
फ़िल्म तुम मिले छब्बीस जुलाई 2005 में मुंबई में हुई बारिश की पृष्ठभूमि पर आधारित है. फ़िल्म का निर्देशन किया है कुणाल देशमुख ने और इसमें मुख्य भूमिकाओं में पहली बार एक साथ नज़र आएँगे इमरान हाशमी और सोहा अली ख़ान.
कुणाल देशमुख का कहना है कि 26 जुलाई 2005 को वो फिल्म कलयुग की शूटिंग कर रहे थे. जब रात को वो घर लौट रहे थे तो उन्होंने देखा कि वो मुंबई जो रुकती नहीं है, सोती नहीं है, वही बारिश की वजह से अपने घुटनों पर आ गई है.
मुंबई के वो दृश्य उनके दिमाग़ में बस गए और उन्होंने इस पर फिल्म बनाने का फैसला किया.
फिल्म जन्नत के बाद कुणाल देशमुख और इमरान हाशमी की जोड़ी फिर इस फिल्म में साथ आई है. कुणाल कहते हैं कि तुम मिले की कहानी उन्होंने जन्नत से पहले भी इमरान को सुनाई थी लेकिन उस समय उनके पास इतना बड़ा बजट नहीं था. लेकिन जन्नत के हिट होने के बाद जब उन्होंने फिर इमरान से इस फिल्म के बारे में बात की तो वो मान गए.

किरदार
फ़िल्म की कहानी के बारे में इमरान हाश्मी कहते हैं," तुम मिले में 2005 की मुंबई की बाढ़ तो फिल्म का मुख्याकर्षण है ही लेकिन साथ ही ये आज के ज़माने की प्रेम कहानी है जो आज के युवा प्रेमियों की समस्याएं दर्शाती है."
फ़िल्म में सोहा अली ख़ान का नाम संजना है जो केप टाउन में रहती है. सोहा कहती हैं कि ये एक अलग तरह की फिल्म है क्योंकि ये एक प्राकृतिक आपदा पर आधारित है. इसके साथ ही प्रेम कहानी भी न्यू एज रोमांस है और फिल्म सिर्फ उनके और इमरान हाश्मी के किरदार के बारे में है.
अपने किरदार के बारे में सोहा ने कहा, ‘मैं एक स्वतंत्र विचारों वाली और अपने करियर में रुचि रखने वाली लड़की का रोल कर रही हूं. साथ ही वो रोमांटिक भी है जो घर भी बसाना चाहती है. मगर वो कंट्रोल फ्रीक भी है.’
शूटिंग
तुम मिले 26 जुलाई 2005 में मुम्बई में हुई बारिश की पृष्ठभूमि पर आधारित है
फिल्म की शूटिंग के बारे में कुणाल देशमुख कहते हैं कि ये एक अमूल्य अनुभव था. कुणाल ने कहा, " बाढ़ के सीन को फिल्माना और रोज़ बारह-तेरह घंटे पानी में शूटिंग करना बहुत मुश्किल था. रोज़ ही कुछ न कुछ होता था. पहले ही दिन ये समस्या हुई कि मैं कहां बैठूंगा. मॉनीटर का सेटअप सेट से काफी दूर था. इसलिए हमने एक फ्लोटिंग राफ्ट बनाया जिस पर वीडियो असिस्ट रखा गया और हम पानी पर घूमते थे".
इमरान कहते हैं कि इस सेट पर आठ घंटे की शूटिंग भी सोलह घंटों के बराबर लगती थी. सोहा अली खान की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि एक लड़की के लिए ये फिल्म शारीरिक दृष्टि से काफी मुश्किल था लेकिन उन्होंने इसे बखूबी किया.
सोहा खुद कहती हैं कि उन्हें पानी बिल्कुल पसंद नहीं है और इसलिए उन्हें शूटिंग के दौरान डर लग रहा था. सोहा खुद भी 26 जुलाई 2005 को बारिश में फंस गई थीं. वो कहती हैं, "मैं बहुत डर गई थी क्योंकि मैंने ज़िंदगी में इतनी बारिश नहीं देखी थी. फोन नहीं चल रहे थे और मुझे घर पहुंचने में चालीस घंटे लगे".
इस विषय पर ये पहली फिल्म नहीं है. 2008 में भी ‘26 जुलाई एट बारिस्ता’ नाम की फिल्म आई थी. कुणाल देशमुख मानते हैं कि लोगों को तुम मिले इसलिये पसंद आएगी क्योंकि इससे पहले कभी भी बाढ़ पर इतने बड़े पैमाने पर फिल्म नहीं बनी है. इसके अलावा ये आज के ज़माने की प्रेम कहानी है और इसके गाने भी बहुत बढ़िया हैं जो अगले दो-तीन सालों तक लोगों को याद रहेंगे.