डबवाली-जिला औषधि नियन्त्रण अधिकारी ने मुखबरी के आधार पर आज अपनी पूरी टीम के साथ स्थानीय गोल चौंक के समीप स्थित एक मैडीकल की दुकान पर छापामारी कर भारी मात्रा में नशीली दवाईयां बरामद की। जिसमें भिन्न-भिन्न कम्पनियों द्वारा निॢमत 18 प्रकार की नशीली दवाऐं शामिल हैं। प्राप्त जानकारी अनुसार स्थानीय गोल चौंक के समीप स्थित नील मेडीकोज पर आज जिला औषधि नियन्त्रण अधिकारी रजनीश धानीवाल ने छापामारी कर मोमोलिट, फिनोलिट, माईक्रोलिट, क्लोरोडायसापॉम, लोराजीपॉम, रोक्स-एफ, प्रॉक्सीवान, हाईप्लोरैक्स सहित अन्य दवाईयां भारी मात्रा में बरामद की हैं। जिला नियन्त्रण अधिकारी रजनीश धानीवाल ने बताया कि यह मैडीकोज शॉप इससे पूर्व दीपक मैडीकोज के नाम से थी। पिछले वर्ष इस मैडीकल शॉप पर छापामरी के दौरान भारी मात्रा में नशीली दवाईयां बरामद होने पर इसका लाईसैंस रद्द कर दिया गया था। लेकिन अब इसने नील मैडीकोज के नाम से लाईसैंस लेकर मैडीकोज चला रहा था और धड़ल्ले से नशे का व्यापार कर रहा था। सूचना मिलने पर मैडीकल ऐसोसिऐशन के जिला प्रधान दर्शन सोनी उक्त मैडीकल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस मैडीकल के संचालक दीपक कुमार को नशे की दवाईयां बेचने पर कई बार चेतावनी दी गई थी। मैडीकल ऐसोसिऐशन नशा बेचने वाले दुकानदारों का साथ नहीं देगी। इस दौरान जिला औषधि नियन्त्रण रजनीश धानीवाल ने नशे के लिए प्रयोग होने वाली सभी दवाईयों के सैम्पल लिए हैं तथा मैडीकल शॉप पर प्रोप्राईटर नीशु बाला व फार्मासिस्ट नीरज कुमार पुत्र देस राज के न होने पर दुकान बन्द करवा दी है।
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गुरुवार, 12 अगस्त 2010
इंडेन गैस के डबवाली गैस एजैंसी के कार्यालय पर तेजधार हथियारों से लैस अज्ञात युवकों ने हमला बोला
डबवाली- अनाज मंडी में स्थित इंडेन गैस के डबवाली गैस एजैंसी के कार्यालय पर आज बुधवार को तेजधार हथियारों से लैस एक दर्जन अज्ञात युवकों ने हमला बोल गैस एजैंसी संचालक के भतीजे व एक करींदे को घायल कर दिया। हमलावरों ने कार्यालय में भी जम कर उत्पात मचाया कार्यालय में रखे कंप्यूटर और फर्नीचर को तोड़ फोड़ कर फरार हो गये। घायल रवि कुमार पुत्र जगदीश चंद्र व भजन लाल पुत्र महावीर प्रसाद को डबवाली के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। रवि पुत्र जगदीश चंद्र ने बताया कि दोपहर बाद बिना नंबर की कारों पर सवार हो कर आये तेजधार हथियारों, लाठियों तथा डंडों से लैस करीब एक दर्जन युवकों ने इंडेन गैस की डबवाली गैस सर्विस के अनाज मंडी में स्थित कार्यालय पर हमला बोल दिया। उसने बताया कि हमलावारों ने उसे तथा गैस एजैंसी संचालक श्याम सुंदर सभ्रवाल के भतीजे भजन लाल पुत्र महावीर को घायल कर दिया। जबकि एजैंसी में कार्यरत अन्य युवकों विक्रम, कुलदीप ने भाग कर अपनी जान बचाई। हमलावारों ने कार्यालय में भी जम कर उत्पात मचाया। कार्यालय में पड़ा कंप्यूटर तोडऩे के अलावा वहां पड़े फर्नीचर पर भी युवकों ने अपना गुस्सा उतारा और उसे तोड़ कर फरार हो गये। हमलावरों के जाने के उपरांत कार्यालय के अन्य लोगों ने घायलों को डबवाली के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। अभी तक इस बात का पत्ता नहीं चल पाया है कि हमलावर कौन थे और किस कारण उन्होंने उन पर हमला किया है लेकिन घायल रवि ने सामने आने पर हमलावरों को पहचाने का दावा किया है। नहीं खुलेगी एजैंसी-सभ्रवाल : डबवाली गैस एजैंसी के संचालक श्याम सुंदर सभ्रवाल ने बताया कि वे ऐसे हालात में कार्य करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें प्रशासन सुरक्षा मुहैया नहीं करवाता और हमलावरों को पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे नहीं करता तब तक कार्यालय को नहीं खोला जाऐगा। उन्होंने बताया इसकी लिखित सूचना प्रशासन और कंपनी को दे दी गई है। उन्होंने बताया कि उनकी किसी के साथ कोई रंजिश नहीं है और न ही वह ये जानते है कि हमलावर कौन थे। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस कार्यवाही का इंतजार है।
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वर्कशॉप में कार्यरत युवक की करंट लगने से मौत हो गई
डबवाली- स्थानीय जीटी रोड़ पर स्थित दर्पण सिनेमा के समीप एक वर्कशॉप में कार्यरत युवक की करंट लगने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी अनुसार पंजाब क्षेत्र के निकटवर्ती गांव सिंहसघेवाला निवासी युवक तेजपाल सिंह पुत्र बिन्द्र सिंह स्थानीय दर्पण सिनेमा के समीप नरेन्द्र सिंह की वर्कशॉप में कार्य करता था की उस वक्त दर्दनाक मौत हो गई जब वह इनेलो नेता विनोद बेनिवाल के वाहन की इलैक्ट्रोनिक मशीन द्वारा कर रहा था कि अचानक मशीन में करंट आने से एक जोरदार झटका लगा और वह तुरन्त वहीं बेहोश होकर गिर पड़ा तो वहां पर उपस्थित इनेलो नेता विनोद बेनिवाल ने तुरन्त उसे स्थानीय राजकीय हस्पताल में दाखिल करवाया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही थाना शहर पुलिस के उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र सिविल हस्पताल में पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर मृतक युवक के पिता बिन्द्र सिंह के ब्यान पर आईपीसी की धारा 174 की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
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The social utility curve can be shifted upward with selflessness attitude -- Dr. M.M.Goel
Kurukshetra-The motto ‘Not Me But You’ of the National Service scheme(NSS) is capable of giving new meaning to rationality in economics which has created selfish behaviour among consumers of all kinds and needs to be substituted with selflessness, said Dr। M।M।Goel, Professor & Chairman, Dept। of Economics, Kurukshetra University here today. He was addressing the participants of the ongoing orientation course for NSS Programme Officers being organized by NSS Cell of the University in joint collaboration with Institute for Development & Communication, Chandigarh . The social utility curve can be shifted upward with selflessness attitude of altruism better than the selfish individuals who takes care of themselves, opined Professor Goel.
To lay the foundations of a new and just social order, altruism- the principle of living and acting for the interest of others need to be understood, analyzed, interpreted and adopted in totality by Indian youth including students, said Professor Goel.
To ensure secularity, the blood donation and spirituality need to be promoted among youth who are the harbingers of change for better tomorrow. The color of blood is red for one and all with any caste, creed or gender, opined Professor Goel who himself donated blood 37 times and proved to be a motivator as NSS volunteer and Programme Officer.
Spirituality- the science of soul is gender neutral and can best be understood through the message of Bhagwad Gita which is ism neutral, religion free treatise on management and welfare economics, said Professor Goel .
NSS can give a new meaning to the horizontal and vertical division of labour in right perspectives which promotes dignity of labour with cooperation among students, said Professor Goel.
Earlier, Dr. CDS Kaushal, Programme Coordinator NSS welcomed and introduced Professor Goel to the audience present on the occasion.
To lay the foundations of a new and just social order, altruism- the principle of living and acting for the interest of others need to be understood, analyzed, interpreted and adopted in totality by Indian youth including students, said Professor Goel.
To ensure secularity, the blood donation and spirituality need to be promoted among youth who are the harbingers of change for better tomorrow. The color of blood is red for one and all with any caste, creed or gender, opined Professor Goel who himself donated blood 37 times and proved to be a motivator as NSS volunteer and Programme Officer.
Spirituality- the science of soul is gender neutral and can best be understood through the message of Bhagwad Gita which is ism neutral, religion free treatise on management and welfare economics, said Professor Goel .
NSS can give a new meaning to the horizontal and vertical division of labour in right perspectives which promotes dignity of labour with cooperation among students, said Professor Goel.
Earlier, Dr. CDS Kaushal, Programme Coordinator NSS welcomed and introduced Professor Goel to the audience present on the occasion.
The social utility curve can be shifted upward with selflessness attitude -- Dr. M.M.Goel
Kurukshetra-The motto ‘Not Me But You’ of the National Service scheme(NSS) is capable of giving new meaning to rationality in economics which has created selfish behaviour among consumers of all kinds and needs to be substituted with selflessness, said Dr। M।M।Goel, Professor & Chairman, Dept। of Economics, Kurukshetra University here today. He was addressing the participants of the ongoing orientation course for NSS Programme Officers being organized by NSS Cell of the University in joint collaboration with Institute for Development & Communication, Chandigarh . The social utility curve can be shifted upward with selflessness attitude of altruism better than the selfish individuals who takes care of themselves, opined Professor Goel.
To lay the foundations of a new and just social order, altruism- the principle of living and acting for the interest of others need to be understood, analyzed, interpreted and adopted in totality by Indian youth including students, said Professor Goel.
To ensure secularity, the blood donation and spirituality need to be promoted among youth who are the harbingers of change for better tomorrow. The color of blood is red for one and all with any caste, creed or gender, opined Professor Goel who himself donated blood 37 times and proved to be a motivator as NSS volunteer and Programme Officer.
Spirituality- the science of soul is gender neutral and can best be understood through the message of Bhagwad Gita which is ism neutral, religion free treatise on management and welfare economics, said Professor Goel .
NSS can give a new meaning to the horizontal and vertical division of labour in right perspectives which promotes dignity of labour with cooperation among students, said Professor Goel.
Earlier, Dr. CDS Kaushal, Programme Coordinator NSS welcomed and introduced Professor Goel to the audience present on the occasion.
To lay the foundations of a new and just social order, altruism- the principle of living and acting for the interest of others need to be understood, analyzed, interpreted and adopted in totality by Indian youth including students, said Professor Goel.
To ensure secularity, the blood donation and spirituality need to be promoted among youth who are the harbingers of change for better tomorrow. The color of blood is red for one and all with any caste, creed or gender, opined Professor Goel who himself donated blood 37 times and proved to be a motivator as NSS volunteer and Programme Officer.
Spirituality- the science of soul is gender neutral and can best be understood through the message of Bhagwad Gita which is ism neutral, religion free treatise on management and welfare economics, said Professor Goel .
NSS can give a new meaning to the horizontal and vertical division of labour in right perspectives which promotes dignity of labour with cooperation among students, said Professor Goel.
Earlier, Dr. CDS Kaushal, Programme Coordinator NSS welcomed and introduced Professor Goel to the audience present on the occasion.
तूड़ी में छुपा रखी थी चोरी की गेहूं
डबवाली- पांच माह पूर्व डबवाली की दो आढ़ती फर्मों के गोदामों से हजारों रूपए की सरसों व गेहूं चोरी करने के मामलों की परतें पुलिस ने उधेडऩी शुरू कर दी हैं। पुलिस ने चोर गिरोह का केवल सुराग ही नहीं लगाया, बल्कि इस गिरोह के एक और सदस्य को काबू करके उससे 27 गट्टे गेहूं तथा तीन गट्टे सरसों के बरामद करने में सफलता अर्जित की है।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
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