IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

Young Flame Headline Animator

रविवार, 18 सितंबर 2011

मतदान के प्रति दिखा उत्साह

मतपेटियों में बंद हो गया भाग्य, 22 को आएगा रिजल्ट
18 सितम्बर। शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सिरसा व डबवाली सीट पर हुए मतदान में खासा उत्साह नजर आया। विभिन्न वाहनों में सवार होकर मतदाता मतदान केंद्र तक पहुंचे। दिन भर मतदान केंद्र के आसपास रौनक बनी रही। मतदान आज सुबह 8 बजे शुरू हुआ जो साय: 4 बजे तक चला। सिरसा सीट से शिरोमणि अकाली दल 1920 के उम्मीदवार गुरदीप सिंह, अकाली दल बादल के उम्मीदवार प्रकाश सिंह साहुवाला व आजाद प्रत्याशी गुरमीत सिंह तिलोकेवाला के बीच मुकाबला है। इसी प्रकार डबवाली सीट से शिरोमणि अकाली दल बादल के उम्मीदवार जगसीर सिंह मांगेआना, आजाद उम्मीदवार परमजीत सिंह माखा व एचएसजीपीसी प्रत्याशी जगदेव सिंह मटदादू के बीच टक्कर है। सुबह के समय मतदान की रफ्तार कुछ कम रही और सिरसा सीट पर सुबह 10 बजे तक महज 19 प्रतिशत मतदान ही हो सका था। दोपहर के बाद मतदान में तेजी आई जो शाम 4 बजे तक चलती रही। जिले में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांति से हुआ। शांतिपूर्ण मतदान के लिए जिले में 102 मतदान केंद्र बनाए गए थे जबकि 460 अधिकरियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। किसी प्रकार की गड़बड़ी होने की सूरत में 13 पोलिंग पार्टीयां रिजर्व में रखी गई थी।

गांव भीमा में हुआ तनाव
रोड़ी क्षेत्र के गांव भीमा में मतदान को लेकर कुछ तनाव हुआ जो बाद में शांत हो गया। तनाव का कारण बनी एक महिला मतदाता। महिला मतदान केंद्र के अंदर अपने बेटे को साथ ले गई और कहने लगी कि उसका वोट उसका बेटा डालेगा। इस पर एक एजेंट ने विरोध किया और कहा कि बेटे को वोट डालने का अधिकार नहीं है। इसी बात पर पक्ष-विपक्ष के एजेंट में कहासुनी हो गई और कुछ देर मतदान रूक गया लेकिन बाद में अधिकारियों ने मामले को शांत करा दिया।

सख्त थी सुरक्षा व्यवस्था
शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। प्रत्येक मतदान केंद्र के बाहर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगी हुई थी। सिरसा व डबवाली सीट के चुनाव के लिए एक हजार से भी अधिक पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए थे। दोनों क्षेत्रों को छह सैक्टरों मेें बांटकर डीएसपी स्तर के अधिकारियों को सैक्टर इंचार्ज लगाया गया था। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए आधा दर्जन डीएसपी, दो दर्जन से भी अधिक इंस्पेक्टर तैनात थे। दोनों क्षेत्रों में 20 पेट्रोलिंग पार्टियां गश्त पर थी। जिले की सीमा भी सील की गई थी। दोनों क्षेत्रों के 38 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए गए थे।

सफाई के अभाव में शहर बना कचरा घर

डबवाली (यंग फ्लेम)शहर को कचरामुक्त बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, इसके बावजूद अधिकारियों की लापरवाही के कारण शहर कचरा का घर बना हुआ है। जहां नजर डालो, गंदगी ही गंदगी नजर आती है। शहरवासियों द्वारा बार-बार आवाज उठाने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। लगता है अधिकारियों को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। शहर का कचरा खपाने के लिए कचरा प्लांट लगाने की योजना भी अधर में लटक गई। इसके पीछे अधिकारियों का निक्कमापन जिम्मेदार है। नगरपालिका द्वारा घरों व बाजारों से कचरा एकत्रित करने के लिए रिक्शा लगवाई गई थी लेकिन अब वह भी सड़कों से गायब हो चुकी है। शहर गंदगी का सबसे बड़ा अड्डा बनता जा रहा है। जि कारण पशु दिन भर गंदगी के इर्द-गिर्द विचरण करते रहते थे और कचरे को इधर-उधर बिखेर देते थे। बरसात के कारण अब कचरा बदबू मारने लगा है और मच्छर पनप रहे हैं। लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि जब लाखों रूपए की लागत से नगरपालिका द्वारा मंगवाई गई रिक्शा भी बेकार में खड़ी जर्जर हो रही है। इन सवालों के जवाब शहर की जनता अधिकारियों से जानना चाहती है पर अधिकारी है कि हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। यदि अधिकारी इसी तरह से जनता की उपेक्षा करते रहे तो उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी।
बारिश के पानी की निकासी का नहीं प्रबंध
शहर की दूसरी सबसे बड़ी समस्या बारिश के पानी की निकासी की है। जब बारिश होती है तो पानी एक सप्ताह तक गलियों, खाली प्लाटों या सड़कों पर भरा रहता है। बठिंडा चौक, मलोट रोड पर स्थित रेलवे फाटक पर कुछ ऐसे ही हालात बने हुए हैं जहां बारिश का पानी कई दिनों से भरा हुआ है। खाली प्लाटों में भरा हुआ पानी तालाब जैसा लगता है। उनके अंदर मच्छर पैदा हो रहे हैं जो मलेरिया को बढ़ावा दे रहे हैं। शहर के कुछ अन्य हिस्सों में भी बारिश का पानी भरा हुआ है जिसकी निकासी के लिए प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए ग

SHARE ME

IMPORTANT -------- ATTENTION ---- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

SITE---TRACKER


web site statistics

ब्लॉग आर्काइव

  © template Web by thepressreporter.com 2009

Back to TOP