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गुरुवार, 19 नवंबर 2009

सिर्फ प्यार से नहीं चलती शादी की गाड़ी




लंदन ।। प्यार करने वाले भले ही इसे गंभीरता से ना लें लेकिन सचाई यही है कि शादी के बाद प्यार की परिभाषा
बहुत हद तक बदल जाती है। जी हां, अकेले प्यार से ही नहीं चलती शादी की गाड़ी।

एक नए अध्ययन में पाया गया है कि महज दास्तान-ए-मोहब्बत ही नहीं है जिंदगी की हकीकत, बल्कि प्रेमी जोड़े की उम्र, उनके पिछले संबंध, उनकी सिगरेट पीने जैसी छोटी बड़ी आदतें और न जाने ऐसे ही और कितनी वजहें हैं जो प्रेमियों के संबंधों को दीर्घकालिक बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं।

शोधकर्ताओं ने 2500 शादीशुदा या छह साल से ज्यादा समय से एक साथ रहने वाले दंपतियों पर किए गए अपने शोध के परिणाम में पाया कि इनमें से करीब एक चौथाई जोड़ों के संबंधों में छह वर्ष के अंदर बिखराव आ गया।

द डेली एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, अगर पति अपनी पत्नी से नौ वर्ष या उससे अधिक बड़ा है तो तलाक की संभावना दोगुनी बढ़ जाती है। जबकि पत्नी अगर पति की अपेक्षा बच्चे की अधिक चाहत रखती है तो भी अलगाव की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

अध्ययन में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि संबंधों को लेकर अलगाव में 16 फीसदी ऐसे लोग थे जिनके अभिभावकों का पहले तलाक हो चुका है।

विंदु को घूंसा मारना है और राजू को तमाचा: कमाल खान



अपने गलत व्यवहार की वजह से बिग बॉस के घर से बाहर हुए कमाल खान एक बार फिर से बिग बॉ
स के घर में वाइल्ड कार्ड से एंट्री करने जा रहे हैं। कमाल की यह एंट्री भले ही लोगों के लिए चौंकाने वाली हो, लेकिन खुद कमाल को इस बात का पूरा भरोसा था कि वह एक न एक दिन बिग बॉस के घर में वापस जाएंगे।

वह कहते हैं, 'इस शो को जो लोग देख रहे हैं, वह जानते हैं कि मैं गलत नहीं था। मेरी गलती नहीं थी, इसलिए मैं वापस जा रहा हूं।' तो क्या शो में कमाल की वापसी उनकी पॉपुलैरिटी का कमाल है? इस पर गुरूर के साथ कमाल कहते हैं, 'जब मैं बिग बॉस हाउस के भीतर था, तो शो की टीआरपी सबसे ज्यादा थी। अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए ही चैनल मुझे वापस लेकर जा रहा है।'
जब बिग बॉस के घर से कमाल को निकलना पड़ा था, तो उनके दिमाग में बेआबरू होकर वहां से रुखसत होने का मलाल जरूर रहा होगा। तो फिर उसी घर में वापस जाने को आखिर वह राजी क्यों हो गए? इस पर कमाल कहते हैं, 'मैं उन सब से बदला लेने के लिए वापस जा रहा हूं। मुझे अपने दुश्मनों से अपनी बेइज्जती का बदला लेना है।'

सवाल है कि यह बदला किस तरह का होगा। क्या वह कुछ खास करने जा रहे हैं? इस सवाल के जवाब में वह कहते हैं, 'वहां जाकर मुझे विंदु को घूंसे मारने हैं। राजू व रोहित को तमाचे जड़ने हैं और बख्तियार को भी पीटना है। मुझे अपनी बेइज्जती करने वाले उन सब लोगों के दिमाग ठिकाने लगाने हैं, तब ही मुझे शांति मिलेगी। वे सब गद्दार हैं और उन्होंने दोस्त बनकर मेरी पीठ में छुरा भोंका है। सबक तो उन्हें सीखाना ही है।'

कमाल के इरादे तो कमाल के हैं, लेकिन क्या यह सब करने की इजाजत उन्हें बिग बॉस देंगे? इस पर कमाल कहते हैं, 'बिग बॉस के साथ मेरा एग्रीमेंट है कि अगर कोई मुझ पर हाथ उठाएगा, तो उसे घर से बाहर निकाला जाएगा, लेकिन मैं किसी को भी मार सकता हूं। मुझे पूरी छूट होगी।'

फिलहाल कमाल 21 जोड़ी कपड़े लेकर बिग बॉस के घर गए हैं। उन्हें यकीन है कि कम से कम इक्कीस दिनों तक तो वह उस घर में जरूर रहेंगे। हालांकि सभी घरवालों के लिए उनका इरादा आक्रामक नहीं है। प्रवेश राणा और क्लाउडिया के लिए उनके दिल में सॉफ्ट कॉर्नर भी है। वह बताते हैं, 'मैं और प्रवेश एक ही इलाके से हैं। हमारी भाषा और रहन सहन काफी कुछ एक जैसा ही है। इसलिए उसकी कंपनी मैं एंजॉय करूंगा। इसके अलावा क्लाउडिया भी अच्छी लड़की है।'

कमाल, शर्लिन चोपड़ा के उस इल्जाम को भी गलत ठहराते हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि कमाल की वजह से ही वह बिग बॉस हाउस से बाहर हुईं। कमाल कहते हैं, 'मेरी वजह से ही शर्लिन इतने दिनों तक वहां टिकी पाई थीं, वरना वह दूसरे हफ्ते ही वहां से बाहर हो जातीं।'

बहरहाल, अपनी वाइल्ड कार्ड एंट्री से कमाल बेहद खुश हैं और यही वजह है कि उन्होंने अपनी फिल्म 'देशद्रोही टू' की शूटिंग एक महीने आगे खिसका दी है।

अमेरिका-चीन की जुगलबंदी से भारत असहज


इसे चीन के बढ़ते दबदबे पर वाशिंगटन की मुहर कहिए या एशिया में संतुलन की सियासत का नया दांव लेकिन बीजिंग की मेहमाननवाजी से गदगद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जिस तरह चीन को दक्षिण एशिया की क्लास में मॉनीटर बनाने की कोशिश की है, उससे नई दिल्ली की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। भारत ने इस्लामाबाद के साथ रिश्तों में किसी की मध्यस्थता को सिरे से नकार दिया है, लेकिन मुद्दा इस माह होने वाली ओबामा-मनमोहन की मुलाकात तक भी जरूर पहुंचेगा। ओबामा के बीजिंग दौरे के बाद आए साझा बयान से उपजे इस विचार को सिरे से खारिज करते हुए भारत ने कहा है कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के संबंधों का हल केवल द्विपक्षीय वार्ता से संभव है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विष्णु प्रकाश ने कहा कि भारत शिमला समझौते के तहत आपसी वार्ता के सहारे पाक के साथ सभी लंबित मामलों के शांतिपूर्ण हल के लिए प्रतिबद्ध है। किसी तीसरे पक्ष की भूमिका की न तो कोई संभावना है और न ही जरूरत। वहीं पाक को चीन से मिले नाभिकीय तोहफों और सामरिक मदद की खबरों के बीच भारत ने वाशिंगटन को यह भी याद दिलाया कि इस्लामाबाद के साथ बातचीत आतंक और आतंकवाद के खतरों से मुक्त माहौल में ही संभव है। भारत-पाक के बीच बीजिंग व वाशिंगटन की मध्यस्थता का विचार कोई नया नहीं है। अमेरिका और चीन की ओर से आए ताजा साझा बयान में यह कहा गया है कि वाशिंगटन और बीजिंग भारत-पाक संबंध बेहतर बनाने और दक्षिण एशिया में शांति व स्थायित्व के लिए मिल कर प्रयास करेंगे। कूटनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि इस नए पैंतरे के पीछे इस्लामाबाद पर बीजिंग का दबदबा इस्तेमाल करने की नीति है। हालांकि भारत के एक पूर्व विदेश सचिव भी मानते हैं कि पाकिस्तान तक संदेश पहुंचाने के लिए कई बार चीन का प्रभाव काफी कारगर तरीका साबित हुआ है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत-पाक संबंधों की पटरी पर किसी तीसरी गाड़ी को चलने की इजाजत नहीं दी जा सकती। जाहिर तौर पर नई दिल्ली की नजर एशिया के शक्ति संतुलन पर है। खास कर ऐसे में जबकि बीजिंग और नई दिल्ली के बीच भी सीमा विवाद सहित कई मुद्दे सुलग रहे हैं। भारत किसी हाल में नहीं चाहेगा कि दक्षिण एशिया में चीन की कोई चौधराहट स्थापित हो।

बदरीनाथ धाम पर बर्फबारी


मंगलवार को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए गए। तीर्थयात्रियों की चहल पहल ठहर गई, साथ ही शहर भी सुनसान सा दिखने लगा। पहली बार ऐसा हुआ कि कपाट बंद होने के 24 घंटे के भीतर भारी बर्फबारी हुई और पूरी घाटी ने सफेद चादर ओढ़ ली।

मुझे भावी पीएम ना समझे : राहुल




विजयव़ाडा। राहुल गांधी ने कहा है कि उन्हें भावी प्रधानमंत्री न समझा जाए क्योंकि भविष्य के बारे में कोई भी नहीं बता सकता। उन्होंने कहा, "कृपया मुझे भावी प्रधानमंत्री मत समझिए।" यहां के एक कॉलेज में करीब 1500 छात्रों से रू ब रू हुए राहुल ने कहा भविष्य के बारे में कोई भी नहीं बता सकता।
कोई भी प्रधानमंत्री बन सकता है। एक विद्यार्थी के राहुल को भावी प्रधानमंत्री का उल्लेख करने पर राहुल ने यह बात कही। राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अच्छा काम कर रहे हैं। आतंकवाद पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा आतंकवाद से कानून के तहत ही निपटा जा रहा है। राहुल ने वैश्विक तापमान, आरक्षण सहित अन्य मुद्दों पर भी जवाब दिए।

किसानों के आंदोलन से थमी दिल्ली की रफ्तार

केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई गन्ना मूल्य नीति के विरोध में गुरुवार को किसानों के प्रदर्शन से राजधानी की यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गया। जंतर-मंतर की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर भारी जाम लगा हुआ था जबकि कस्तूरबा गांधी मार्ग, मंडी हाऊस, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और गाजीपुर से जुड़ी सड़कों पर वाहन रेंग रहे थे।

इससे पहले हाथों में गन्ना लिए और नारे लगाते हुए हजारों की संख्या में किसान राजधानी के रामलीला मैदान से रैली के रूप में जंतर मंतर पहुंचे। रैली में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), भारतीय किसान यूनियन टिकैत और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।

उधर, किसानों के इस आंदोलन के समर्थन में पूरा विपक्ष एकजुट हो गया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार संबंधित अध्यादेश को संसद की मंजूरी नहीं दिला सकती, क्यों कि उसके पास संसद के ऊपरी सदन में आवश्यक संख्या बल नहीं है। वहीं जनता दल (युनाइटेड) के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि जब तक सरकार अध्यादेश को वापस नहीं लेती तब संसद को नहीं चलने दिया जाएगा।

रैली में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता बासुदेव आचार्य, रालोद नेता अजित सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता डी. राजा व गुरुदास दास गुप्ता, राष्ट्रीय जनता दल के नेता रघुवंश प्रसाद और समाजवादी पार्टी महासचिव अमर सिंह सहित कई नेता मौजूद थे।

शरद यादव ने कहा कि यह अकेले गन्ना किसानों की लड़ाई नहीं है बल्कि यह सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लड़ाई है। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ रही लेकिन किसानों की चीजें सस्ती दरों पर खरीदी जा रही हैं। रघुवंश प्रसाद ने कहा, ''गन्ना मूल्य के बारे में जारी अध्यादेश किसान विरोधी है। इससे कोई समझौता नहीं हो सकता। अध्यादेश वापस लिए जाने तक लड़ाई जारी रहेगी।''

अमर सिंह ने कहा, ''यह अध्यादेश उन उद्योगपतियों, जिनपर राजनेताओं का नियंत्रण है, को लाभ पहुंचाने के लिए लाया गया है। मैं कृषि मंत्री शरद पवार और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर किसानों को लूटने का आरोप लगाता हूं। इससे मिल मालिकों को लाभ पहुंचेगा।''

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से गोपीनाथ मुंडे ने कहा, ''इससे मिल मालिकों को फायदा होगा। पवार कृषि मंत्री हैं, उन्हें किसानों का समर्थन करना चाहिए लेकिन वह उद्योगपतियों का साथ दे रहे हैं।'' केंद्र सरकार ने फेयर एंड रिम्युनेरेटिव प्राइस (एफआरपी) के तहत 2009-10 के लिए प्रति क्विंटल गन्ने का मूल्य 129.85 रुपए घोषित किया है जबकि उत्तर प्रदेश में राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) प्रति क्विंटल 165 से 170 रुपए तय किया गया है।

यदि राज्य सरकार एसएपी को एफआरपी से अधिक रखती है तो ऐसी स्थिति में मूल्य में जितना अंतर होगा उसका भुगतान सरकार को अपने खाते से करना होगा। हालांकि इसके लिए सरकार को बाध्य नहीं किया जा सकता। किसानों की मांग है कि उनके उत्पाद के लिए प्रति क्विंटल 280 रुपए का भुगतान किया जाए।

राजधानी में किसानों के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रीय लोक दल के अजीत सिंह का कहना है, ''उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती पूरी तरह से डीजल पर निर्भर है और डीजल का मूल्य आसमान छू रहा है। ऐसे परिदृश्य में यदि किसानों को अपने उत्पाद के लिए उचित मूल्य नहीं मिलता है तो उनका विरोध पूरी तरह से न्यायोचित है।''

उन्होंने कहा कि देश में चीनी के कुल उत्पादन का 40 प्रतिशत हिस्सा केवल उत्तर प्रदेश से आता है। एक अन्य किसान ने कहा, ''हम अंत तक अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे। यदि हमें अपनी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता है तो हम दिल्ली में अनाज नहीं आने देंगे और प्रदेश में दूध, सब्जियां और अनाज लेकर आने वाली सभी गाडियों को रोक देंगे।''

आत्मा की शान्ति हेतू 2 मिनट का मौन रखा

डबवाली ()इंडियन नेशनल लोकदल कार्यलय में आज डा0 सीता राम, पुर्व विधायक की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया तथा शोक प्रस्ताव पारित करके मनोज पुत्र राधेराम गोदारा पुर्व चेयरमैन जिला परिषद के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की गई इस दौरान दिंवगत आत्मा की शान्ति हेतू 2 मिनट का मौन रखा गया तथा ईश्वर से प्रार्थना की गई कि संतप्त परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें । इस शोक सभा में डा0 गिरधारी लाल गर्ग, रणवीर राणा, जगरूप सिंह, नरेन्द्र बराड़, विनोद अरोड़ा, टेक चन्द छाबड़ा, महेन्द्र डुडी, महावीर सहारण, गुरजीत सिंह, सर्वजीत मसीतां, बलदेव गर्ग, नरेश मितल, कुलदीप जम्मु, दर्शन मोंगा, सतपाल लौहगढिया, गुरचरण सिंह, गिरधारी बिस्सु, राजेन्द्र सिंह, दर्शन सिंह मान, मोहन सहू, संदीप गगंा, धेलाराम, मोहन भादू, प्रहलाद सिंह, मंदर सरां, बलविन्द्र संरा, साहब राम चकजालू, डा0 सुरजीत, बक्षी राम, मदन गुप्ता, बलराम जाखड़, बलबीर हस्सू, केशो राम गप्ता, लवली मेहता, सुरेन्द्र छिन्दा, सुखवीर सरां, सुभाष मितल, राम सिंह बिशनोई, आशा बाल्मिकी, पुष्पा देड़ान, अन्जु बंसल, सीता देवी, ईश्वर देवी कटारिया, गीता बिश्रोई, एंव सभी पूर्व नगर पार्षद , पार्टी पदाधिकरी एंव कार्यकर्ता उपस्थित थेे।

गौशाला को किया दान

डबवाली(अभी-अभी) - स्थानीय श्री गौशाला के सचिव अनिल धारणीय ने जानकारी देते हुए बताया कि फर्म : मै. देस राज प्यारे लाल के संचालक वरूण कुमार ङ्क्षसगला द्वारा एक वर्ष के लिए श्री गौशाला की वाॢषक सदस्यता ग्रहण करते हुए 2855 रूपये की राशि दान स्वरूप दी है। श्री गौशाला की प्रबन्धक कमेटी के पदाधिकारियों ने श्री ङ्क्षसगला का आभार व्यक्त किया है।

चोरियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।

डबवाली(अभी-अभी) - शहर में निरन्तर हो रही चोरियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
जिसके फलस्वरूप नगरवासियों में पुलिस प्रशासन के प्रति भारी रोष पनप रहा है। पिछले एक पखवाड़े में नगर में भिन्न - भिन्न जगहों पर दर्जनों चोरियों की वारदातें हो चुकी हैं। इस घटनाक्रम में बीती देर रात्रि एक और इजाफा हो गया। जब स्थानीय कॉलोनी रोड स्थित श्री गीता जी पुस्तक भण्डार की छत से होते हुए सीढिय़ों के गेट का ताला तोड़ कर गल्ले में पड़ी नकदी और अन्य सामान पर हाथ साफ कर दिया। श्री गीता जी पुस्तक भण्डार के मालिक नरेश शर्मा पुत्र पं. गीता राम ने उपरोक्त घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि वह बीते दिवस देर सायं अपनी दुकान मंगल करके घर गए थे तथा जब आज प्रात: दुकान का ताला खोलकर अन्दर प्रवेश किया तो देखा कि दुकान के अन्दर सारा सामान इधर -उधर बिखरा पड़ा है एवं गल्ला भी खुला हुआ है तथा साढिय़ों का ऊपर तथा नीचे का दरवाजा टूटा पड़ा है। उन्होंने बताया कि अज्ञात चोर गल्ले में पड़े 10-10 के नोट, कुछ रेजगारी सहित लगभग 1500 रूपये नकद, एक बड़ा शंख, दो गीता मन्त्र चुरा ले गए। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि चोर सम्भवयता साथ की दुकान में निर्माणधीन सीढिय़ों से ऊपर चढ़ कर छत पर पहुंचे तथा सीढिय़ों का ताला तोड़ कर दुकान में प्रवेश कर गए। श्री गीता जी पुस्तक भण्डार के मालिक नरेश शर्मा पुत्र पं. गीता राम ने उपरोक्त घटनाक्रम की सूचना तुरन्त थाना शहर पुलिस को दी तथा पुलिस ने मौका पर पहुंच कर मुआयना किया तथा प्रारम्भिक कार्रवाई के पश्चात आगे की रणनीति बनानी शुरू कर दी। उधर इसी रोड पर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला नम्बर 3 में कल दोपहर अवकाश के उपरान्त चोरों ने उक्त स्कूल को निशाना बनाते हुए हजारों रूपयों का सामान चुरा लिया।

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