डबवाली --इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने अन्ना हजारे द्वारा हिसार में कांगे्रस को वोट न दिए जाने की अपील का स्वागत करते हुए कहा कि इनेलो हमेशा से ही इस बात की पक्षधर रही है कि भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए जनलोकपाल बिल को
संसद में पारित किया जाए और विदेशों में जमा कालेधन को भी वापस लाने के साथ-साथ राईट टू रिकॉल और राईट टू रिजेक्ट बिल भी लाया जाए। उन्होंने कहा कि इनेलो राज्यकार्यकारिणी व इनेलो विधायकदल की बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित करके रामलीला मैदान में शुरू किए गए आंदोलन के दौरान पार्टी अध्यक्ष की ओर से टीम अन्ना को एक पत्र भी भेजा था और इस पत्र को इनेलो के राज्यसभा सांसद रणवीर प्रजापत स्वयं रामलीला मैदान जाकर टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल को सौंप कर आए थे। उन्होंने कहा कि इनेलो ने इस मुद्दे को हरियाणा विधानसभा में भी उठाया था और विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया था कि राज्य विधानसभा एक प्रस्ताव पारित करके केंद्र को भेजे, लेकिन कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित करने की बजाए इनेलो के सभी सदस्यों को विधानसभा सत्र की शेष पूरी अवधि के लिए निलम्बित कर दिया। इसके बावजूद इनेलो के सभी निलम्बित 31 विधायकों ने विधानसभा के बाहर सामान्तर सत्र आयोजित कर जनलोकपाल बिल पर चर्चा करवाई और इस बिल को पारित किए जाने की मांग करते हुए केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भी भेजा। चौटाला ने कहा कि हिसार लोकसभा उपचुनाव की घोषणा होने के बाद इनेलो की ओर से जनलोकपाल बिल का समर्थन करने संबंधी एक पत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा व पूर्व सांसद तरलोचन सिंह के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल टीम अन्ना की अहम सदस्य किरण बेदी को स्वयं जाकर सौंप कर आया। उन्होंने कहा कि इनेलो के संस्थापक व पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व. देवीलाल राईट टू रिकाल कानून बनाए जाने के सबसे ज्यादा हिमायती रहे हैं और उन्होंने ही सबसे पहले इस अवधारणा को देश के समक्ष रखा था।
