IMPORTANT-------ATTENTION -- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

Young Flame Headline Animator

मंगलवार, 26 जुलाई 2011

नहर टूटी, 250 एकड़ धान की फसल खराब

डबवाली (यंग फ्लेम) गांव भीटीवाला के निकट रविवार की शाम को खुडिडयां्-शहणा खेड़ा नहर के टूट जाने से क्षेत्र की करीब 250 एकड़ धान की फसल खराब हो गई। इसके अलावा डेढ़ दर्जन से अधिक मोटर भी बेकार हो गई हैं। नहर में बुर्जी नंबर 37000 के पास करीब पंद्रह फुट की दरार पड़ गई है। सूचना मिलने पर नहरी विभाग ने हेड से पानी की सप्लाई बंद करा दी है। जानकारी के अनुसार कमजोर किनारों के होने की वजह से शाम के करीब चार बजे अचानक नहर में दरार पड़ गई। पानी का तेज बहाव होने के चलते कुछ समय में ही करीब ढाई सौ एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई। जैसे ही किसानों को नहर टूटने का पता चला तो उन्होंने तुरंत नहरी विभाग को सूचना दी। गांव भीटीवाला के प्रभावित किसानों जज सिंह पुत्र गुरचंद सिंह, भूपिंद्र सिंह पुत्र बाबू सिंह, जरनैल सिंह पुत्र संपूर्ण सिंह, जगजीत सिंह पुत्र डल्ल सिंह, गुरप्रीत सिंह पुत्र जगजीत सिंह, सोहन सिंह पुत्र हरचंद सिंह, मंदर सिंह दलीप सिंह, बलदेव सिंह पुत्र गंढ़ा सिंह, गुरमेल सिंह पुत्र मिं_ू सिंह, गुरराज सिंह पुत्र गुरतेज सिंह, गुरजंट सिंह पुत्र दिलवार सिंह, सरदूल सिंह पुत्र नाहर सिंह ने बताया कि नहर के किनारों को मजबूत करने के लिए वह नहरी विभाग को दस बार अर्जियां दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से भी नहर के किनारों को मजबूत कराने की गुहार लगा चुके हैं। उधर, नहरी विभाग के जेई जय चंद ने बताया कि हेड से पानी की सप्लाई बंद कर दी गई है। वह मौके पर पहुंच रहे हैं और तुरंत ही दरार को भरने का कार्य शुरू करा देंगे।

साल के अंत तक दूर हो जाएगा बिजली संकट: तंवर

सिरसा (यंग फ्लेम) प्रदेश में बिजली की किल्लत को दूर करने के लिए राज्य सरकार भरपूर प्रयास कर रही है और इस वर्ष के अंत तक बिजली संकट पर काफी हद तक नियंत्रण कर लिया जाएगा। बिजली संकट के हल के लिए बिजली के बड़े प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं और बिजली केंद्रों का विस्तार किया जा रहा है। यह बात सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद अशोक तंवर नेे जिला के गंाव मुसाहिबवाला में एक ग्रामीण जनसभा को संबोधित करते हुए कही। गांव के सरपंच उजागर सिंह ने एक मांग पत्र सांसद तंवर को सौंपा। मांगपत्र में लिखी मांगों को उन्होंने तुरंत पूरा करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की महान सोच के कारण प्रदेश दिन दोगुनी रात चौगुनी उन्नति कर रहा है। उनकी करनी और कथनी में कोई अंतर नहीं है। प्रदेश के सात हजार गांवों व ढाणियों में विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं जिन पर करोड़ों रूपयों की धनराशि खर्च की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को अपने क्षेत्र में सभी विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति के अधिकार तथा सभी निधियों एवं अनुदानों की राशि को सीधे ग्राम पंचायतों के बैंक खातों में देने की घोषणा की है। इससे गांव में विकास की गंगा बहेगी और पंचायती राज संस्थाओं की मजबूती बढेगी। तंवर नेे कहा कि लगातार बढ़ रही आबादी के साथ ही बिजली की मांग और खपत भी काफी बढ़ गई है। ऐसे में सरकार यह पूरा प्रयास कर रही है कि हर नागरिक को भरपूर बिजली मिले। गांव की महिलाओं ने तंवर को अपना आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा, जिलाध्यक्ष मलकीत सिंह खोसा,भूपेश मेहता, ओमप्रकाश केहरवाला, लादू राम पूनिया, शीशपाल केहरवाला, रमेश मेहता, सुरजीत भावदीन, तिलकराज चन्देल, गुरमुख सिंह, पाल सिंह, डा. सुभाष जोधपुरिया, भूपेंद्र सिंह राठौड़ सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

डेरामुखी माहौल बिगाड़ रहे हैं: खालसा

डबवाली (यंग फ्लेम) श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खालसा ने कहा है कि डेरा सच्चा सौदा सिरसा के संत गुरमीत सिंह माहौल बिगाडऩे का प्रयास कर रहे हैं। डेरामुखी सिखों की भावना के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जो अनुचित है। वे आज यहां गुरुद्वारा दशमी पातशाही में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले गुरु गोबिंद सिंह जैसी पोषाक पहनकर सिखों की धार्मिक भावना को आहत किया था और अब गुरुनानक देव से अपनी तुलना करके फिर से माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ताजा घटनाक्रम के तहत डेरा में आयोजित एक समागम में गुरुबाणी का कीर्तन करने वाला एक रागी जोकि अपना नाम सविंद्र ङ्क्षसह बताता है ने डेरा प्रमुख को श्री गुरु नानकदेव के समान बताया है तथा अपनी तुलना मरदाना से की है। वीडियो में दिखाया गया है कि डेरा प्रमुख एक ऊंचे स्थान पर बैठा है और एक अमृतधारी रागी जोकि उससे कई फुट नीचे बैठा है, कीर्तन कर रहा है और डेरा मुखी को केंद्रित करके उसका अर्थ भी कर रहा है। रागी डेरा मुखी के बारे में कहता है कि जिस तरह गुरु नानकदेव के साथ मरदाना जी कीर्तन करते थे ठीक उसी तरह हमें भी सतगुरु के दरबार में हाजिरी भरने का मौका मिला है। खालसा ने कहा कि यह सब डेरामुखी की पहल पर और साजिस के तहत किया जा रहा है। उनका आरोप है कि यदि सिख समुदाय के लोग मांग को लेकर रास्ता जाम करते हैं तो उनके खिलाफ केस दर्ज कर दिया जाता है मगर डेरा के लोग कई दिन तक धारा 144 का उल्लंघन करते रास्ता जाम करते हैं मगर उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया जाता। यह सब प्रशासन की शह पर हो रहा है। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई को सिख समुदाय के नेताओं की बैठक हुई थी जिसमें निर्णय लिया गया था कि जो रागी अपने आप को मरदाना बता रहा था उसे श्री अकाल तख्त पर पेश होना होगा। उन्होंने डेरामुखी को इस तरह की साजिस को बंद करने तथा सिखों की भावनाओं को आहत करने से बाज आने की बात कही है।

टेंडर के डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी नहीं हुआ सड़क का निर्माण

डबवाली (यंग फ्लेम)सौ दिन में चले अढ़ाई कोस इस कहावत के मायने समझने हो तो डबवाली उपमंडल के गांव अबूबशहर से गांव मसीतां तक जाने वाले मार्ग पर चले आईये। मसीतां से डबवाली चौटाला रोड़ पर गांव अबूबशहर के पास 11.4 किलोमीटर तक बनने वाली इस सड़क पर टेंडर होने के डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण कार्य विभाग तथा ठेकेदार के बीच अधर झूल में है। लोकनिर्माण विभाग सड़क के निर्माण न होने के ठेकेदार को जिम्मेवार बता कर उस पर जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है जबकि ठेकेदार इसके पीछे विभाग के अधिकारियों को जिम्मेवार बता रहा है।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 318.20 लाख रुपये की लागत से बनने वाली इस सड़क के लिए विभाग द्वारा 27 जनवरी 2010 को हांसी की अनिल कुमार एण्ड कंपनी फर्म को ठेका दिया था विभाग द्वारा तय समय सीमा के अनुसार इस सड़क का निर्माण कार्य 10 जनवरी 2011 को पूरा होना था।
इसके अलावा भी विभाग ने करीब आठ लाख रुपये की लागत से इस सड़क के रख रखाव और मुरम्मत ठेका भी पांच साल के लिए इसी फर्म को दिया था। सड़क का निर्माण न होने पाने के कारण जो भी हो लेकिन इससे गुजरने वाले राहगीर हो दर्द झेल रहे है उसकी दवा कही नहीं है।
मसीतां मार्ग पर र्इंट भ_ा चलाने वाले ओम प्रकाश गोयल बताते हुए इस मार्ग पर रोजी रोटी का साधन होने के कारण उन्हें रोज कई दो से तीन बार मजबूरीवश आना जाना पड़ता है। बार बार गड्ढों में से गुजरने के कारण उनकी कार को कंडम हो ही चुकी है और वो कमर दर्द का रोगी अलग से बन चुके है। जनता की सुविधा के लिए इस सड़क के निर्माण वास्ते सरकार के कोष में पड़ा करोड़ों रुपये किताबों के बोझ को बढ़ा रहे है।
जुर्माने की कार्यवाही जारी- अभियंता
लोक निर्माण विभाग भवन व सड़के के कार्यकारी अभियंता एम.एस. सागवान ने बताया कि सड़क निर्माण की कार्य अवधि पूरी होने के बाद भी सड़क का निर्माण कार्य न होने के कारण उनका टेंडर रद्द करने के साथ साथ लागत मूल्य पर 10 प्रतिशत जुर्माना लगाने की कार्यवाही के लिए विभाग के आला अधिकारियों को लिखा गया है।
अधिकारी जिम्मेवार-ठेकेदार
सड़क के ठेकेदार अनिल कुमार का कहना है कि विभाग द्वारा सड़क के निर्माण के लिए न तो निशानदेही की गई और वन्य प्राणी अभिरक्षण क्षेत्र आने के कारण न ही सड़क के निर्माण की अनुमति विभाग के पास है। उन्होंने बताया कि सड़क पर बोर्ड लगाने के साथ-साथ सड़क पर पुलिया बनाने और जीपीस का स्टोक भी करने के बावजूद उसका भुगतान विभाग ने उन्हें नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा दिये गये नक्शे में जो भूमि सड़क के निर्माण के लिए दिखाई गई है वह किसानों के खेतों के साथ लगती है। इससे पूर्व भी सड़क का एक तरफ ही निर्माण हुआ हुआ है। नक्शे के अनुसार सड़क का निर्माण संभव नहीं है। इस बारे में विभाग कई बार लिखित रूप से दिया जा चुका है।
त्रास्त है जनता-डा. सीता राम
जिला परिषद के अध्यक्ष डा. सीता राम ने कहा कि सरकार जनहित के कार्यों को अनदेखा कर रही है। मसीतां से अबूबशहर तक की महज 11 किलोमीटर सड़क का टेंडऱ होने के बावजूद निर्माण न होना सरकार और अधिकारियों की कार्यप्रणाली का नमूना है। पूरे प्रदेश में जनता त्राही-त्राही कर रही है बेलगाम अफरशाही के कारण जनता परेशान है किसी भी स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

यंग फलेम का असर- आखिर सही करवा दिया बिजली का खंभा

डबवाली-रिसालियाखेड़ा-रामगढ़ रोड़ पर बिजली विभाग द्वारा लगाया गया एक बिजली का खंभा पिछले लंबे समय से झुका हुआ था, लेकिन आज तक उस खंभे की तरफ बिजली विभाग के कर्मचारियों की निगाह भी नहीं पड़ी। क्षेत्र केे लोगों के कहने पर लोकप्रिय दैनिक 'यंग फलेम' में 'घटना होने का इंतजार, कौन होगा जिम्मेवार' के शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसका असर बिजली विभाग के कर्मचारियों पर काफी हद तक देखने को मिला तथा कर्मचारियों ने बीते दिनों उक्त खंभे को सही करवा दिया। क्षेत्र के लोगों ने 'यंग फलेम' समाचार पत्र का धन्यावाद करते हुए कहा कि इस खंभे के सड़क किनारे होने की वजह से यहां पर कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना होने का खतरा बना रहता था। उनके द्वारा तो विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया गया है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस खंभे की तरफ ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। थक-हार कर उन्होंने 'यंग फलेम' समाचार पत्र का सहारा लिया और उनकी समस्या का सामाधान हो गया।

सिखवाला में बन रहा सरकारी डिग्री कॉलेज

डबवाली (यंग फ्लेम) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में पंजाब सरकार द्वारा राच्य में उच्च शिक्षा सुविधाओं का समीकरण करने के लिए उच्च तौर प्रयास किये जा रहे हैँ। इसलिए राच्य में 17 वें सरकारी डिग्री कॉलेज स्थापित किये जा रहे हैं।
इसी लड़ी के तहत मलोट उप मण्डल के गांव सिखवाला में राच्य सरकार द्वारा बनाया जा रहा डिग्री कॉलेज आने वाले कुछ दिनों में बनकर तैयार हो जायेगा। इन नये बने रहे कॉलेजों में चालू शैक्षिणक सैशन से ही पढ़ाई शुरू करने के निर्देश मुख्यमंत्री पहले ही दे चुके हैं।
इस संबंध में विस्तापूर्वक जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त दर्शन सिंह ग्रेवाल ने बताया कि इस कॉलेज के निर्माण पर पंजाब सरकार 10 करोड़ रूपए खर्च कर रही है। इस दो मंजिला शानदार ईमारत बन रही है, जिसकी प्रबंधकी ?लॉक व विज्ञान ?लॉक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि आर्टस ?लॉक व आई.सी.टी ?लॉक कार्य तेजी से जारी है व आने वाले कुछ दिनों कार्य पूर्ण हो जायेगा। इस कॉलेज कवर क्षेत्र (कवर एरिया) 44 हजार वर्ग फुट होगा। यह कॉलेज पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से संबंधित होगा। इस कॉलेज में सभी आधुनिक विषयों की पढ़ाई करवाई जायेगी।
इस अवसर पर निर्माण कार्यों की देखरेख कर रहे बी.एड.आर विभाग के एस.डी.ओ अरमनाथ के अनुसार 15 एकड़ के रकबे में बने रहे इस कॉलेज का निर्माण जल्द पूरा हो जायेगा व ईमारत शिक्षा विभाग को सौंप दी जायेगी।
इस कॉलेज की मलोट से दूरी 23 किलोमीटर व लम्बी से 8 किलोमीटर है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पहले इस क्षेत्र में कोई सरकारी कॉलेज नहीं था। अब सरकार द्वारा इस कॉलेज खोलने से क्षेत्र के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा मिल सकेगी व इसकी फीस की कम होगी। यह कॉलेज नारी शिक्षा के लिए वरदान होगा, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में ही कॉलेज होने के कारण अब लोग लड़कियों को भी उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज भेज सकेंगे। गांव सिखवाला में बन रहे इस कॉलेज से पड़ौसी जिले फिरोजपुर से लगते विधानसभा हलका बल्लूआना के विद्यार्थियों को भी होगा।

SHARE ME

IMPORTANT -------- ATTENTION ---- PLEASE

-----------------------------------"यंग फ्लेम" परिवार में आपका हार्दिक स्वागत है। "यंग फ्लेम" परिवार आपका अपना परिवार है इसमें आप अपनी गजलें, कविताएं, लेख, समाचार नि:शुल्क प्रकाशित करवा सकते है तथा विज्ञापन का प्रचार कम से कम शुल्क में संपूर्ण विश्व में करवा सकते है। हर प्रकार के लेख, गजलें, कविताएं, समाचार, विज्ञापन प्रकाशित करवाने हेतु आप 093154-82080 पर संपर्क करे सकते है।-----------------------------------------------------------------------------------------IF YOU WANT TO SHOW ANY KIND OF VIDEO/ADVT PROMOTION ON THIS WEBSITE THEN CONTACT US SOON.09315482080------

SITE---TRACKER


web site statistics

ब्लॉग आर्काइव

  © template Web by thepressreporter.com 2009

Back to TOP