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सोमवार, 21 सितंबर 2009
उलझन बनेगी अलग एसजीपीसी
( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- : सिखों के लिए हरियाणा में अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का मसला चुनाव बाद नए गुल खिलाएगा। झिंडा गुट की तरफ से कुरुक्षेत्र में किए गए शक्ति प्रदर्शन के बाद यह बात आम हो चली है कि नई सरकार के गठन के बाद यह मुद्दा फिर से रफ्तार पकड़ सकता है। एसजीपीसी और पंजाब अलग कमेटी के मसले पर पहले ही अपना विरोध जता चुके हैं। इसलिए तय माना जा रहा है कि जो भी सरकार बनी उसके लिए दोनों तरफ से मुश्किल पैदा होंगी। सिखों को अलग कमेटी देने की कोशिश की गई तो पंजाब और एसजीपीसी से टकराव करना पड़ेगा और नहीं की तो हरियाणा के सिख नेताओं के उग्र तेवरों का सामना करना पड़ सकता है। हरियाणा के गुरुद्वारों के रखरखाव के लिए अलग कमेटी बनाने का जिक्र 2005 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया था। अन्य पार्टियों ने भी इस मसले पर अपने अपने तरह से वायदे किए थे। सिखों ने इस वायदे को सिर आंखों पर लिया और कांग्रेस को चुनाव में समर्थन दिया। हुड्डा सरकार ने कामकाज संभालने के तुरंत बाद चट्ठा कमेटी बनाकर इस ओर कदम भी बढ़ाया लेकिन उसके बाद काम ज्यादा तेज रफ्तार से नहीं हो सका। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दी और अलग कमेटी की मांग को काफी हद तक जायज भी ठहराया परंतु उसके बाद से ही नित नए विवाद खड़े होने शुरू हो गए। पहले सिख नेता शुकराना (धन्यवादी) यात्रा को लेकर आपस में उलझ गए। उसके बाद जगदीश झिंडा ने कुरुक्षेत्र में अपने तेवर तीखे किए। उन्हें अभी तक दिल्ली और अकाल तख्त के समक्ष जाकर सफाई देनी पड़ रही है। दूसरा गुट अभी तक शांत है। लेकिन जानकार कहते हैं कि यह विवाद थमने वाला नहीं लगता। उनका कहना है कि चुनाव बाद यह मसला जोर पकड़ेगा। उधर, मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इसके लिए एक नवंबर 2009 की तारीख तय कर चुके हैं। उनका कहना है कि कई चीजों को ध्यान में रखकर यह किया गया। विरोधी हालांकि इस मसले पर कह रहे हैं कि सरकार चुनाव में राजनीति खेल रही है। सिखों को फुसलाने के लिए एक नवंबर की तारीख रखी गई है। इस संदर्भ में इनेलो का कहना है कि अलग कमेटी सिखों का अपना अलग मसला है। वह मानते हैं कि राजनीतिक दलों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
चुनाव मैदान में उतरने को तैयार डेरा सच्चा सौदा
सिरसा( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)-
डेरा सच्चा सौदा किसी दल का पिछलग्गू बनने के बजाए खुद राजनीतिक ताकत हासिल करना चाहता है। इसीलिए उसने हरियाणा विस चुनाव में कांग्रेस से गठजोड़ कर मैदान में उतरने की सोची और 30 सीटें मांगी। वहां से मना हो जाने पर डेरा की राजनीतिक विंग सोमवार को टोहना में बैठक करने जा रही है, जिसमें नई रणनीति तय की जाएगी। डेरा प्रेमी अगर सीधे राजनीति करते हैं तो प्रदेश में राजनीति समीकरण बदलना तय है। अभी तक डेरा समर्थक चुनाव में उतरने के बजाए किसी ना किसी दल को समर्थन देते रहे हैं, लेकिन इस बार संगत ने खुद मैदान में उतरने का फैसला किया और कांग्रेस से 30 सीटें मांगी। कांग्रेस ने आतंरिक कलह और टिकट को लेकर मची मारामारी के कारण संगत से गठजोड़ से इनकार कर दिया। 18 सितंबर से नामांकन शुरू हो चुका है पर कांग्रेस एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। इसी के मद्देनजर डेरे की राजनीतिक विंग ने सोमवार को बैठक बुलाई गई है। विंग के सदस्य चांदी राम ने बताया कि सरकार में उनके काम नहीं हो रहे। इसलिए साधु संगत खुद राजनीति में हिस्सेदारी मांग रही है। संगत समर्थक लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं पर उन्हें सत्ता में हिस्सेदारी नहीं मिली। इसलिए चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा, बदले राजनीतिक हालात का जायजा लेने के लिए विंग बैठक करने जा रहा है। बेशक डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम की ओर से कभी किसी दल के पक्ष में कोई फतवा जारी नहीं किया गया लेकिन संगत बीते एक दशक से पंजाब और हरियाणा की राजनीति में अपना असर दिखाती रही है। सभी दलों के नेता डेरा प्रमुख से आशीर्वाद लेने आते हैं।
डेरा सच्चा सौदा किसी दल का पिछलग्गू बनने के बजाए खुद राजनीतिक ताकत हासिल करना चाहता है। इसीलिए उसने हरियाणा विस चुनाव में कांग्रेस से गठजोड़ कर मैदान में उतरने की सोची और 30 सीटें मांगी। वहां से मना हो जाने पर डेरा की राजनीतिक विंग सोमवार को टोहना में बैठक करने जा रही है, जिसमें नई रणनीति तय की जाएगी। डेरा प्रेमी अगर सीधे राजनीति करते हैं तो प्रदेश में राजनीति समीकरण बदलना तय है। अभी तक डेरा समर्थक चुनाव में उतरने के बजाए किसी ना किसी दल को समर्थन देते रहे हैं, लेकिन इस बार संगत ने खुद मैदान में उतरने का फैसला किया और कांग्रेस से 30 सीटें मांगी। कांग्रेस ने आतंरिक कलह और टिकट को लेकर मची मारामारी के कारण संगत से गठजोड़ से इनकार कर दिया। 18 सितंबर से नामांकन शुरू हो चुका है पर कांग्रेस एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। इसी के मद्देनजर डेरे की राजनीतिक विंग ने सोमवार को बैठक बुलाई गई है। विंग के सदस्य चांदी राम ने बताया कि सरकार में उनके काम नहीं हो रहे। इसलिए साधु संगत खुद राजनीति में हिस्सेदारी मांग रही है। संगत समर्थक लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं पर उन्हें सत्ता में हिस्सेदारी नहीं मिली। इसलिए चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा, बदले राजनीतिक हालात का जायजा लेने के लिए विंग बैठक करने जा रहा है। बेशक डेरा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम की ओर से कभी किसी दल के पक्ष में कोई फतवा जारी नहीं किया गया लेकिन संगत बीते एक दशक से पंजाब और हरियाणा की राजनीति में अपना असर दिखाती रही है। सभी दलों के नेता डेरा प्रमुख से आशीर्वाद लेने आते हैं।
गांव लोहगढ़ में एक नाबालिग से बलात्कार,
डबवाली ( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- गांव लोहगढ़ में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का मामला थाना सदर पुलिस के पास आया है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव लोहगढ़ निवासी श्रीचन्द ने अपने एक पड़ौसी के बेटे छिन्दा पुत्र प्रेम चन्द पर आरोप लगाया है कि उसने उसके घर में घुस कर उसकी 13 वर्षीय बेटी के साथ मुंह काला किया और उसकी चीख-पुकार सुन कर गांव के लोगों ने लड़की को लड़के की चंगुल से मुक्त करवाया। शिकायतकर्ता के अनुसार वे शनिवार को खेत में काम करने के लिए गये हुए थे और घर पर उसकी 13 वर्षीय लड़की तथा पांच वर्षीय बेटा राजेन्द्र था। दोपहर को करीब 2 बजे उनके पड़ौसी प्रेम चन्द का लड़का छिन्दा घर में घुसा और बर्तन साफ कर रही उसकी बेटी के मुंह पर हाथ लगाकर उसे अपने घर पर ले गया और वहां जाकर उससे मुंह काला किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार थाना सदर पुलिस ने लड़की के ब्यान पर आरोपी के खिलाफ धारा 376 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
बैनर व होर्डिग लगाने का स्थान निर्धारित
ओढा,( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- : विधानसभा चुनावों में सभी पाíटयों को आदर्श आचार संहिता के पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए है जिसके तहत सभी गावों मे होर्डिंग लगाने के लिए विशेष स्थानों को निर्धारित किया है। इस बारे में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राम सिंह ने सभी ग्राम सचिवों को आदेश जारी किया है कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित स्थानों के अतिरिक्त कहीं भी अन्य जगहों पर प्रचार सम्बंधी बैनर व होर्डिग न लगाने दिया जाए। इस आदेश में विभिन्न गावों में जगहों के बारे में बताया गया है कि गाव हस्सु, असीर, नारग, तिगड़ी, चट्ठा, खोखर, घुकावाली, माखा, दादू, धर्मपूरा, सिंघपूरा, तारूआना, तिलोकेवाला, खतरावा, तख्तमल, केवल, चकेरिया, मिठड़ी व मलिकपूरा में बस स्टेण्ड के पास तथा देसु मलकाना, चौरमार में गुरुद्वारा के पास और ओढा में कालावाली रोड कैंचियों पर, जगमालवाली व पिपली में कालावाली-डबवाली रोड पर, टप्पी में सिरसा डबवाली हाइवे पर होर्डिग लगाने की जगह निर्धारित की है। इन निर्धारित जगहों के अलावा अन्य स्थलों पर बोर्ड लगाना आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा।
इनेवा-पिकअप टक्कर में दर्जनों घायल
डबवाली ( डॉ सुखपाल सावंत खेडा)- : गाव गोरीवाला में आज एक इनेवा पिकअप की भयंकर टक्कर में दर्जनों लोग घायल हो गए। घायलों को सड़क के नजदीक कार्य कर रहे किसानों ने अस्पताल पहुचाया। जानकारी अनुसार रामपुरा निवासी इनेवा ड्राइवर विनोद कुमार बिज्जाूवाली रोड पर पेट्रोल पम्प से पेट्रोल डलवाकर रोड पर चढ़ ही रहा था की बिज्जाूवाली की तरफ से आ रही पिकअप से टक्कर हो गई जिससे इनेवा व पिकअप में सवार दर्जनों लोग घायल हो गए। घायलों को एक निजी हस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई व एक व्यक्ति के सिर में ज्यादा चोट के कारण डबवाली रेफर कर दिया गया है। मुक्सर पंजाब निवासी पिकअप ड्राइवर राजेंद्र ने बताया की वे रानिया में भोग पर जाकर वापिस पंजाब लौट रहे थे की अचानक रोड पर चढ़ रही इनेवा से पिकअप की टक्कर हो गई जिससे इनेवा व पिकअप में सवार सभी लोगों को मामूली चोटे आई है। पुलिस घटना की जाच कर रही है।
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