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बुधवार, 11 नवंबर 2009
दिल्ली मेट्रो: अब छह रूपये की जगह आठ रूपये देने होंगे
नई दिल्ली। दिल्ली में डीटीसी बसों के बाद अब दिल्ली मेट्रो में सफर करना महंगा हो गया। दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को अब 6 रूपये की जगह न्यूनतम 8 रूपया किराया देना होगा। अधिकतम किराया भी 22 से 30 रूपए कर दिया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार किराये के हर स्तर पर औसतन 35.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। स्मार्ट कार्ड पर 10 प्रतिशत की छूट जारी रहेगी। यह तीसरा मौका है जब डीएमआरसी ने भ़ाडो में बढ़ोत्तरी की है। इससे पहले, मार्च 2004 में पहली बार भ़ाडे बढ़ाए गए थे। दूसरी बार दिल्ली मेट्रो ने किराया में दिसंबर में 2005 में बढ़ोत्तरी की थी। इससे पहले अभी डीटीसी के किरायों में 50 से 60 प्रतिशत तक की वृद्धि की थी।
मुंबई से तूफान का खतरा टला, बारिश संभव
मुंबई। जैसा कि अक्सर मौसम विभाग की चेतावनियों के साथ होता है, मुंबई में तूफान की चेतावनी देने के बाद अब मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान “फयान” मुंबई नहीं आएगा और यह उत्तरी महाराष्ट्र तथा दक्षिणी गुजरात की तरफ बढ़ गया है।
हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में भारी बारिश की संभावना अब भी है।
इससे पहले मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक रफ्तार वाली हवाओं के साथ तूफान आज शाम ठीक 5.30 बजे मुंबई पहुंचने वाला है। इस चेतावनी के बाद सतर्कता बरतते हुए बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने महानगर के सभी स्कूल- दफ्तर आदि दोपहर दो बजे तक बंद करने के आदेश दे दिए थे।
मौसम विभाग की चेतावनी और महानगरपालिका के आदेश से चिंतित मुंबईवासी अपने- अपने घरों के लिए निकल पड़े और फिलहाल, शाम के चार बजे स्थिति यह है कि महानगर में हो रही हल्की बारिश तो रुक चुकी है, लेकिन सड़कों पर जगह-जगह विकराल ट्रैफिक जाम लगे हुए हैं और लोग उनमें फंसे हुए हैं।
तूफान की चेतावनी और महानगरपालिका द्वारा तूफान से निपटने के लिए किए गए भारी- भरकम उपायों की घोषणा से मुंबई के निवासी खासे चिंतिंत हो गए थे, खास कर अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षित स्कूल से घर वापसी के लिए भागदौड़ करने लगे थे।
फिलहाल, मुंबई ही नहीं, अब इस तूफान के गुजरात भी जाने की संभावना से मौसम विभाग इंकार कर रहा है।
इससे पहले:
मुंबई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अरब सागर में हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण उठा तूफान “फयान”, 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ आज शाम मुंबई पहुंच जाएगा।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी ) ने तूफान की आशंका से महानगर के सभी स्कूल- कॉलेज दोपहर एक बजे तक और दफ्तर दोपहर दो बजे तक बंद कर दिए जाने का आदेश जारी किया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मुंबई में अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफ़ान आ सकता है साथ ही समंदर में ऊंची लहरों के चलते मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की हिदायत दी गयी है।
मौसम विभाग ने यह चेतावनी भी दी है कि मुंबई तथा इससे सटे ठाणे जिले में अगले 24 घंटों तक “तेज” और “बहुत तेज” बारिश हो सकती है।
मुंबई में कल से धीमी- धीमी बारिश जारी है जिसके कारण यहां की लोकल ट्रेन सेवाओं पर भी असर पड़ा है। जगह- जगह ट्रैफिक जाम की समस्या भी लोगों को झेलनी पड़ रही है।
मुंबई में पिछले 24 घंटों से लगातार बूंदाबांदी हो रही है। बीएमसी ने कुलाबा के गीतानगर, वर्ली के नरीमन बाग़, वर्ली कोलीवाडा, जुहू, वर्सोवा, सागर कुटीर, सात बंगला, गंगा जमुना बिल्डिंग, राजेश खन्ना गार्डन, माहिम, खार, सांताक्रुज़ जैसे समुद्र से सटे तमाम इलाको में एलर्ट घोषित किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई में दिन भर तेज़ हवा का दौर भी रहेगा। बीएमसी ने पुलिस कंट्रोल, ट्राफिक कंट्रोल, फायर बिग्रेड कंट्रोल और मंत्रालय कंट्रोल रूम को अलर्ट पर रहने को कहा है।
हालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, मुंबई में भारी बारिश की संभावना अब भी है।
इससे पहले मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक रफ्तार वाली हवाओं के साथ तूफान आज शाम ठीक 5.30 बजे मुंबई पहुंचने वाला है। इस चेतावनी के बाद सतर्कता बरतते हुए बृहन्मुंबई महानगरपालिका ने महानगर के सभी स्कूल- दफ्तर आदि दोपहर दो बजे तक बंद करने के आदेश दे दिए थे।
मौसम विभाग की चेतावनी और महानगरपालिका के आदेश से चिंतित मुंबईवासी अपने- अपने घरों के लिए निकल पड़े और फिलहाल, शाम के चार बजे स्थिति यह है कि महानगर में हो रही हल्की बारिश तो रुक चुकी है, लेकिन सड़कों पर जगह-जगह विकराल ट्रैफिक जाम लगे हुए हैं और लोग उनमें फंसे हुए हैं।
तूफान की चेतावनी और महानगरपालिका द्वारा तूफान से निपटने के लिए किए गए भारी- भरकम उपायों की घोषणा से मुंबई के निवासी खासे चिंतिंत हो गए थे, खास कर अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षित स्कूल से घर वापसी के लिए भागदौड़ करने लगे थे।
फिलहाल, मुंबई ही नहीं, अब इस तूफान के गुजरात भी जाने की संभावना से मौसम विभाग इंकार कर रहा है।
इससे पहले:
मुंबई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अरब सागर में हवा का कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण उठा तूफान “फयान”, 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ आज शाम मुंबई पहुंच जाएगा।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी ) ने तूफान की आशंका से महानगर के सभी स्कूल- कॉलेज दोपहर एक बजे तक और दफ्तर दोपहर दो बजे तक बंद कर दिए जाने का आदेश जारी किया है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मुंबई में अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफ़ान आ सकता है साथ ही समंदर में ऊंची लहरों के चलते मछुआरों को भी समुद्र में न जाने की हिदायत दी गयी है।
मौसम विभाग ने यह चेतावनी भी दी है कि मुंबई तथा इससे सटे ठाणे जिले में अगले 24 घंटों तक “तेज” और “बहुत तेज” बारिश हो सकती है।
मुंबई में कल से धीमी- धीमी बारिश जारी है जिसके कारण यहां की लोकल ट्रेन सेवाओं पर भी असर पड़ा है। जगह- जगह ट्रैफिक जाम की समस्या भी लोगों को झेलनी पड़ रही है।
मुंबई में पिछले 24 घंटों से लगातार बूंदाबांदी हो रही है। बीएमसी ने कुलाबा के गीतानगर, वर्ली के नरीमन बाग़, वर्ली कोलीवाडा, जुहू, वर्सोवा, सागर कुटीर, सात बंगला, गंगा जमुना बिल्डिंग, राजेश खन्ना गार्डन, माहिम, खार, सांताक्रुज़ जैसे समुद्र से सटे तमाम इलाको में एलर्ट घोषित किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई में दिन भर तेज़ हवा का दौर भी रहेगा। बीएमसी ने पुलिस कंट्रोल, ट्राफिक कंट्रोल, फायर बिग्रेड कंट्रोल और मंत्रालय कंट्रोल रूम को अलर्ट पर रहने को कहा है।
नैनो से भी सस्ती होगी बजाज-रेनो की लखटकिया
बाजार में एक और लखटकिया कार लाने की तैयारी चल रही है। इस बार यह पहल देश की सर्वप्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज आटो और बहुराष्ट्रीय फ्रांसीसी कार कंपनी रेनो की तरफ से हो रही है। रेनो और बजाज आटो ने भारतीय बाजार में करीब एक लाख रुपये की कीमत वाली कार वर्ष 2012 में लांच करने की योजना बनाई है। इस परियोजना में जापानी कार कंपनी निशान भी प्रमुख भूमिका निभाएगी। रेनो के प्रमुख कार्लोस गोस ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को इसकी जानकारी दी। भारत आर्थिक सम्मेलन (इंडिया इकोनोमिक समिट) में हिस्सा लेने आए कार्लोस ने बताया कि कार की डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग बजाज आटो करेगी, लेकिन इसके मार्केटिंग की जिम्मेदारी रेनो और निशान मिल कर निभाएंगे। कार्लोस के शब्दों में,कीमत के बारे में मैं केवल इतना कह सकता हूं कि यह भारत में अभी बिकने वाली अन्य सभी कारों से सस्ती होगी।
दो दिन बाद भी नहीं निकला बालक
जयपुर : राजस्थान के जयपुर जिले में शाहपुरा थाना क्षेत्र के जगतपुरा गांव में सोमवार सुबह बोरवेल में गिरे चार वर्षीय साहिल को अब तक निकाला नही जा सका. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कल शाम सात बजे तक 70 फ़ुट तक खुदाई के बाद बालुई मिट्टी के बोरवेल में गिरने की आशंका के कारण जेसीबी मशीनों से किया जा रहा खुदाई का काम रोक दिया गया था. आज तड़के करीब चार बजे खुदाई का काम फ़िर से शु किया गया है. सूत्रों के अनुसार बोरवेल के समीप सुरंग की खुदाई की जा रही है. मौके पर मौजूद चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे को ऑक्सीजन दी जा रही है. फ़िलहाल बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में स्पष्ट जानकारी नही मिल पा रही है. साहिल बोरवेल मे करीब 150 फ़ुट नीचे फ़ंसा हुआ है.
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सिर्फ मुगलिया स्मारकों पर मेहरबानी क्यों
यूनेस्को ने इस बात पर आश्चर्य जताया है कि भारत में एक से बढ़कर एक गैर मुगलकालीन स्मारक होने के बावजूद यहां की सरकार अक्सर मुगलकालीन स्मारकों को ही विश्र्व धरोहर बनाने पर जोर देती है। यूनेस्को ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह अपना नजरिया थोड़ा विस्तृत करे और गैर मुगलकालीन स्मारकों को भी विश्र्व धरोहरों में शामिल कराने पर जोर दे। वैसे यूनेस्को ने शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा की जा रही नई कोशिशों की सराहना की है, लेकिन साथ ही जल्दबाजी के प्रति यह कहते हुए आगाह किया है कि शिक्षा का क्षेत्र बहुत व्यापक है और शैक्षिक सुधार रातोंरात नहीं होते। यूनेस्को की संस्कृति कार्यक्रम विशेषज्ञ मोइचिबा ने कहा कि फिलहाल भारत की 27 साइट्स विश्व धरोहर में शामिल हैं। सबसे बाद में लालकिले को शामिल किया गया था। हालाकि सरकार ने कुछ और सिफारिशें भी की हैं। उन्होंने कहा कि भारत में वैसे तो तमाम ऐतिहासिक स्मारक हैं, लेकिन सरकार ने ज्यादातर मुगलकालीन स्मारकों को ही विश्र्व धरोहर के रूप में शामिल करने की सिफारिश यूनेस्को से की है। जबकि उसे गैर-मुगलकालीन स्मारकों को भी विश्व धरोहर में शामिल कराने पर जोर देना चाहिए। इस दौरान यूनेस्को के भारत में नवनियुक्त निदेशक ए परसुरमन ने भारत में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून भारत का एक बड़ा फैसला है, लेकिन उसे प्रभावी बनाने के बाबत पूरे देश को तैयार करना होगा। भारत के सामने बहुत बड़ी चुनौतियां हैं लेकिन जो नए कदम उठाए गए हैं, वह उसे लक्ष्य तक पहंुचा सकते हैं। साथ ही उन्होंने जोड़ा कि शिक्षा एक बहुत उलझा हुआ विषय है और उसमें कोई भी बदलाव रातोंरात नहीं हो सकता। यूनेस्को ने अपनी 64वीं वर्षगांठ पर भारत में भी दर्जन भर कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की है। बुधवार को भारत के शिक्षा दिवस कार्यक्रम में यूनेस्को के महानिदेशक के मत्सुरा भी शिरकत करेंगे। जबकि 12-13 नवंबर को अगले दो वर्षो में यूनेस्को की भारत, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल व श्रीलंका के लिए कार्ययोजना भी दिल्ली में बनेगी, जिनमें इन सभी देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। यूनेस्को मदर टेरेसा की सौवीं व नोबेल विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की 150 वीं वर्षगांठ को भी खास तरीके से मनाएगा।
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