55 वर्ष पुर्व बने विद्यालय को आजतक अपगे्रड नही किया गया है
डबवाली- प्रदेश में जहां प्राइवेट स्कूलो की संख्या लगातार बढती जा रही है वहीं सरकार की लापरवाही के कारण सरकारी स्कूलो का स्तर दिन-प्रतिदिन नीचे गिरता जा रहा है। सरकार शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं पर लाखों रूपया पानी की तरह बहा रही है लेकिन अब तक इसका परिणाम शून्य ही कहा जा सकता है उदाहरण के लिए डबवाली शहर के पश्चिम में स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला न.1 में आधुनिक शिक्षा के नाम पर किसी प्रकार का विकास नही किया गया। आज से करीब 55 वर्ष पुर्व बने इस विद्यालय को आजतक अपगे्रड नही किया गया है लेकिन इस विद्यालल के वर्षो बाद बने कालेानी रोड़ पर स्थित विद्यालय नं. 3 को अपगे्रड किया जा चुका है जिससे राजकीय विद्यालय नं. 1 में पढने वाले बच्चों के अभिवावको में रोष पाया जा रहा है।
विद्यालय में पढने वाले छात्रों के अभिवावकों युद्धवीर रगीला , विजय खन्नगवाल , श्रिडी राम बागडी , अशोक कुमार, मदन लाल, कृष्ण लाल,विजय कुमार, जगदीश राय, कन्हिया लाल, औम प्रकाश व अन्य ने बताया कि इस विद्यालय में 450 के करीब छात्र है जोकि सौ प्रतिशत अनसुचित जाति से सम्बधित है। उन्होने बताया कि विद्यालय में सबसे पहले छ: सात कमरे थे, जिनकी स्थिति बाद में बने अन्य कमरो से बेहतर है क्याकि इन कमरो को बनाने में घटिया स्तर की निर्माण सामग्री इस्तेमाल के कारण यहां चार दिवारी होते हुऐ भी ना के बराबर है।
इस स्कूल में चौकीदार के ना होने से यहों पर शरारती तत्वों व आशिक मिजाज युवकों का जमावड़ा लगा रहता है और जिसके कारण स्कूल में काफी बार चोरी भी हो चुकी है और ना ही इस विद्यालय में सफाईकर्मचारी की नियूक्ति की गई है जिसके कारण स्कूल की सफाई बच्चों से करवाई जाती है, इस स्कूल में कबीर बस्ती व भाटी कलोनी (पजंाब) डिस्पोजल ऐरिया व अन्य कई वार्डो के बच्चे पढने लिए आते है जो इस स्कूल से काफी दुरी पर पडते है बच्चों के अभिवावको ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों पर यह आरोप लगाया है कि इस विद्यालय से जानबूझ कर भेदभाव किया जा रहा है इस लिए इसे अभी तक अपग्रेड नही किया गया। उन्होने बताया कि इस विद्यालय से पांचवी कक्षा उर्तीण करने के उपरातं अधिकाश बच्चे अपनी पढाई बीच में छोडने पर मजबुर हो जाते है क्योकि उसके बाद दुसरे विद्यालय उनके क्षेत्र से काफी दुरी पर है और प्राईवेट स्कूल में पढने हेतु भारी भडकम फीस जमा करवाने में असमर्थ है ,उन्होने हरियाणा सरकार व उच्च अधिकारियों से मांग की है कि राजकीय प्राथमिक पाठशला नं. 1 को अपग्रेड कर अन्य सुविधाएं प्रदान की जाए ताकि इस विद्यालय में पढने वाले बच्चो व अभिवावकों को परेशानी ना झेलनी पडे।
डबवाली- प्रदेश में जहां प्राइवेट स्कूलो की संख्या लगातार बढती जा रही है वहीं सरकार की लापरवाही के कारण सरकारी स्कूलो का स्तर दिन-प्रतिदिन नीचे गिरता जा रहा है। सरकार शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं पर लाखों रूपया पानी की तरह बहा रही है लेकिन अब तक इसका परिणाम शून्य ही कहा जा सकता है उदाहरण के लिए डबवाली शहर के पश्चिम में स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला न.1 में आधुनिक शिक्षा के नाम पर किसी प्रकार का विकास नही किया गया। आज से करीब 55 वर्ष पुर्व बने इस विद्यालय को आजतक अपगे्रड नही किया गया है लेकिन इस विद्यालल के वर्षो बाद बने कालेानी रोड़ पर स्थित विद्यालय नं. 3 को अपगे्रड किया जा चुका है जिससे राजकीय विद्यालय नं. 1 में पढने वाले बच्चों के अभिवावको में रोष पाया जा रहा है।
विद्यालय में पढने वाले छात्रों के अभिवावकों युद्धवीर रगीला , विजय खन्नगवाल , श्रिडी राम बागडी , अशोक कुमार, मदन लाल, कृष्ण लाल,विजय कुमार, जगदीश राय, कन्हिया लाल, औम प्रकाश व अन्य ने बताया कि इस विद्यालय में 450 के करीब छात्र है जोकि सौ प्रतिशत अनसुचित जाति से सम्बधित है। उन्होने बताया कि विद्यालय में सबसे पहले छ: सात कमरे थे, जिनकी स्थिति बाद में बने अन्य कमरो से बेहतर है क्याकि इन कमरो को बनाने में घटिया स्तर की निर्माण सामग्री इस्तेमाल के कारण यहां चार दिवारी होते हुऐ भी ना के बराबर है।
इस स्कूल में चौकीदार के ना होने से यहों पर शरारती तत्वों व आशिक मिजाज युवकों का जमावड़ा लगा रहता है और जिसके कारण स्कूल में काफी बार चोरी भी हो चुकी है और ना ही इस विद्यालय में सफाईकर्मचारी की नियूक्ति की गई है जिसके कारण स्कूल की सफाई बच्चों से करवाई जाती है, इस स्कूल में कबीर बस्ती व भाटी कलोनी (पजंाब) डिस्पोजल ऐरिया व अन्य कई वार्डो के बच्चे पढने लिए आते है जो इस स्कूल से काफी दुरी पर पडते है बच्चों के अभिवावको ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों पर यह आरोप लगाया है कि इस विद्यालय से जानबूझ कर भेदभाव किया जा रहा है इस लिए इसे अभी तक अपग्रेड नही किया गया। उन्होने बताया कि इस विद्यालय से पांचवी कक्षा उर्तीण करने के उपरातं अधिकाश बच्चे अपनी पढाई बीच में छोडने पर मजबुर हो जाते है क्योकि उसके बाद दुसरे विद्यालय उनके क्षेत्र से काफी दुरी पर है और प्राईवेट स्कूल में पढने हेतु भारी भडकम फीस जमा करवाने में असमर्थ है ,उन्होने हरियाणा सरकार व उच्च अधिकारियों से मांग की है कि राजकीय प्राथमिक पाठशला नं. 1 को अपग्रेड कर अन्य सुविधाएं प्रदान की जाए ताकि इस विद्यालय में पढने वाले बच्चो व अभिवावकों को परेशानी ना झेलनी पडे।