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शनिवार, 7 मई 2011
सुखबीर बादल का घेराव करेंगे बेरोजगार पीटीआई अध्यापक
डबवाली (यंग फ्लेम) डबवाली के साथ लगते पंजाब क्षेत्र में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हलका लंबी में बेरोजगार पीटीआई अध्यापक यूनियन की ओर से हलका लंबी में निरंतर चली आ रही भूख हड़ताल 70वें दिन भी जारी रही। उक्त बेरोजगार अध्यापकों की मांगों की ओर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है, जिस कारण उन्होंने संघर्ष तेज करने की घोषणा की है। इसके तहत जलालाबाद में उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा विकास कार्य का जायजा लेने के लिए 9 व 12 मई को रखे गए कार्यक्रमों में बादल का घेराव व रैलियों को भंग करने का फैसला किया गया है। इस अवसर पर यूनियन के प्रधान मनदीप सिंह कूंदी, सलाहकार रविंदर कुमार जलालाबाद व देव राज ने कहा कि पीटीआई यूनियन की 4500 पदों को भरने की मांग को सरकार अभी तक पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने बताया कि अपने हकों के लिए संघर्ष को और तेज करने के लिए यूनियन के सभी मेंबरों के साथ बैठक करके यह फैसला लिया गया है। इसी तरह गावों में सरकार द्वारा किए वायदों संबंधी सीडिया दिखा कर सरकार की पोल खोली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि नन्हीं छाव का नारा लगाने वाली बीबी हरसिमरत कौर बादल की उपस्थिति में बठिडा में अकाली वर्करों द्वारा महिला पीटीआई अध्यापकों से की गई मारपीट संबंधी भी लोगों को अवगत करवाया जाएगा। इस मौके पर सिमरनजीत मानसा, देवराज, कृष्ण कुमार नाभा, जसविंदर ङ्क्षसह, इद्रजीत ङ्क्षसह, जस्सी मानसा, महेन्द्र पाल, देस दीपक, मनदीप कुमार, नीलम रानी, सर्बजीत कौर, मोनिका रानी, रजनी बाला, सुनीता रानी, नरेन्द्र कौर, सुनीता रानी, कुलविंदर कौर व सविता रानी सहित अन्य मौजूद थे।
लोक अदालत में 59 मामले प्रस्तुत 29 का मौके पर निपटारा
डबवाली (यंग फ्लेम) हरियाणा एंव पंजाब हाईकोर्ट के आदेश पर आज स्थानीय कोर्ट कैम्पलैक्स में मननीय एसडीजेएम डॉ. अतुल मडिया की अध्यक्षता में एक लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस लोक अदालत में कुल 56 केस प्रस्तुत किए गए जिसमें 29 केसों का निपटारा मननीय जज साहब द्वारा मौके पर ही कर दिया गया। इस लोक अदालत में कुल 53 दिवानी केस प्रस्तुत किए गए जिसमें 26 केसों का निपटारा मौके पर किया गया और क्रिमीनल के 3 केस प्रस्तुत किए गए और तीनों ही केसों का निपटारा माननीय डॉ. अतुल मडिया ने मौके पर ही करके उन्हें निजात दिलाई और इसके अलावा तीन केस रिकवरी के भी प्रस्तुत किए गए। तीनों केसों में 1 लाख 26 हजार 606 रूपए की रिकवरी करवाकर उक्त केसों का निपटारा कर दिया गया।
यह जानकारी देते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके गर्ग एडवोकेट ने बताया कि इन प्रकार की लोक अदालत के आयोजन से आम लोगों का वक्त और पैसा दोनों की बचत होती है। एडवोकेट एसके गर्ग ने लोक अदालत में पहुंचे लोगों को लोक अदालत के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर एडवोकेट कुलवंत सिंह, युधिष्टर शर्मा, जितेंद्र दंदीवाल, राजेंद्र बिश्रोई, विजय कुमार गुप्ता, गुरविंद्र सिंह मान व अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।
यह जानकारी देते हुए बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके गर्ग एडवोकेट ने बताया कि इन प्रकार की लोक अदालत के आयोजन से आम लोगों का वक्त और पैसा दोनों की बचत होती है। एडवोकेट एसके गर्ग ने लोक अदालत में पहुंचे लोगों को लोक अदालत के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर एडवोकेट कुलवंत सिंह, युधिष्टर शर्मा, जितेंद्र दंदीवाल, राजेंद्र बिश्रोई, विजय कुमार गुप्ता, गुरविंद्र सिंह मान व अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे।
एटीएम सुविधा बनी सिरदर्द, जनता परेशान
डबवाली (यंग फ्लेम) कभी-कभी सुविधा किस तरह सिरदर्द बन जाती है, इसका नमूना शहर में लगे एटीएम साबित हो रहे हैं। शहर में लगे ज्यादातर एटीएम गड़बड़ होने या पूरी तरह बंद होने से लोग को परेशान का सामना करना पड़ा। वह रुपए नहीं निकाल पा रहे हैं। शनिवार को कुछ ऐसे ही हालात थे। जहां एटीएम चालू थे वहां लोगों की लंबी कतारें लगीं थीं। चौटाला रोड पर स्थित एसबीआई के एटीएम की मशीन बंद थीं। एटीएम बंद होने से सैकड़ों लोग खाली हाथ लौटने को मजबूर हुए। जिका मुख्य कारण मशीनों में तकनीकी खराबी है या फिर उनमें कैश उपलब्ध नहीं है। शहर के बीचों बीच स्थित पीएनबी बैंक का एटीएम चालू होने से यहां लोगों की कतार लग गई। इसी तरह की समस्या शहर में अन्य एटीएम पर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी और पंजाब की किलियांवाली मंडी मं सिथत स्टेट बैंक ऑफ पटियाला का एटीएम भी बंद पड़ा है। एक और तो शहर में बैंकों व एटीएम मशीनों की संख्या बंढती जा रही है लेकिन सुविधा के नाम पर यह एटीएम सफेद हाथी बनकर रह गए है। उधर, पिछले कुछ माह पहले ही नए खुले एक निजी बैंक द्वारा लगाए पहले तो ग्राहकों को खाते खोलने पर एटीएम सुविधा तत्काल देने का वायदा किया गया था लेकिन यह वादा आज तक नहीं पुरा हो पाया है। एटीएम से कैश निकालने के लिए लाइन में लगे तरसेम, प्रेम कुमार, छोटू राम, जोगिंद्र सिंह, मान सिंह, निर्मल सिंह आदि ने बताया कि वह पैसे निकलवाने के लिए उन्हें एक बैक से दूसरे बैंक के एटीएम के चक्कर काट रहे है लेकिन ज्यादातर एटीएम ंबद है व जो चल रहे है उनका सर्वसर डाऊन होने के कारण उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है।
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