IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

Young Flame Headline Animator

सोमवार, 28 दिसंबर 2009

86 की उम्र में सेक्शुअल पावर संभव है?

आंध्र प्रदेश के पूर्व गवर्नर नारायण दत्त तिवारी के कथित सेक्स स्कैंडल
के खुलासे के बाद इस बात की चर्चा कम है कि यह टेप सही है या नहीं, बल्कि यह बहस ज्यादा है कि क्या 86 की उम्र में ऐसे आरोप संभव हैं? अगर हैं तो क्या यह नॉर्मल है या ऐबनॉर्मल। इस उम्र में क्या ऐक्टिव सेक्स मुमकिन है? माना जाता रहा है कि 60 साल के बाद पुरुष की सेक्शुअल पावर और डिजायर बहुत कम हो जाती है और 80 की उम्र आने तक वह लगभग खत्म ही हो जाती है।
80 साल की उम्र के बाद भी सेक्शुअल पावर वैज्ञानिक नजरिए से मुमकिन है। यह कहना है सीनियर साइकायट्रिस्ट डॉ. संदीप वोहरा का। उनके मुताबिक, इस उम्र में इतनी क्षमता हालांकि बहुत रेयर है लेकिन कुछ लोग इसे बरकरार रख पाते हैं। जो लोग टॉप पोजिशन में रहते हैं और आस-पास जी हुजूरी करते लोगों के बीच में होते हैं, उनके ब्रेन में एक केमिकल डोपामीन लगातार निकलता है। यह खुशी और उत्तेजना का अहसास करता है। इसकी आदत भी पड़ सकती है और इसका लगातार सीक्रेशन पर्मानेंट डिजायर पैदा कर सकता है। ब्रेन को पहले सोसायटी में अपने रुतबे से जो हाई मिलता था, बहुत मुमकिन है कि कोई इंसान उसे बाद में सेक्स के जरिए ढूंढे। यह भी संभव है कि ऐसे में कोई सेक्स अडिक्ट बन जाए और हर चीज को ताक पर रखकर उसी में लगा रहे।
डॉ. वोहरा कहते हैं कि ईवॉल्यूशनरी साइंस के मुताबिक, पुरुष प्रकृति से पॉलीगेमर (एक से ज्यादा लोगों से संबंध) होता है। अधिकतर पुरुषों के भीतर यह सोच होती है। पर कुछ इसमें ऐक्ट करते हैं, कुछ खुद को रोक लेते हैं तो कुछ को मौके नहीं मिलते। पर जो लोग टॉप पोजिशन में होते हैं उन्हें ज्यादा मौके मिलते हैं।
जाने-माने सेक्सॉलजिस्ट डॉ. प्रकाश कोठारी कहते हैं कि सेक्स की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती। मैं 36 सालों में करीब 50 हजार मरीजों को देख चुका हूं। हर साल अपनी सेक्स संबंधी दिक्कतों के इलाज के लिए 7-8 ऐसे मरीज आते हैं, जो 80 साल से ज्यादा के होते हैं। सेक्स की इच्छा, क्षमता और विचार मरते दम तक रह सकते हैं। यह गलतफहमी है कि 60 साल के बाद सेक्स संभव नहीं है। दरअसल सेक्स दो कानों के बीच में यानी दिमाग में होता है। अगर कोई जवान अपने को बूढ़ा मानने लगे तो उसकी इच्छा और क्षमता पर असर दिखेगा और अगर बूढ़ा भी सोच से जवान है, तो वह खुलकर अपनी जिंदगी जी सकता है। अगर ब्लड प्रेशर या डायबीटीज की शिकायत नहीं है, शरीर स्वस्थ है, नियमित एक्सर्साइज करते हैं और शराब, सिगरेट से दूर रहते हैं, तो यह क्षमता बढ़ती उम्र में भी रहती है। इसमें सोच और पार्टनर का सहयोग बेहद अहम होता है।

ब्रिटनी से शादी करना चाहते हैं जैसन

लंदन।। ऐसी खबरें है कि पॉप स्टार ब्रिटनी स्पीयर्स के बॉयफ्रेंड और मैनेजर जैसन ट्रैवि ने उनसे शादी की
तैयारी शुरू कर दी है। वह शादी की इजाजत लेने के लिए ब्रिटनी के पूर्व पति केविन फेडेरलीन के पास भी गए थे।

ट्रैविक और ब्रिटनी का रोमांस महीनों से चल रहा है और ब्रिटनी भी उनके साथ घर बसाने को तैयार दिख रही हैं। कॉन्टैक्ट म्यूजिक की खबर में बताया गया है कि ट्रैविक अब शादी के लिए गंभीर दिख रहे हैं और इसके लिए उन्होंने फेडेरलीन से मुलाकात की। फेडरलीन से ब्रिटनी के दो बच्चे हैं।

एक सूत्र ने कहा, ट्रैविक ने केविन को न केवल ब्रिटनी से अपने प्यार के बारे में बताया बल्कि यह भी कहा कि वह उसके दोनों बच्चों को भी बहुत पसंद करता है। जैसन ने केविन की शुभकामनाएं मांगी।

रॉकिंग होगा स्टार्स का न्यू ईयर

आप इसे सेलिब्रेट करने कहां जा रहे हैं? हमारे बॉलिवुड स्टार्स ने तो प्लैन कर
लिया है। वे अपने-अपने अंदाज में ट्वेंटी टेन का स्वागत करेंगे। कुछ सितारे पहाड़ों, तो कुछ समुद्र किनारे अपने दोस्तों के साथ नए साल की छुट्टियां बिताएंगे। आइए देखते हैं बॉलिवुड में कौन क्या कर रहा हैः

सागर किनारे दिखेंगी सुष्मिता

मैं गोवा जाऊंगी या फिर केरल के बैकवॉटर का मजा लूंगी। हालांकि मैंने अभी तक प्रोग्राम तय नहीं किया है। पर मैं देश के बाहर नहीं जा सकती, क्योंकि मेरी छोटी बेटी के पास अभी पासपोर्ट नहीं है।

लग्जरी क्रूज पर होंगी शिल्पा

मैं भूमध्य सागर की लहरों में क्रूज पर परिवार के साथ समय बिताने के लिए काफी एक्साइटेड हूं। अगले दो हफ्तों तक मैं समुद्र में रहूंगी और नए साल का स्वागत पर लग्जरी शिप पर ही करूंगी।

परफॉर्मेंस से पैसे कमाएंगी सेलिना

सेलिना जेटली मुंबई के शानदार होटेल जेडब्ल्यू मैरियट में अपनी परफॉर्मेंस से नए साल का स्वागत करेंगी। मतलब यह कि ट्वेंटी टेन की शुरुआत लक्ष्मी वर्षा से हो रही है।

निजाम की नगरी में होंगी जयाप्रदा

समाजवादी पार्टी नेता और स्टार जया प्रदा नववर्ष पर हैदराबाद में अपनी मां के साथ रहेंगी। उनके मुताबिक, किसी भी पर्व पर हमें परिवार के साथ होना चाहिए। हर साल की तरह वह तिरुपति बालाजी मंदिर भी जाएंगी।

शिमला में छुट्टियां बिताएंगे फरदीन

इस साल हम पहाड़ों पर जा रहे हैं। मैं नववर्ष की खुशियां मनाने के लिए अपनी पत्नी (नताशा) के साथ शिमला में पांच दिन की छुट्टियां बिताऊंगा। मैं पहले वहां कभी नहीं गया। इसलिए ज्यादा उत्साहित हूं।

काम करेंगी मुग्धा गोडसे

न्यू ईयर ईव पर काम करेंगी मुग्धा गोडसे और बचा हुआ समय परिवार के साथ बिताएंगी।

फ्रेंड्स संग मजा यानी मिनिषा लांबा

नववर्ष पर अपने करीबी दोस्तों के साथ मस्ती के मूड में हैं बॉलिवुड गर्ल मिनिषा लांबा।

साड्डी दिल्ली विच रहेंगे मनोज वाजपेयी

राजधानी दिल्ली में अपने परिवार के साथ घर में ही 2010 का स्वागत करूंगा। बातचीत, मस्ती, डांस, खाना समेत खुश रहने की हर चीज करूंगा।

नाच-गाकर ऐश करेंगे सुखविंदर

सिंगर सुखविंदर सिंह ने कहा है कि मैं घर पर ही दोस्तों के साथ न्यू ईयर का स्वागत करूंगा। गाना गाऊंगा और नाचूंगा।

मुंबई रॉक करेंगे पूरब कोहली

'रॉक ऑन' फेम न्यू ईयर पूरे आठ साल बाद मुंबई में न्यू ईयर में सेलिब्रेट करने जा रहे हैं।

भाग्यशाली साबित होगा बिग बॉस: विंदू

नई दिल्ली।बिग बॉस-3 जीतने वाले अभिनेता विंदू दारा सिंह को उम्मीद है कि यह शो उनके लिए भी उतना ही भाग्यशाली साबित होगा जितना बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के लिए बिग ब्रदर साबित हुआ था। विंदू ने कहा कि निश्चित रूप से मैं यह सोचता हूं कि यहां से मेरे जीवन में एक सकारात्मक मोड आएगा ठीक वैसे ही जैसे सेलिब्रिटी बिग ब्रदर रियलिटी शो का खिताब जीतने के बाद शिल्पा के जीवन में आया था।
इस शो को जीतने के बाद मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मैं अपने जीवन और करियर में और आगे बढूंगा। विंदू ने कहा कि मेरी इच्छा है कि यह खिताब मेरे करियर को और आगे बढाएगा और मुझे बडे अभिनेताओं और फिल्म निर्माताओं के साथ अच्छी भूमिकाएं करने का मौका दिलाएगा।
गौरतलब है कि सेलिब्रिटी बिग ब्रदर जीतने के बाद शिल्पा ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स की टीम खरीदी थीं। वहीं शिल्पा ने अपने खुद के नाम से योगा की सीडी, पाककला की पुस्तकें और कुछ महत्वपूर्ण चीजें लांच की थीं। शनिवार को लोनावाला में फाइनल मुकाबले में मॉडल प्रवेश राणा को पछाडकर विंदू ने बिग बॉस-3 का खिताब जीता।

डेट्रॉयट कांड से खुली अमेरिका की पोल!

वॉशिंगटन ।। लंदन यूनिवर्सिटी के एक्स-स्टूडेंट उमर फारूक अब्दुल मुतल्लब द्वारा शनिवार को डेल्टा एयरलाइं
स के विमान को उड़ाने की कोशिश के मामले ने अमेरिका में सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलकर रख दी है। जांच से यह बात सामने आई है कि अल कायदा से रिश्तों के शक में उमर का नाम अमेरिका के टेरर डेटाबेस में शामिल था। इसके अलावा, उमर के पिता ने भी चार सप्ताह पहले अमेरिका को उसके बारे में आगाह किया था। अब सवाल उठ रहे हैं कि इन सबके बावजूद उसे अमेरिका की यात्रा करने की इजाजत कैसे दे दी गई।

उमर ने जांच अधिकारियों से कहा था कि वह अल कायदा के आदेश पर विमान को अमेरिकी धरती पर विस्फोट से उड़ाने जा रहा था। यह भी पता चला है कि 23 साल का उमर विस्फोटक, केमिकल और सिरिंज अपने अंडरवेयर में छिपाकर लाया था। यमन में अल कायदा के एक बम एक्सपर्ट ने उसे इस विस्फोटक का इस्तेमाल करना सिखाया था। उसी ने यह विस्फोटक भी मुहैया कराए थे। उसके इन दावों की जांच चल रही है।

पिछले साल यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से मकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले उमर के पिता अल्लाह उमर मुतल्लब एक सम्मानित बैंकर हैं। खुद अल्लाह ने चार सप्ताह पहले नाइजीरिया की राजधानी अबुजा स्थित अमेरिकी दूतावास में शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें उन्होंने उमर के धार्मिक विचारों पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि मेरा बेटा किसी तरह के जिहाद में शामिल हो सकता है। यह जानकारी अमेरिका के जांच अधिकारियों को भी दी गई थी।

इसके अलावा इस हमलावर का नाम अमेरिका के टेरर डेटा बेस में भी शामिल है। लेकिन अभी तक इसे फौरी खतरे के तौर पर नहीं देखा गया था इसलिए उसे उड़ान भरने से रोकने वाली नो फ्लाई लिस्ट में शामिल नहीं किया गया था। उसे सामान्य निगरानी सूची में रखा गया था। अधिकारियों का कहना है कि उमर के खिलाफ सूचनाएं इतनी पुख्ता नहीं थीं कि उसका वीजा वापस लिया जाता या उसे हवाई यात्रा से रोका जाता।


Baba Bhuman Shah Mela celebrated with religious fervor at Sangar Sadhan

Mela Baba Bhuman Shah was celebrated with large number of devotees attending from all regions with great religious fervor today at village Sangar Sadhaan near Sirsa. Ashok Tanwar, MP Sirsa, Abhay Singh Chautala INLD, Bharat Singh Beniwal Congress, and several other leaders of various political parties also visited the religious Mela.

About Baba Bhuman Shah:
Baba Bhumman Shah, (born Bhumia Hassa) is counted among the top Udasi saints of India. He was born on April 14, 1687 CE at Behlolpur village , Deepalpur Tehsil, Montgomery District, Punjab (Pakistan), in a family reportedly coming of Kamboj lineage. His father Chaudhury Hassa Ram was a Numbardar and a well-known landlord of Behlolpur. Hassa Ram and his wife Mata Rajo Bai were known to be deeply religious and devotees of Guru Nanak as well as of Baba Sri Chand, the founder of the Udasi Panth. There are several legends and myths connected with Bhumia's early childhood. The story goes that once as a kid, when he was sleeping in his cradle, a cobra came and sat over his chest with his hood spread wide-apart. Mother Rajo was stunned at the scene but as she dared to approach the cradle, the cobra disappeared slowly with no harm to the sleeping kid. Another myth relates to the revival of the dead sparrows; and yet another one deals with restoring to health the lost crops of a poor farmer......so forth and so on. These were taken to be miracles and the peoples from far and wide started to crowd at Bhumia house to have his darshan.
Bhumia went for his schooling at the age of seven. He was very sharp and intelligent student and imbibed the essentials of Hinduism, Sikhism and Islam at a very young age. Besides attending to his religious lessons, Bhumia also performed the worldly chores like grazing cows in the company of other boys of his village. He would take his cows to the forest where he would also carry plenty of food and Jal (water) to run a free-kitchen (Langar) for the passers-by including the ascetics, saints, the poor and the orphans.
Little later, the family would move from Behlolpur to Deepalpur. By the age of fifteen, Bhumia had developed a strong aspiration to become a monk. With the permission of his parents he approached Baba Pritam Das of Pakpattan, the prominent Saint of Udasin Panth who initiated him into a Guru-mantra. On being formally initiated and baptized by Baba Pritam Dass, Bhumia himself became Baba Bhumman Shah. Soon afterwards, he started to preach the religious messages which were always accompanied by Kirtan and free-kitchen (Langar).
It is stated that Chaudhury Lakha Wattu, a Muslim landlord of village Kutub Kot had been arrested for some reasons and was put behind the bars at Lahore by the orders of the Governor of Punjab. Bibi Bakhtawar, Lakha's mother, was a staunch devotee of the Baba. She solicited Baba's blessings for the release of her son and it so happened that Chaudhury Lakha was released from the jail within couple of days. As a result, Lakha and his numerous Muslim relatives from the Wattu tribe also became devoted followers of the Baba. In addition, the tribe also surrendered a village named Kutub-Kot to the Baba which the latter made the centre of his religious activities. Baba Bhumman Shah travelled from village to village to preach his message of love, peaceful coexistence, universal brotherhood, religious-tolerance and equality. He had followers from many denominations including Hindus, Sikhs and Muslems.
Baba also visited the Dargah of Sufi Saint Baba Farid, Golden Temple at Amritsar, and numerous other Sikh and Hindu shrines during his religious itineraries. At village Kutub-Kot, which later became renowned as Dera Baba Bhumman Shah, Baba permanently established the maryada of Kirtan and free kitchen (Langar).
Baba was also a very dedicated Sikh of Guru Gobind Singh. It is told that once, Dashmesh Guru and his Sikh followers were going to Nili Bar when they visited Baba Bhumman Shah and took Langar at the Dera; pleased with Shah's noble mission, Gobind Singh blessed him that his Langar would continue to grow with no shortage of any kind.

सुप्रीम कोर्ट जाएगा रुचिका का परिवार

पंचकूला, रुचिका का परिवार देश भर से मिल रहे समर्थन के चलते पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौर के खिलाफ फिर कानूनी लड़ाई शुरू करने जा रहा है। मामले की जांच धारा 306 के तहत कराये जाने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाएगी। रुचिका का केस लड़ रहे अधिवक्ता पंकज भारद्वाज ने रविवार को कलाग्राम में पत्रकारों से बातचीत में कहा, अदालत की छुट्टियां खत्म होने पर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। उन्होंने सीबीआई पर जांच में ढिलाई का आरोप लगाते हुए कहा, जांच एजेंसी इस मामले में धारा 306 भी लगा सकती थी, लेकिन उसने यह धारा नहीं लगाई। अदालत ने भी इस बात को माना है। अत: मामले की दोबारा जांच होनी चाहिये और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। रुचिका के पिता सुभाष चंद्र गिरहोत्रा ने कहा, 28 दिसंबर को रुचिका की बरसी है। लोग इसे जनआंदोलन के रूप में लें और उनकी मृत बेटी को न्याय दिलाने के लिए एकजुट होकर सामने आएं, ताकि दोषी दंडित हो।

शेरा पूछे, कोटला! हाउज दैट!!!

नई दिल्ली, फिरोजशाह कोटला की पिच के कारण दिल्ली शर्मसार हो गई। अनुभव और विश्वास
के बावजूद सिर्फ एक दिन के मैच में ही दिल्ली की छीछालेदर हो गई। ऐसी हालत में कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों पर उठ रही आशंकाएं और भी मजबूत हो जाती हैं। पूर्व केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल क्रिकेट मैच रद्द होने के बाद काफी चिंतित हैं, लेकिन दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजकुमार चौहान इन आशंकाओं और चिंताओं को निराधार मानते हैं।
चौहान का कहना है कि पिच के कारण दिल्ली का मैच रद्द होना शर्म की बात है, लेकिन इसे कॉमनवेल्थ गेम्स के साथ जोड़ना सही नहीं है। हमारे ज्यादातर स्टेडियमों का ढांचा तैयार हो चुका है। सिर्फ फिनिशिंग का काम बाकी है। खेलों के आयोजन में अभी नौ महीनों से ज्यादा का समय है। स्टेडियम समय से काफी पहले ही तैयार हो जाएंगे।
चौहान के अनुसार, केवल दो प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिन्हें लेकर चिंता हो सकती है। पहला बारापूला एलिवेटेड रोड और दूसरा, सलीमगढ़ फोर्ट के पैरलल रिंग रोड। बारपूला प्रोजेक्ट मई तक पूरा होना है। किसी अनहोनी के कारण मई तक काम पूरा नहीं हुआ तो भी इसके बाद चार महीने का समय और रहेगा। सलीमगढ़ प्रोजेक्ट जून-जुलाई तक पूरा हो जाएगा। यही स्थिति यूपी लिंक रोड की भी है। उन्होंने दावा किया कि स्ट्रीट लाइट बदलने का काम जनवरी में पूरा हो जाने की उम्मीद है। स्ट्रीट स्केपिंग और ब्यूटीफिकेशन भी शुरू हो चुका है। गाजीपुर और अप्सरा बॉर्डर का कुछ काम रह भी गया, तो कॉमनवेल्थ गेम्स से उसका कोई सीधा संबंध नहीं है। साइनेज का 50 करोड़ रुपये का टेंडर आ चुका है, यानी हर काम पटरी पर है।
दूसरी तरफ, विजय गोयल मानते हैं कि एक दिन के मैच का वर्क लोड ही हम सह नहीं पाए, तो इतने बड़े पैमाने पर होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स को कैसे मैनेज कर पाएंगे। चिंता इसलिए ज्यादा है, क्योंकि कुछ लोगों ने खेलों को अपनी बपौती बना लिया है। यही स्थिति रही तो दिल्ली निश्चित रूप से शर्मसार होगी। गोयल रविवार को ही खेलगांव देखने गए थे। उनका कहना है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। खेलों के आयोजन की तरफ भी किसी का ध्यान नहीं है। केवल स्टेडियमों के निर्माण से ही खेल सफल नहीं हो सकते। न कम्यूनिकेशन की प्लानिंग है, न मीडिया की, न सिक्युरिटी की और न ही रेफरियों व सिस्टम की। आयोजन समिति सोचती है कि दिल्ली सरकार अपनी जिम्मेदारियां निभाएगी, जबकि दिल्ली सरकार इसे केंद का दायित्व मानती है। गोयल कहते हैं कि दिल्ली का मैच रद्द होना एक चेतावनी है। बशर्ते आयोजन समिति इसे चेतावनी के तौर पर ले।

कोटला पर बैन का फैसला 1 महीने में

नई दिल्ली।। आईसीसी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्थल के रूप में फिरोजशाह कोटला पर बैन के फैसले मे
ं उसे 1 महीने का समय लगेगा। रविवार को कोटला की पिच पर जमकर बवाल हुआ। पिच खराब होने के कारण मैच रद्द कर दिया गया था।
आईसीसी के सीईओ हारून लोर्गट ने इस मामले पर कहा, 'कोटला मामले पर हमने बीसीसीआई की प्रतिक्रिया मांगी है और जवाब के लिए उन्हें 14 दिन का समय दिया है। इसके बाद रंजन मदुगले (मुख्य मैच रैफरी) और डेव रिचर्डसन (क्रिकेट जीएम)कोटला पर बैन मामले पर फैसला लेंगे।'
रिचर्डसन क्या फैसला करेंगे, उस पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। अभी यह कहना भी सही नहीं होगा कि कोटला की पि अनफिट थी।'
आईसीसी सीईओ ने कहा, 'आईसीसी को कोटला पिच के बारे कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।' उन्होंने कहा, 'मैच रैफरी और मुख्य मैच रैफरी के बीच इस मुद्दे पर चर्चा में 5 दिन लगेंगे और इसके बाद बीसीसीआई को 14 दिन में जवाब देने को कहा जाएगा। अंतिम रिपोर्ट तैयार करना रंजन मदुगले पर निर्भर है जिसमें 10 से 14 दिन लगेंगे। इसलिए यह कहना सही होगा कि इस प्रक्रिया के पूरा होने में लगभग एक महीने का वक्त लगेगा।'

कोटला से छिन सकता है व‌र्ल्ड कप मैच

नई दिल्ली, भारत और श्रीलंका के बीच रविवार को खतरनाक पिच के चलते रद हुए पांचवें वनडे मैच से बीसीसीआई और डीडीसीए को करोड़ों रुपये की चपत लगी है। विज्ञापन और टीवी राइट्स के जरिए आयोजकों को एक वनडे मैच से करीब चार से पांच करोड़ रुपये की आमदनी होती है। अब प्रायोजक इस मैच का पैसा तो वापस लेंगे ही साथ ही मेजबानों को दर्शकों का भी पैसा लौटाना पड़ेगा। सबसे बड़ा खतरा यह है कि कहीं कोटला पर आईसीसी एक या दो सालों का प्रतिबंध न लगा दे, जैसा इंदौर के साथ हुआ था। इंदौर में तीन ओवर के बाद रद हुए मैच के बाद उस पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगा था। डीडीसीए पूरे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति गठित करेगा। सरकार की तरफ से नामित विभाकर शास्त्री ने कहा कि समिति सप्ताह भीतर रिपोर्ट देगी। अगर सोमवार को प्रतिबंध की घोषणा होती है तो डीडीसीए, बीसीसीआई और आईसीसी को घोर संकट का सामना करना पड़ेगा क्योंकि 2011 में एशियाई उपमहाद्वीप में विश्व कप मैचों का आयोजन होना है। प्रतिबंध की प्रक्रिया में हालांकि एक सप्ताह या उससे अधिक का समय लग सकता है। ऐसी स्थिति में यह पूरा मामला पहले आईसीसी की तकनीकी समिति के पास जाएगा। चूंकि कोटला भी अगले विश्व कप के मैचों की मेजबानी करेगा, इसलिए प्रतिबंध के बाद उसे मेजबानी से हाथ धोना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में बीसीसीआई को यहां होने वाले मैचों के लिए कोई नया सेंटर ढूंढ़ना पडे़गा। यह दिक्कत आईसीसी को भी झेलनी पड़ेगी। उन्हें भी अपने कार्यक्र म में फेरबदल करना पड़ेगा। इस समस्या से बचने के लिए आईसीसी हो सकता है कि इस सेंटर को अधिकतम एक साल के लिए प्रतिबंधित करे अथवा कड़ा आर्थिक जुर्माना लगाकर छोड़ दे। बहरहाल मामला बहुत गंभीर है, आईसीसी इसे कतई हल्के रूप में नहीं लेगी। डीडीसीए के अध्यक्ष अरुण जेटली ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी थी, लेकिन इस मामले में बोर्ड की भी जिम्मेदारी बनती है क्योंकि उन्होंने भी पिच के लिए अपना विशेषज्ञ भेजा था। दर्शकों और अन्य को जो असुविधा हुई उसके लिए डीडीसीए को खेद है। हम उनसे माफी मांगते हैं। सभी गेट टिकट का पैसा लौटाया जाएगा। इस संबंध में विस्तृत घोषणा जल्द होगी। जेटली ने आश्वासन दिया कि अगली बार इस तरह की पुनरावृत्ति न हो इसलिए हम पिच के लिए क्वालीफाइड एवं उच्च तकनीकी जानकार से राय लेने के बाद ही पिच का निर्माण करवाएंगे। हम इस मामले में किसी पर दोषारोपण करने के बजाय इसे सुलझाने का प्रयास करेंगे। चेतन चौहान ने कहा कि वह इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं लेकिन केवल राज्य संघ को ही दोषी नहीं ठहराया जा सकता।

SHARE ME

IMPORTANT -------- ATTENTION ---- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

SITE---TRACKER


web site statistics

ब्लॉग आर्काइव

  © template Web by thepressreporter.com 2009

Back to TOP