डबवाली- शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था शहरवासियों के वाहन चालकों के लिए एक बड़ी समस्या बन चुकी है। जिस पर न केवल प्रशासन ने बेरुखी का रवैया अपनाया हुआ है बल्कि पुलिस विभाग भी अपने कर्तव्य के प्रति आँखें भी मंूद रखी है। शहर और जीटी रोड़ के रेलवे फाटक पर लगने वाले घंटों तक वाहनों की लंबी कतारों और जाम से स्थिति इस कदर विकराल हो चुकी है लोग वहां गुजरने से भी कतराने लगे है तथा शहर दो भागों बंट कर रह गया है। दीपावली और गेहूं का सीजन होने के कारण डबवाली की सड़कों पर वाहनों के आवागमन में काफी इजाफा हो गया है। सड़कों पर बेतरतीब से खड़े वाहन और आगे निकलने की होड़ जाम की समस्या को ओर भी बढ़ावा दे रही है। एक भी यातायात पुलिस कर्मचारी तैनात नहीं है- एक लाख की आबादी वाले इस शहर में शासन और प्रशासन की अव्यवस्था का आलम इससे बढ़ कर क्या होगा कि शहर में यातायात व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए एक पुलिस कर्मचारी तैनात नहीं है। कहने को तो जिले में पुलिस विभाग ने यातायात व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए एक अलग विंग बना रखा है। लेकिन जिले के सबसे बड़े उपमंडल में उनकी ये सारी व्यवस्थाऐं और दावे धरे के धरे रह जाते है।
नहीं बना ओवरब्रिज - शहर में ओवरब्रिज बनाने की मांग एक लंबे अरसे से चली आ रही है। लेकिन राजनेताओं के लिए यह एक वोट बटोरने का जरिया बन कर रह गया है। चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव या फिर नगर पालिका चुनाव हो पिछले एक दशक से हर बार यह मुद्दा उछाला जाता है लेकिन वोट लेकर नेता तो चुनाव जीत जाते है और हर बार की तरह ओवरब्रिज का निर्माण फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है। अब देखना है कि यातायात व्यवस्था के व्यथित हो चुके लोग कब तक नेताओं के कोरे आश्वासनों को झेलते है। वैसे सुना है कि जनता जागरूक हो रही है और सब्जबाग दिखाने वाले नेताओं को सबक सिखाने का मन बना रही है। अंडरब्रिज बनाने की मांग रेलगाडिय़ों के बढ़ रहे आवागमन के कारण अक्सर बंद रहने वाले रेलवे फाटक की समस्या से छुटकारा पाने के लिए राम लीला मैदान के पास अंडरब्रिज बनाने की मांग जोर शोर से उठ रही है। समाज सेवी ओम बाबा, सुरेंद्र सिंगला कद्दू, दीपक गर्ग, आर के नीना, मुकेश कामरा, हिमांशु शर्मा, संजीव शाद सहित अन्य समाज सेवियों की मांग है कि अंडरब्रिज बना कर शहरवासियों को जाम तथा रेलवे के बंद रहने वाली समस्या से छुटकारा दिलाया जाये।
नहीं बना ओवरब्रिज - शहर में ओवरब्रिज बनाने की मांग एक लंबे अरसे से चली आ रही है। लेकिन राजनेताओं के लिए यह एक वोट बटोरने का जरिया बन कर रह गया है। चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव या फिर नगर पालिका चुनाव हो पिछले एक दशक से हर बार यह मुद्दा उछाला जाता है लेकिन वोट लेकर नेता तो चुनाव जीत जाते है और हर बार की तरह ओवरब्रिज का निर्माण फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है। अब देखना है कि यातायात व्यवस्था के व्यथित हो चुके लोग कब तक नेताओं के कोरे आश्वासनों को झेलते है। वैसे सुना है कि जनता जागरूक हो रही है और सब्जबाग दिखाने वाले नेताओं को सबक सिखाने का मन बना रही है। अंडरब्रिज बनाने की मांग रेलगाडिय़ों के बढ़ रहे आवागमन के कारण अक्सर बंद रहने वाले रेलवे फाटक की समस्या से छुटकारा पाने के लिए राम लीला मैदान के पास अंडरब्रिज बनाने की मांग जोर शोर से उठ रही है। समाज सेवी ओम बाबा, सुरेंद्र सिंगला कद्दू, दीपक गर्ग, आर के नीना, मुकेश कामरा, हिमांशु शर्मा, संजीव शाद सहित अन्य समाज सेवियों की मांग है कि अंडरब्रिज बना कर शहरवासियों को जाम तथा रेलवे के बंद रहने वाली समस्या से छुटकारा दिलाया जाये।