डबवाली -माता कौलांजी भलाई केन्द्र ट्रस्ट (रजि.) श्री अमृतसर के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय 300 साल सिक्ख इतिहास दे नाल प्रतियोगिता स्था
नीय जीटी रोड़ स्थित श्री
विश्वकर्मा गुरूद्वाराजी के प्रांगण में आज प्रात: 9 बजे आरम्भ हुई। जिसमें स्थानीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए ऑक्सफोर्ड इन्टरनेशनल स्कूल, विकास हाई स्कूल, बाल मन्दिर स्कूल, मैरीलैण्ड कॉन्वेंट स्कूल, अरोड़वंश उच्च माध्यमिक विद्यालय, नेहरू सीनियर सैकेंडरी स्कूल, नव प्रगति हाई स्कूल, बाल वाटिका तथा खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों ने प्रथम चरण में भाग लिया। प्रतियोगिता का द्वितीय व अन्तिम चरण कल सम्पन्न होगा। उक्त प्रतियोगिता करवाने के लिए श्री अमृतसर से जसविन्द्र सिंह अमृतसरिया, महेन्द्र सिंह मदान विशेष तौर पर पहुंचे हैं तथा इन्होंने निर्णायक मण्डल में भी अपनी भूमिका निभाई। इस अवसर पर स. बघेल सिंह, गुरजीत सिंह पार्षद, धन्ना सिंह, सन्तोख सिंह, दविन्द्र सिंह, विक्की वीरजी, सुखदेव सिंह, गुरबचन सिंह सहित अनेक सिक्ख संगतें मौजूद थी। यह जानकारी देते हुए श्री गुरूद्वारा विश्वकर्माजी के प्रधान सुखमन्दर सिंह ने बताया कि कालान्तर में बुजुर्गों द्वारा किए गए महान कार्यों को पीढ़ी दर पीढ़ी इतिहास ही पहुंचाता है। इसलिए माता कौलांजी भलाई केन्द्र ट्रस्ट द्वारा यह पहल की गई है तथा इसी पहल की यह चौथी कड़ी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उनके द्वारा की गई पहल एक दिन अवश्य रंग लाऐगी और आज की युवा पीढ़ी अपने इतिहास से परिचित होगी। उन्होंने बताया कि आई हुई समूह संगतों में गुरू का अटूट लंगर भी वरताया गया।

