डबवाली -उपमंडल के गांव खुईया मलकाना में जीवन तीसरे पहर में पदार्पण कर चुके प्रेमी युगल ने सोमवार को जहर निगल कर आत्महत्या कर ली। मृतकों में पुरुष की पहचान महिंद्र सिंह (50) तथा महिला की पहचान संतोष रानी (45) पत्नी सुखदयाल सिंह के रूप में की गई है। सोमवार को दोनों ने महिंद्र सिंह के घर पर जहर खा लिया। परिजनों ने उन्हें गंभीर अवस्था में डबवाली के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
पेशे से चिनाई का मिस्तरी और राय सिख बिरादरी से संबंध रखने वाले महिंद्र सिंह पहले से ही दो बीवियों का पति है तथा उसके तीन लड़कियां और तीन लड़के है जिनमें दो लड़कियों की शादी हो चुकी है।
जबकि लोगों के घरों में बर्तन साफ कर जीवन की गाड़ी को चला रही महाशय समुदाय की संतोष रानी पत्नी सुखदयाल सिंह संतोष रानी के चार लड़कियां व 1 लड़का है। चार लड़कियों में दो शादीशुदा है।
जीवन के तीसरे पहर में पहुंच चुके दोनों में इश्क का ऐसा भूत सवार हुआ कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते बौने पड़ गये। संतोष और महिंद्र दोनों में संबंध कायम होने के बाद संतोष ने बर्तन साफ करने का कार्य छोड़ कर महिंद्र के साथ मजदूरी का कार्य करने लग गई।
इससे पहले महिन्द्र सिंह की शादी शीला देवी से हुई थी। करीब दस वर्ष पूर्व उसके डबवाली गांव की पालों देवी से भी संबंध कायम हो गये। शादीशुदा पालो देवी अपने परिवार और बच्चों को छोड़ कर महिंद्र सिंह के साथ उसके घर पर रहने लग गई। महिंद्र सिंह और शीला देवी के तीन लड़कियों व 3 लड़कों सहित छ बच्चे है। महिंद्र सिंह और संतोष रानी की आपस संबंधों की कहानी ज्यादा देर तक छुप नहीं सकी। दोनों परिवारों में इन संबंधों को लेकर झगड़ा रहने लग गया। संतोष रानी तथा महेंद्र सिंह दोनों ने अपना घर छोड़ दिया और इक_े रहने लग गये। महिंद्र सिंह के घर पर न आने के कारण पालो देवी ने सदर थाना में याचिका दायर कर दी। पुलिस ने इस विवाद को सुलझाने के लिए महिंद्र तथा संतोष दोनों के साथ गांव की पंचायत को सोमवार को थाने में बुलाया था। सोमवार को महिंद्र संतोष व संतोष दोनों पालो देवी के घर पर पहुंच गये। इसी पंचायत को लेकर महिंद्र सिंह का दामाद गुरदेव सिंह भी खुईया मलकाना आया हुआ था। गुरदेव सिंह ने बताया कि थाने जाने से पूर्व महिंद्र सिंह व संतोष में घर में ही बने धार्मिक स्थान पर माथा टेकने की बात कह कर कमरे में गये और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद उनके बाहर न आने पर उन्होंने दरवाजा खट् खटकाया तो कोई भी जवाब न आने पर उन्होंने दरवाजे को मुहल्लावासियों के सहयोग से तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि वे अंदर के हालात देख कर दंग रह गये। महिंद्र व संतोष कमरे में चारपाई पर पड़े थे और उनके मुंह से झाग निकल रही थी। उन्होंने बताया कि दोनों को तुरंत एक जीप में डाल कर उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाये। यहां पर उपचार के दौरान पहले महिंद्र सिंह तथा उसके बाद संतोष रानी ने दम तोड़ दिया।
साजिश के तहत हुई है हत्या- मृतक महिला संतोष रानी की पुत्री पूजा रानी ने आरोप लगाया है कि उसकी माँ संतोष रानी की हत्या की गई है। इस मामले की जांच किये जाने की मांग करते हुए उसने आरोप लगाया है कि उनकी माँ संतोष व महिंद्र सिंह साजिश के तहत यहां पर बुला कर उन्हें जहर दिया गया है।
जांच के बाद होगी कार्यवाही- इस मामले की जांच कर रहे सदर थाना के सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम ने बताया बताया कि पुलिस इस मामले में दोनों पक्षों के ब्यान दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। मृतकों का पोस्ट मार्टम करवा कर उसका विसरा जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। जांच के बाद ही आगामी कार्यवाही की जायेगी।
पेशे से चिनाई का मिस्तरी और राय सिख बिरादरी से संबंध रखने वाले महिंद्र सिंह पहले से ही दो बीवियों का पति है तथा उसके तीन लड़कियां और तीन लड़के है जिनमें दो लड़कियों की शादी हो चुकी है।
जबकि लोगों के घरों में बर्तन साफ कर जीवन की गाड़ी को चला रही महाशय समुदाय की संतोष रानी पत्नी सुखदयाल सिंह संतोष रानी के चार लड़कियां व 1 लड़का है। चार लड़कियों में दो शादीशुदा है।
जीवन के तीसरे पहर में पहुंच चुके दोनों में इश्क का ऐसा भूत सवार हुआ कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते बौने पड़ गये। संतोष और महिंद्र दोनों में संबंध कायम होने के बाद संतोष ने बर्तन साफ करने का कार्य छोड़ कर महिंद्र के साथ मजदूरी का कार्य करने लग गई।
इससे पहले महिन्द्र सिंह की शादी शीला देवी से हुई थी। करीब दस वर्ष पूर्व उसके डबवाली गांव की पालों देवी से भी संबंध कायम हो गये। शादीशुदा पालो देवी अपने परिवार और बच्चों को छोड़ कर महिंद्र सिंह के साथ उसके घर पर रहने लग गई। महिंद्र सिंह और शीला देवी के तीन लड़कियों व 3 लड़कों सहित छ बच्चे है। महिंद्र सिंह और संतोष रानी की आपस संबंधों की कहानी ज्यादा देर तक छुप नहीं सकी। दोनों परिवारों में इन संबंधों को लेकर झगड़ा रहने लग गया। संतोष रानी तथा महेंद्र सिंह दोनों ने अपना घर छोड़ दिया और इक_े रहने लग गये। महिंद्र सिंह के घर पर न आने के कारण पालो देवी ने सदर थाना में याचिका दायर कर दी। पुलिस ने इस विवाद को सुलझाने के लिए महिंद्र तथा संतोष दोनों के साथ गांव की पंचायत को सोमवार को थाने में बुलाया था। सोमवार को महिंद्र संतोष व संतोष दोनों पालो देवी के घर पर पहुंच गये। इसी पंचायत को लेकर महिंद्र सिंह का दामाद गुरदेव सिंह भी खुईया मलकाना आया हुआ था। गुरदेव सिंह ने बताया कि थाने जाने से पूर्व महिंद्र सिंह व संतोष में घर में ही बने धार्मिक स्थान पर माथा टेकने की बात कह कर कमरे में गये और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद उनके बाहर न आने पर उन्होंने दरवाजा खट् खटकाया तो कोई भी जवाब न आने पर उन्होंने दरवाजे को मुहल्लावासियों के सहयोग से तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि वे अंदर के हालात देख कर दंग रह गये। महिंद्र व संतोष कमरे में चारपाई पर पड़े थे और उनके मुंह से झाग निकल रही थी। उन्होंने बताया कि दोनों को तुरंत एक जीप में डाल कर उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में लाये। यहां पर उपचार के दौरान पहले महिंद्र सिंह तथा उसके बाद संतोष रानी ने दम तोड़ दिया।
साजिश के तहत हुई है हत्या- मृतक महिला संतोष रानी की पुत्री पूजा रानी ने आरोप लगाया है कि उसकी माँ संतोष रानी की हत्या की गई है। इस मामले की जांच किये जाने की मांग करते हुए उसने आरोप लगाया है कि उनकी माँ संतोष व महिंद्र सिंह साजिश के तहत यहां पर बुला कर उन्हें जहर दिया गया है।
जांच के बाद होगी कार्यवाही- इस मामले की जांच कर रहे सदर थाना के सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम ने बताया बताया कि पुलिस इस मामले में दोनों पक्षों के ब्यान दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। मृतकों का पोस्ट मार्टम करवा कर उसका विसरा जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। जांच के बाद ही आगामी कार्यवाही की जायेगी।