
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक अचानक भजनलाल को दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें स्थानीय रविंद्र गुप्ता अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक ने भजनलाल को दिल के दौरे के अतिरिक्त ब्रेन हैमरेज की भी आशंका व्यक्त की थी। उन्होंने बेहतर इलाज के लिए भजनलाल को दिल्ली ले जाने की सलाह दी थी लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
भजनलाल ३ बार हरियाणा के सीएम रहे हैं। पहली बार 1979 से 1985 तक तो दूसरी बार 1991 से 1996 तक। राजीव गांधी सरकार में वे केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य भी रहे। भजनलाल के दो पुत्र हैं। एक कुलदीप बिश्नोई और दूसरे चंद्रमोहन जोकि हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं।