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सोमवार, 23 नवंबर 2009

मां-बेटा घायल


डबवाली -(सुखपाल) स्थानीय वार्ड नम्बर 7 में पड़ोसी द्वारा ऊंची आवाज में डैक बजाने से रोकने पर मां-बेटा घायल हो गए। दोनों को घायलावस्था में उपचार हेतु सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार वार्ड 7 इन्दिरा नगर निवासी प्रीतपाल ङ्क्षसह पुत्र मुखत्यार ङ्क्षसह एवं उसकी माता सुरजीत कौर को उनके पड़ोसी बलदेव ङ्क्षसह पुत्र दौलत ङ्क्षसह ने कुल्हाड़ी मारकर उस समय घायल कर दिया। जब उन्होंने बलदेव ङ्क्षसह को ऊंची आवाज़ में डैक चलाने के लिए रोका। घायल प्रीतपाल ङ्क्षसह ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाला बलदेव ङ्क्षसह प्रतिदिन देर सायं अपने डैक पर ऊंची आवाज़ में अश£ील गीत बजाता है। जिसके चलते सारा मौहल्ला परेशान रहता है। उन्होंने बताया कि बीते दिवस देर रात्रि लगभग 8 बजे बलदेव ङ्क्षसह ने अपने डैक पर ऊंची आवाज़ में अश£ील गीत बजाने शुरू कर दिए। जब मैंने उसे आवाज़ कम करने के लिए कहा तो वह उससे झगड़ा करने लगा तथा वहां पर पड़ी कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर घायल कर दिया। जब उसे छुड़वाने के लिए उसकी माता सुरजीत कौर आई तो उस पर भी कुल्हाड़ी से वार कर घायल कर दिया। झगड़े की आवाज़े सुनकर मौहल्लावासी एकत्रित हो गए तथा उन्हें छुड़ाकर स्थानीय सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया।
मामले की सूचना थाना शहर डबवाली में दे दी गई है तथा पुलिस मामले की जांच कर रही है।

स्वच्छता सप्ताह का आयोजन किया गया।

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डबवाली -(सुखपाल) उपमण्डल के गांव मलिकपुरा में राजकीय उच्च विद्यालय के तत्वाधान में मनाए जा रहे स्वच्छता सप्ताह के अन्तर्गत आज प्रथम दिवस स्कूल प्रांगण में पेंङ्क्षटग, पोस्टर मेङ्क्षकग व निबन्ध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। पेंङ्क्षटग प्रतियोगिता में 10वीं कक्षा के छात्र कुलदीप कुमार, 7वीं कक्षा की छात्रा रमनदीप कौर व 10वीं कक्षा की छात्रा कुलवन्त कौर ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार पोस्टर मेङ्क्षकग प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं के छात्रों सोनूराम, अजय कुमार व अशोक कुमार ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। निर्णायक की भूमिका अध्यापक विनोद कुमार, यशपाल शर्मा व कुलवीर ङ्क्षसह ने निभाई। उधर स्कूल के कार्यकारी मुख्याध्यापक सोम प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में ग्राम पंचायत मलिकपुरा, राम प्रताप नम्बरदार, गुरनाम ङ्क्षसह नम्बरदार, डॉ. बलवन्त राये पूर्व पंच, चौ. मोमन राम भाम्भू, साधू राम शर्मा, मांगे राम व जगदेव ङ्क्षसह ने पूरे गांव में जाकर ग्रामवासियों को गांव को साफ व स्वच्छ रखने का आह्वान किया।
उधर राजकीय उच्च विद्यालय जगमालवाली में भी स्वच्छता सप्ताह के प्रथम दिवस विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बच्चों को सम्बोधित करते हुए मुख्याध्यापक अमर ङ्क्षसह ने स्वच्छता को भगवान का दूसरा रूप बताया तथा कहा कि साफ व स्वच्छ वातावरण होने से ही सुन्दर विचार उत्पन्न होते हैं। विद्यालय के पीटीआई करनैल ङ्क्षसह के नेतृत्व में सफाई अभियान के तहत विद्यालय एवं आस-पास के क्षेत्र की सफाई करवाई। यह जानकारी देते हुए सोनू बजाज ने बताया कि आज यानि 23 से 29 नवम्बर तक स्वच्छता सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। जिसमें बच्चों की सहायता से ग्रामवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगे।

खुले में पड़ी पराली को आग लगने से हजारों रूपयों का नुक्सान


डबवाली -(सुखपाल) स्थानीय कबीर बस्ती हैफेड गोदाम के पास खुले में पड़ी पराली को आग लगने से हजारों रूपयों का नुक्सान होने का समाचार है। इससे पूर्व भी दो बार पराली आग की भेंट चढ़ चुकी है। प्राप्त जानकारी अनुसार स्थानीय कबीर बस्ती निवासी पशुपालक गिरजा खान पुत्र खुशी मौहम्मद व सिकन्दर खान की गायों के चारे हेतु लाई गई हजारों रूपयों की पराली को दोपहर 2 बजे के करीब अचानक आग लग गई। पशुपालक बुल्ले खां, गिरजा खान ने बताया कि वह दोपहर में खाना खा रहे थे कि उन्हें पराली में से धुआं उठता नज़र आया तो उन्होंने तुरन्त इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी देखते ही देखते आग पूरी तरह पराली के ढेर में फैल गई। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी उनकी पराली में दो बार आग लगने से उन्हें लाखों का नुक्सान हो चुका है तथा आज भी 30 से 35 ट्राली पराली आग लगने से जलकर राखा हो गई। जिसकी कीमत 60 से 70 हजार रूपये है। सूचना मिलते ही थाना शहर पुलिस भी मौके पर पहुंची। समाचार लिखे जाने तक फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे थे।

'बाल आत्मा करे पुकार, माय नी मैंनू कुख विच ना मार



डबवाली -(सुखपाल) स्थानीय अनाज मण्डी के समीप शहर की यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग ने 'बाल आत्मा करे पुकार, माय नी मैंनू कुख विच ना मारÓ एवं 'छोड़ो बोतल-गोलियां और नशे त्यागो, होश सम्भालो, नौजवानो नींद से जागोÓ बैनर तले जागरूकता रैली का आयोजन कर समाज को हर बुराई से दूर रहने का सन्देश दिया। जागरूकता रैली को सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. राज कुमार एवं थाना प्रभारी विरेन्द्र ङ्क्षसह ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी देकर रवाना किया। रैली से पूर्व यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग के सदस्यों द्वारा कन्या भ्रूण हत्या एवं नशों के विरूद्ध सफल नाटक का मंचन कर उपस्थित दर्शकों का मन मौह लिया। इस अवसर पर उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए एसएमओ डॉ. राज कुमार ने कन्या भ्रूण हत्याव नशों के खिलॉफ जो मुहिम यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग ने शुरू की है। जिसे अगर देश का प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे तो देश से समस्त बुराईयां समाप्त हो जाऐंगी। उन्होंने कहा कि जो दवाईयां रोगियों के ईलाज हेतु उपयोग की जाती हैं उसे देश के युवाओं ने नशे के रूप में लेना शुरू कर दिया। एसएमओ डॉ. राज कुमार ने बताया कि जो अल्ट्रासाऊण्ड मशीन मरीजों की बीमारी को जांचने के लिए बनाई गई थी लेकिन चन्द स्वार्थी चिकित्सकों द्वारा पैसों के लालच में आकर धन्धा बना लिया। नाटक मंचन के पश्चात यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग द्वारा नगर के समाज सेवी व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग की अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा देवी ने बोलते हुए कहा कि यूथ वैल्फेयर फैडरेशन महिला ङ्क्षवग मानवता भलाई को समॢपत एक संस्था है। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या के प्रति लोगों को जागरूक करना है तथा युवाओं को नशों से दूर रखना है। गर्भवती महिलाओं के लिए भोजन का प्रबन्ध करना, मजबूरी में वेश्यावृति कर रही महिलाओं को वेश्यावृति छुड़ा कर उन्हें उनके अधिकार दिलाना है। तदोपरान्त महिला ङ्क्षवग द्वारा निकाली रैली मुख्य बाजार, गांधी चौंक, जीटी रोड, चौटाला रोड होती हुई नई अनाज मण्डी में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रमेश सचदेवा, विनोद बांसल, दीपक कौशल, आशा बाल्मीकि, औम प्रकाश, प्यारे लाल सेठी, टेलिफोन के उपमण्डल अभियन्ता भारत भूषण वर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कौन है प्लेबॉय? चौथी उंगली खोलेगी राज



क्या आपकी चौथी उंगली (जिसमें शादी की अंगूठी पहनी जाती है) आपकी दूसरी उंगली (अंगूठे के साथ वाली) से बड़ी है? अगर हां, तो यह आपके लिए खुशखबरी है!

दरअसल हाल ही में हुई एक स्टडी में कहा गया है कि जिनकी चौथी उंगली दूसरी उंगली से बड़ी होती है, वे लोग प्रतियोगिता आदि में काफी तेज होते हैं। सेक्स के मामले में भी खूब सक्रिय रहते हैं और आमतौर पर एक से ज्यादा पार्टनर बनाते हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि उंगलियों की आपस में लंबाई देखकर बताया जा सकता है कि व्यक्ति की सोशल लाइफ कैसी है। मां के गर्भ में ही यह तय हो जाता है कि उंगलियों की लंबाई क्या रहेगी और यह तय करते हैं टेस्टोस्टेरोन जैसे एंड्रोजन्स। टेस्टोस्टेरोन से ही आपके नेचर में आक्रामकता तय होती है।

यानी, अगर टेस्टोस्टेरोन का स्तर शरीर में ऊंचा होगा तो आप तेज़, बलशाली और आक्रामक होंगें। वैसे उंगलियों की लंबाई चौड़ाई में जन्म के बाद बदलाव नहीं होता है इसलिए कोई बच्चा युवावस्था में कैसा होगा, यह बचपन में उसकी उंगलियां देख कर काफी हद तक बताया जा सकता है। यह स्टडी यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल के शोधकर्ताओं ने की है।

गर्व से कहूंगी कि बिग बी मेरे पहले बच्चे हैं: विद्या बालन


23 नवंबर, 2009
नई दिल्ली। फिल्म "पा" में बिग बी यानी अमिताभ बच्चन की मां की भूमिका निभाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री विद्या बालन ने कहा कि अब वह सभी को गर्व से कह सकेंगी कि बिग बी उनके पहले बच्चे हैं।
बालन ने कहा, इस भूमिका को निभाने के बाद मैं गर्व से अपने बच्चों को कह सकूंगी कि बिग बी मेरे पहले बच्चे हैं। मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं कभी बॉलीवुड के इस महान कलाकार की मां की भूमिका निभाऊंगी। उन्होंने कहा, बच्चनजी के साथ काम करने का बहुत ही बढिया अनुभव रहा। मेरे लिए यह एक विशेष फिल्म हैं। फिल्म "पा" में बालन और अभिषेक बच्चन की जोडी हैं। पिता-पुत्र के भावनात्मक संबंधों पर यह फिल्म आधारित हैं।

योद्धा को नमन






कलम के महान योद्धा ओर अमर शहीद राम चन्द्र छत्रपति को उनके शहीदी दिवस पर श्रधान्जली --डॉ सुखपाल सावंत खेडा (संपादक)

नेहरू युवा केन्द्र ने किया जिला सम्मलेन,गोपाल कांडा ने की शिरकत




सिरसा (अभी-अभी) नेहरु युवा केन्द्र द्वारा शनिवार को पंचायत भवन में एक जिला स्तरीय युवा सम्मलेन का आयोजन किया गया,जिसमे ग्रेह,उद्योग और खेल राज्य मंत्री गोपाल कांडा ,उनके अनुज गोबिंद कांडा ने बतोर अतिथि शिरकत की।

सचिन फिर शिवसेना के निशाने पर

बाल ठाकरे के बयान के बाद पूरा देश सचिन के साथ नज़र आया.
शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के बाद उसके एक सांसद ने भी सचिन तेंदुलकर पर निशाना साधा है.

शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा है कि सुनील गावस्कर एक सच्चे मराठी हैं क्योंकि जब वो कप्तान थे तो उन्होंने कई मराठियों को टेस्ट टीम में जगह दिलवाई.

वहीं सचिन के बारे में उनका कहना है कि उन्होंने आजतक किसी मराठी क्रिकेटर की मदद नहीं की है और यहां तक कि विनोद कांबली का भी साथ नहीं दिया.

सांसद संजय राउत ने ये विचार शेवसेना के अख़बार सामना में व्यक्त किए हैं.

उन्होंने लिखा है, '' सचिन जैसे खिलाड़ी क्रिकेट की वजह से धनी हो गए हैं. उनके पास 200 करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति है. हम चाहते हैं कि वो भी उसी तरह मराठी होने पर गौरवांवित महसूस करें जिस तरह सौरभ गांगुली को बंगाल का होने का गर्व है.''

सचिन जैसे खिलाड़ी क्रिकेट की वजह से धनी हो गए हैं. उनके पास 200 करोड़ से ज़्यादा की संपत्ति है. हम चाहते हैं कि वो भी उसी तरह मराठी होने पर गौरवान्वित महसूस करें जिस तरह सौरभ गांगुली को बंगाल का होने का गर्व है.

संजय राउत, शिवसेना सांसद
पिछले हफ़्ते बाल ठाकरे ने सचिन के उस बयान की आलोचना की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि मुंबई सबके लिए है.

सचिन ने एक सवाल के जवाब में कहा था,'' मैं मराठी हूं और इसका मुझे गर्व है. लेकिन मैं पहले भारतीय हूं और मुंबई सभी भारतीयों की है.''

बाल ठाकरे ने कहा था कि सचिन ने 'क्रिकेट का क्रीज़ छोड़कर राजनीति के पिच पर कदम रख दिया है' और इससे मराठियों को चोट पहुंची है.

ठाकरे के इस बयान की काफ़ी आलोचना हुई थी.

शिल्पा ने राज कुंद्रा से शादी रचाई






मुंबई के नजदीक खंडाला में एक पारिवारिक समारोह में बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने रविवार को लंदन के व्यावसायी राज कुंद्रा के साथ शादी रचा ली.

इंडो एशियन न्यूज़ सर्विस से बातचीत में शिल्पा की दोस्त और व्यापारिक साझेदार किरण बावा ने बताया, "सब कुछ बहुत ही खूबसूरत ढंग से संपन्न हुआ. सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे खुशी-खुशी शादी करें और शिल्पा के माता-पिता के साथ भी ऐसा ही हुआ. वे काफ़ी खुश थे."

शिल्पा ने डिज़ाइनर तरुण तहिलयानी की डिज़ाइन की हुई साड़ी पहनी थी जबकि राज कुंद्रा डिज़ाइनर शेरवानी पहने हुए थे.

शादी दक्षिण भारतीय तरीके से हुई जबकि संगीत और मेंहदी पंजाबी रिवाज़ के अनुसार हुई.

मंगलवार को रिसेप्शन मुंबई में होगा जिसमें फ़िल्म उद्योग के लोग हिस्सा लेंगे.

विवाह समारोह में फ़िल्म जगत से केवल सनी देओल, सुनील शेट्टी, वासु भगनानी और जैकी भगनानी को ही देखा गया.



दोनों की मुलाक़ात

शिल्पा की राज कुंद्रा से मुलाक़ात वर्ष 2007 में ब्रिटिश रियलिटी शो 'बिग ब्रदर' जीतने के बाद हुई थी.


राज कुंद्रा रथ पर सवार हो कर विवाह स्थल पहुँचे

शिल्पा की बहन और अभिनेत्री शमिता शेट्टी जो कि 'बिग बॉस' के तीसरे संस्करण में हिस्सा ले रही थीं,वो इस शादी में शामिल होने के लिए उससे बाहर आ गईं थीं.

शादी के पहले आयोजित संगीत में राज कुंद्रा और शिल्पा के क़रीबी दोस्त और परिवार के लोग शामिल हुए थे.

इसको बॉलीवुड के कोरियोग्राफ़र गणेश हेगडे की मदद से तैयार किया गया था.

इस मौक़े पर शिल्पा ने चांदनी फ़िल्म के गीत मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियाँ हैं पर नृत्य प्रस्तुत किया जबकि राज ने माइकेल जैक्सन की नक़ल उतार कर सबको चौंका दिया.

वहाँ मौजूद लोगों का कहना था कि राज इतने अच्छे तरीक़े से नाचे कि उन्हें तो फ़िल्मों में होना चाहिए था.

राज कुंद्रा की यह दूसरी शादी है. पहली शादी से उनकी एक बेटी भी है. कुछ समय पूर्व उनकी पहली पत्नी कविता ने शिल्पा पर घर तो़ड़ने का आरोप लगा कर काफ़ी हंगामा मचाया था.

लेकिन राज ने पूरे समय शिल्पा का साथ निभाया और 24 अक्तूबर को दोनों की सगाई हो गई थी.

शिल्पा इंडियन प्रीमियर लीग के तहत राजस्थान रॉयल्स की मालकिन भी हैं और बिग ब्रदर से वह अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर चुकी है.

सम्मेलन को लेकर उम्मीदें बढ़ीं




दिसंबर में होने वाले कोपेनहेगन जलवायु सम्मेलन में साठ से अधिक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री हिस्सा लेने वाले हैं, और यह पता चलने के बाद इसकी सफलता को लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं.

इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही थी कि सम्मेलन में बातचीत के बाद शायद कोई ठोस सहमति न हो पाए.

लेकिन पर्यवेक्षकों का कहना है कि इतनी बड़ी तादाद में राष्ट्राध्यक्षों का शामिल होना अपेक्षाएँ बढ़ाता है.

संयुक्त राष्ट्र के वार्षिक जलवायु सम्मेलन में आमतौर पर विभिन्न देशों के पर्यावरण मंत्री हिस्सा लेते हैं.

नई पर्यावरण संधि
इस बार सम्मेलन में 192 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं जो एक ऐसी नई वैश्विक जलवायु संधि बनाए जाने का प्रयास करेंगे जो संयुक्त राष्ट्र की 1997 की क्योटो संधि का स्थान ले सके.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन भी सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं. उनका कहना है कि नई संधि तभी संभव है जब राष्ट्राध्यक्ष इस बारे में पूरी गंभीरता से विचार करें.

विश्व में सबसे अधिक प्रदूषण के ज़िम्मेदार तीन देशों-भारत, चीन और अमरीका के नेताओं का अभी हिस्सा लेने वाले प्रतिनिधियों की सूची में नाम नहीं है.

कुछ समय पूर्व संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा था कि अगले महीने जलवायु परिवर्तन पर कोपेनहेगन में होने वाले सम्मेलन में ऐसी कोई संधि नहीं होने जा रही है जो क़ानूनी रुप से बाध्यकारी हो.

हालांकि उनका मानना था कि जलवायु परिवर्तन पर एक राजनीतिक सहमति बन सकती है जो अगले कुछ महीनों में क़ानूनी संधि के लिए रास्ता बनाए.

बाबरी मामले में वाजपेयी दोषी?




बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की जाँच के लिए गठित लिब्रहान कमेटी की रिपोर्ट के कुछ अंश भारत के एक अंग्रेज़ी अख़बार ने प्रकाशित किए हैं जिनमें इस मामले में पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता अटल बिहारी वाजपेयी को भी दोषी क़रार दिया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित अंश के अनुसार वाजपेयी के अलावा लालकृष्ण आडवाणी, विनय कटियार, मुरलीमनोहर जोशी, उमा भारती और अशोक सिंघल को भी इस पूरे मामले की पहले से जानकारी थी.

लिब्रहान आयोग की रिपोर्ट में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव को इस सारे विवाद से परे बताते हुए उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है.

सोमवार को लोकसभा में यह मामला ज़ोरशोर से उठा और भाजपा ने रिपोर्ट के इस तरह लीक होने पर कड़ी आपत्ति जताई.


विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी का कहना था, "लिब्रहान आयोग ने अपनी रिपोर्ट जून में ही सरकार को सौंप दी थी फिर इसे संसद में पेश करने में इतनी देरी क्यों हुई है? मैं सरकार से संसद में इस रिपोर्ट को ज्यों का त्यों आज ही रखने की मांग करता हूँ".

उन्होंने कहा, "मैं लिब्रहान आयोग को लिखित में पहले ही यह कह चुका हूँ कि विवादित ढाँचा का टूटना मेरे लिए दुखद था. लेकिन अयोध्या आंदोलन से जुड़ना मेरे लिए गर्व की बात थी".

छह दिसंबर, 1992 को बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद जगह-जगह दंगे हुए और फिर इस मामले की जाँच के लिए न्यायमूर्ति लिब्रहान की अध्यक्षता में इस आयोग का गठन किया गया.

पिछले 17 साल में इसका कार्यकाल 48 बार बढ़ा और अंततः 30 जून, 2009 को इसने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी.

माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट 22 दिसंबर को, संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन के पटल पर पेश की जाएगी.

सोमवार को इस मामले पर हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई.

प्रेमिकाएं बनाने में भी माहिर थे तानाशाह मुसोलिनी


लंदन: इटली के फासीवादी तानाशाह बेनितो मुसोलिनी की एक समय में 14 प्रेमिकाएं थीं। मुसोलिनी की एक प्रेमिका की सार्वजनिक की गई डायरियों से यह खुलासा हुआ है। वेटिकन के डाक्टर की बेटी क्लेरेता पेतासी 20 साल की उम्र में 1932 में मुसोलिनी से मिली थीं और चार साल बाद वह उनकी प्रेमिका बन गई। उनकी डायरियों में 1932 से 1938 के काल खंड को लेकर घटनाओं का हैं। डायरियों में दर्ज जानकारी के अनुसार, पेतासी मुसोलिनी की जिंदगी में मौजूद अन्य महिलाओं से ईष्र्या करती थी और वह दिन में दर्जनों बार मुसोलिनी को मुलाकात के लिए बाध्य करती थी। शाम को घर पहुंचने के हर आधे घंटे बाद दोनों मिलते थे। पेतासी को शक था कि मुसोलिनी उसे धोखा दे रहा है। द संडे टाइम्स ने यह रिपोर्ट दी है। उसने डायरियों में मुलाकातों के बारे में लिखा है। अप्रैल 1938 में पेतासी ने दोनों के बीच उस कहासुनी का जिक्र किया है जो पेतासी द्वारा मुसोलिनी को उसकी पूर्व प्रेमिका ऐलिस डी फोनसेका पलोतेनी के साथ पकड़े जाने के बाद हुई थी। मुसोलिनी ने कहा, ठीक है , मैंने यह किया। क्रिसमस के पहले से मैं उससे मिला नहीं था। मुझे उससे मिलने कीच्इच्छा हो रही थी। मुझे नहीं लगता कि मैंने कोई अपराध किया है। मैंने उसके साथ 12 मिनट गुजारे। पेतासी ने तुरंत बीच में कहा 24। इस पर मुसोलिनी ने कहा, ठीक है 24, तो। यह बहुत जल्दी में हुआ। कौन परवाह करता है। 17 साल बाद कोई उत्साह नहीं बचा है। यह ऐसे है जैसे मैं अपनी बीबी के साथ हूं। मुसोलिनी ने पेतासी से कहा कि केवल एक महिला के साथ सोने की बात उसकी समझ से परे है। उसने कहा, एक समय था जब मेरे पास 14 महिलाएं थीं और हर शाम मैं एक के बाद एक तीन चार के साथ रहता था। इससे तुम्हें मेरे यौन इच्छा का अंदाजा हो सकता है।

ऑक्सफोर्ड में पहली बार अफगान छात्रा को दाखिला


लंदन : शाहरजाद अकबर शायद अफगानिस्तान की उन लड़कियों में सबसे भाग्यशाली होगी जो पढ़ाई को अपनी जिंदगी की सबसे अहम पूंजी मानती हैं। तालिबानी हुकूमत के दौरान बंद दरों दीवारों के पीछे छुपकर पढ़ाई की हसरत पूरी करने वाली शाहरजाद अब ऑक्सफोर्ड विश्र्वविद्यालय में पढ़ाई करेंगी। वह अफगानिस्तान की पहली छात्रा हैं जिन्हें ऑक्सफोर्ड विश्र्वविद्यालय में दाखिला मिला है। 21 वर्षीय शाहरजाद आज भी नहीं भूलती हैं कि कैसे लड़कियों को स्कूल जाने से रोकने के लिए तालिबान ने उसकी इमारत को ही उड़ा दिया था। बुर्के के बिना घर से बाहर निकलने पर महिलाओं को अपने चहरों पर तेजाब फेंके जाने का डर सताता रहता था। आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी अभियान के बाद अब शाहरजाद को स्वतंत्रता से पढ़ाई करने का मौका मिला है। वह कहती हैं, अब मैं कुछ उम्मीद की किरण देख रही हूं। मैं महिलाओं को कई कार्यक्रमों में भाग लेते हुए देखती हूं और मेरी बहन भी स्कूल में पढ़ाई करने जाती है। तालिबान के दौर में यह संभव नहीं था। पिछले महीने ही ऑक्सफोर्ड विश्र्वविद्यालय के इंटरनेशनल डेवलपमेंट विभाग से स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करने वाली शाहरजाद कहती हैं, मैं समझती हूं कि युद्ध ने ब्रिटेन पर कितना दबाव डाल दिया है। मुझे यह देखकर दुख होता है कि अफगानिस्तान में लोगों को कितना कुछ सहना पड़ता है। मैं कंधार हवाई अड्डे पर कुछ सैनिकों से मिली थी और उनमें से एक के साथ उसकी गर्भवती प्रेमिका भी थी। उन्होंने कहा, सैनिकों के लिए बेहद मुश्किल होता है। विदेश में वह अपने परिवार से कोसों दूर रहते हैं। उन्हें अफगानिस्तान में देखकर मुझे दुख होता है। मगर शाहरजाद ऑक्सफोर्ड में मिले मौके का इस्तेमाल अपने देश की महिलाओं की सहायता करने में करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, जब मैं बच्ची थी तब ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई के बारे में सुनती थी मगर यह कभी नहीं सोचा था कि मैं यहां पढ़ने आ सकूंगी। यह ऐसा सपना है जो सच हो गया। शाहरजाद का जन्म उत्तरी अफगानिस्तान में हुआ था जब सोवियत संघ के नौ साल का दौर खत्म होने के करीब था। मगर उसे आज भी याद है जब काबुल को उत्तरी गठबंधन सेना ने सील कर दिया था और 40 दिन तक युद्ध चलता रहा था। इस दौरान हफ्तों तक उसे अपने परिवार के साथ घर के बेसमेंट में बंद रहना पड़ा था।

पर्यावरण के प्रति दायित्व को जरा भी नहीं समझते.......लोग



राजधानी में पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए कई तरह के अभियान चलाए जाते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पर्यावरण के प्रति दायित्व को जरा भी नहीं समझते। रविवार को इंडिया गेट से पर्यावरण हितैषी वाहनों की रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया गया। दूसरी ओर प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लोगों ने खाने-पीने के बाद कूड़ा पार्को में ही फैला दिया।

पौने दो लाख लोगों ने व्यापार मेले में मनाया संडे


नई दिल्ली प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में रविवार को दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा। हर तरफ खचाखच लोग। पांव रखने की भी जगह नहीं। न कोई हॉल और न ही अलग-अलग राज्यों के पवेलियन ही छूटे। इनमें घुसना मानों किसी बड़ी कामयाबी को हासिल कर लेने जैसा था। किसी फूड स्टाल पर बैठने की जगह नहीं थी। एक अनुमान के मुताबिक रविवार को मेला देखने तकरीबन पौने दो लाख दर्शक पहुंचे। इनमें से करीब एक लाख लोग टिकट खरीदकर आए थे। भीड़ का आलम रहा कि सुबह मेला शुरू होने के कुछ घंटे बाद से ही विभिन्न राज्यों के पवेलियनों में लंबी-लंबी लाइनों में लग कर ही प्रवेश मिल रहा था। ऐसा था नजारा : रविवार को मेले में भीड़ सुबह 10 बजे से ही बढ़ने लग गई। लोगों के लिए पहला व आखिरी संडे होने के कारण शायद हर कोई आज ही मेला देख लेना चाहता था। दोपहर होते-होते दर्शकों का आंकड़ा डेढ़ लाख तक पहुंचने लगा। विभिन्न हॉल व राज्य मंडपों में लाइन लगाकर ही प्रवेश मिल पा रहा था। कहां उमड़ी ज्यादा भीड़ : सबसे ज्यादा दर्शक रक्षा मंडप, घरेलू उपकरणों (हाल नंबर 1), इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (हाल नंबर 11), सरस (हाल नंबर 7डी), सौंदर्य प्रसाधन (हाल नंबर 4 एवं 5), खाद्य पदार्थ (हाल नंबर 2) में अधिक नजर आए। इन सभी हॉलों में प्रवेश के लिए दर्शकों को लाइनों में लगना पड़ा। राज्य मंडपों में भी भीड़ कम नहीं थी। राष्ट्रमंडल खेल के प्रचार-प्रसार के लिए दिल्ली पवेलियन के बाहरी हिस्से को खेल व शेरा के रंग में रंगा गया है। दिनभर सबसे ज्यादा भीड़ इस पवेलियन में ही रही। विदेशी पवेलियन देखने की चाह भी हर किसी के मन में नजर आई। इस कड़ी में जब लोग हाल संख्या-12ए में पहुंचे तो भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दोपहर 3 बजे के करीब कुछ देर एंट्री रोकनी पड़ी। दर्शक सुरक्षा कर्मियों से हाथापाई पर उतर आए। पार्किंग भी पड़ गई कम : प्रगति मैदान के आसपास बने पार्किंग स्थल भी छोटे पड़ गए। भगवान दास रोड, पुराना किला रोड, भैरों रोड और इंडिया गेट पार्किंग में बड़ी संख्या में गाडि़यां खड़ी थीं। निजी वाहनों से आए लोगों को पूरे दिन ट्रैफिक पुलिस यही समझती रही कि वह इन जगहों के अलावा पार्किग के लिए कहीं और जगह तलाशें। दुकानदारों के चेहरे पर लौटी रौनक : रविवार को उमड़े जनसैलाब को देख स्टाल विक्रेता भी काफी खुश नजर आ रहे थे। बहुत से लोगों ने खरीदारी की। एक स्टॉल विक्रेता ने कहा, इस भीड़ की इंतजार तो हम कई दिनों से कर रहे थे। मेले में जितने ज्यादा दर्शक आते हैं, उतना ही व्यापार बढ़ता है और प्रचार होता है। हजारों दर्शक मायूस लौटे : सुरक्षा कारणों व भीड़ अनियंत्रित न हो जाए इस कारण मेले में शाम 4 बजे के बाद लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी गई। इसकी जानकारी न होने से हजारों लोग प्रगति मैदान के सभी एंट्री गेट पर अंदर घुसने के लिए हंगामा करने लगे। उन्हें शांत कराने में तैनात सुरक्षा जवानों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। घंटे भर के प्रयास के बाद आखिरकर लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा।

हेडली : दो संस्कृतियों के द्वंद्व से पैदा हुआ आतंक


वाशिंगटन; अमेरिका में गिरफ्तार 26/11 का गुनहगार डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद सैयद गिलानी भटका हुआ इंसान है। पाक राजनयिक पिता व अमेरिकी मां की संतान हेडली दो संस्कृतियों (इस्लाम और ईसाईयत) के बीच द्वंद्व में फंसा रहा और अंतत: अतिवादी इस्लामिक धारा की ओर मुड़ गया। उसका मानना था कि एक बार फिर दुनिया में इस्लाम का राज होगा। एक साथी को भेजे ई मेल में उसकी मनोदशा जाहिर भी होती है जिसमें उसने आतंकवाद को बर्बर और अनैतिक माना है। न्यूयार्क टाइम्स ने एफबीआई के सुबूतों और अमेरिका, कनाडा व पाकिस्तान से जुटाई जानकारी के आधार पर रविवार को एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें 49 वर्षीय हेडली को मानसिक रूप से भ्रमित व्यक्ति बताया गया है। पाक राजनयिक सैयद सलीम गिलानी व अमेरिकी मां सेरिल हेडली की संतान हेडली का जन्म साठ के दशक में हुआ और उसके बाद सलीम परिवार समेत लाहौर चले गए। खुले विचारों वाली सेरिल ने पाकिस्तान में खुद को बंधा हुआ पाया और वह सलीम से अलग हो गईं। डेविड और उसकी बहन सैदा पिता के पास ही रहे। 17 वर्ष की आयु में वह अपनी मां के पास रहने फिलाडेल्फिया गया जो कि खैबर पास नाम से एक बार चला रही थीं। मां-बाप के अलगाव और इस्लामिक कायदे कानूनों से कुंठित डेविड तस्करों के संपर्क में आया। 1998 में हेरोइन तस्करी के मामले में उसे पाकिस्तान में सजा भी हुई। हेडली के ईमेल संदेशों से पता चलता है कि वह पाक के मिलिट्री हाईस्कूल के सहपाठियों के संपर्क में रहा। हेडली ने पिछली फरवरी में अपने सहपाठी को भेजे ईमेल में कहा था कि हम में से कुछ लोग कह रहे हैं कि आतंकवाद कायरों का हथियार है। मैं कहूंगा कि तुम इसे बर्बर, अनैतिक या क्रूर कह सकते हो लेकिन कभी इसे कायर मत कहो। उसके सर कलम करने और आत्मघाती हमलों को महान कार्य बताते हुए कहा है कि साहस विशेष रूप से मुस्लिम राष्ट्र की बपौती है। हेडली ने निहत्थे अफगानी ग्रामीणों पर नाटो द्वारा 22 हजार बम गिराए जाने को आपराधिक कार्रवाई करार दिया। एक संदेश में उसने कहा कि वह पाकिस्तान के दुश्मन भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि आज हेडली एक इस्लामी कट्टरपंथी है जो कभी बहुत ऊंचे उड़ने के सपने देखता था। उसकी एक सीधी सादी पाकिस्तानी पत्नी है जो अपने बच्चों संग शिकागो में रहती है, लेकिन दोस्तों और रिश्तेदारों के अनुसार उसकी एक अमेरिकी प्रेमिका भी है जो न्यूयार्क में मेकअप आर्टिस्ट है। 2006 में उसने अपना नाम डेविड कोलमैन हेडली रख लिया। नाम बदलने के पीछे उसका मकसद पश्चिमी चेहरे मोहरे का फायदा उठाना था, ताकि वह आसानी से भारत और डेनमार्क जैसे देशों की यात्रा कर सके और वहां की सुरक्षा एजेंसियों को शक भी न हो।

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