डबवाली-उपमण्डल के गांव लखुआना में आज दोपहर साढ़े 12 बजे
के करीब 25 से 30 फुट गहरे कुऐं में मिट्टी का तोंदा गिरने से राज मिस्त्री की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उसके साथ कुऐं में कार्य कर रहे दोनों मजदूर तो स्वयं कुऐं से बाहर निकलने बाल-बाल बच गए। प्राप्त जानकारी अनुसार उपमण्डल के गांव लखुआना निवासी भागीरथ पुत्र अमीं लाल डांगी के खेत में कुऐं को पक्का करने का कार्य कर रहे थे कि उपरोक्त घटना घट गई। जिसमें से दो मजदूर तो स्वयं के प्रयासों से कुऐं से बाहर आ गए परन्तु मिस्त्री कुऐं में ही फंस गया। कुऐं से बाहर आए मजदूरों ने शोर मचाकर आस-पास के खेतों में कार्य कर रहे लोगों को एकत्रित किया तथा बचाव कार्य हेतु गांव में सूचित किया। तत्पश्चात वहां उपस्थित लोगों ने कुऐं में फंसे मिस्त्री को बाहर निकालने का प्रयास किया परन्तु मिट्टी का एक ओर तोंदा गिरने से मिस्त्री को बाहर निकालने में वह सफल नहीं हो पाए। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी, हस्पताल से चिकित्सकों की टीम, दमकल के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा तुरन्त प्रभाव से तीन जेसीबी मशीनों तथा टै्रक्टरों की सहायता से बचाव कार्य शुरू करवा दिया। कुऐं से बच कर बाहर आए मजदूरों गुरमेल सिंह पुत्र अजायब सिंह तथा गुरदीप सिंह पुत्र जंग सिंह निवासी गांव गिद्दडख़ेड़ा ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि वह मिस्त्री मेजर सिंह पुत्र पिल्ला सिंह राठ निवासी गांव गिद्दडख़ेड़ा के साथ पिछले दो दिनों से कुऐं को पक्का करने का कार्य कर रहे थे। आज उन्होंने प्रात: से चिनाई करनी आरम्भ की थी कि करीब साढ़े 12 बजे कार्य के दौरान मिट्टी का तोंदा गिरने से वह कुऐं में फंस गए। वह तो निकलने में सफल रहे परन्तु मिस्त्री मेजर सिंह को वह बाहर नहीं निकाल पाए। उन्होंने बताया कि उन्होंने उसके धड़ तक तो मिट्टी हटाई परन्तु मिट्टी का एक ओर तोंदा गिरने से वह उसे निकालने में कामयाब नहीं हुए। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों में नायब तहसीलदार हरि औम बिश्रोई, कानूनगो हरजन्ट सिंह, पटवारी रमेश कुमार लखुआना, बी. डी. ओ. दफ्तर से गुरदेव सिंह, शहर थाना प्रभारी बाबू लाल एवं सदर के एसआई रतन सिंह अपने दल बल के साथ तथा स्थानीय सिविल हस्पताल से डॉ. बलेश बांसल के नेतृत्व में चार सदस्यी टीम जिसमें फार्मासिस्ट सतीश कुमार, वार्ड इंचार्च शेर सिंह, चालक कृष्ण कुमार के साथ ऐम्बूलैंस सहित घटना स्थल पर पहुंचे। उधर सूचना मिलते ही शाह सतनामजी ग्रीनएस वैल्फेयर के सेवादार भी घटनास्थल पर पहुंच गए तथा राहत कार्य शुरू कर दिया। बचाव कार्य में लगे लोगों द्वारा लगभग साढ़े 5 बजे के करीब मिस्त्री को कुऐं से बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
