डबवाली- ऑप्रेशन ग्रीन हंट के खिलॉफ भारत भ्रमण पर निकले हिमांशु कुमार ने
कहा कि वह पिछले 18 वर्षों से अपने एक हजार साथियों के साथ दांतेवाड़ा के कंवल नार गांव में बनवासी चेतना आश्रम चला रहे थे। जिसमें बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा तथा ग्रामीणों का नि:शुल्क उपचार किया जाता था परन्तु सरकार ने उन्हें नक्सलियों के साथ जोड़कर उनके आश्रम पर बुल्डोजर चलवा दिया। वे आज डबवाली में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलॉफ छेड़े गए अभियान में अभी तक एक भी नक्सली नहीं मारा गया। जबकि नक्सलियों द्वारा आम लोग अभी मारे जा रहे हैं। उनके अनुसार कांग्रेसियों और भाजपाईयों को नक्सली नहीं कहा जाता। जबकि वे सबसे अधिक हिंसा करते हैं। हिमांशु कुमार ने कहा कि ऑप्रेशन ग्रीन हंट से पहले सरकार ने नक्सलियों के खिलॉफ सलवायुडू नामक एक ऑप्रेशन चलाया था। ऑप्रेशन के दौरान सरकार के इशारे पर सेना व पुलिस ने दांतेवाड़ा के 700 गांवों को खाली करवाकर उन गांवों में आग लगवा दी गई। कुछ लोगों ने आंध्र प्रदेश में शरण ली तथा कुछ ने दूर-दराज के गांवों में। विस्थापित लोगों के खिलॉफ अब सरकार ऑप्रेशन ग्रीन हंट चला रही है। हिमांशु ने बताया कि वह अपने साथी अभय के साथ 27 जून को दिल्ली से ऑप्रेशन ग्रीन हंट के विरोध में देशभर की साईकिल यात्रा पर निकले हैं। इस अवसर पर उनके साथ जगतार सिंह, बलजीत सिंह, अश्विनी शर्मा उपस्थित थे।
