह करीवाला, सुरिन्द्र विर्क, कृपाल सिंह बिट्टू, हरजिन्द्र सिंह, हरपाल सिंह प्रधान आदि भी पहुंच गए। उन्होंने बताया कि एक तो पहले ही पांच-छह महीनों से पेंशन के लिए चक्कर कटवाए जा रहे हैं तो वहीं अब फोटो करवाने के नाम पर उनकी पगड़ी उतरवाई जा रही है। पेंशन देने के नाम पर पगड़ी उतारे जाने की ओछी हरकत से सिख समुदाय में भारी रोष है। उन्होंने कहा कि पेंशन के नाम पर धर्म से खिलवाड़ बर्दाशत नहीं किया जाएगा। अगर सम्बन्धित कम्पनी द्वारा लिखित रूप में व पीडि़त पेंशनधारकों से जल्द ही माफ ी न मांगी गई तो दोषियों के विरूद्ध कड़ा आन्दोलन किया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
जब इस बारे में सम्बन्धित कर्मचारी जसवंत सिंह व फ ोटो खींचने वाले कर्मचारी रमेश कुमार ने कहा कि पात्र व्यक्ति की वास्तविक पहचान के लिए पगड़ी उतरवाना जरूरी था। बुजुर्गों के रोष को देखते हुए इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।