सिरसा(प्रैसवार्ता)दिल्ली के देह व्यापार माफिया ने हरियाणा के कई राजनेताओं तथा सरकारी तंत्र को अपनी चंगुल में फंसा कर ''काल गर्ल्स सप्लाई" का कारोबार शुरू कर दिया है, जो राजधानी चंडीगढ़ से होता हुआ विभिन्न-विभिन्न जिलों से होता सिरसा तक पहुंच गया है। इस गिरोह में फंसे राजनेताओं तथा सरकारी तंत्र ने अपने-अपने क्षेत्रों में ठिकाने बनवाने के साथ-साथ रंगीन मिजाजों से संपर्क तक करवा दिया है। सिरसा शहर में बने ठिकानों तक तो पुलिस का पहुंचना कठिन है, क्योंकि यहां के बदलते ठिकानों के साथ-साथ रंगीन मिजाजों के लिए बठिण्डा, हिसार, हांसी, भिवानी से ''काल गर्ल्स सप्लाई" होती हैं। ''प्रैसवार्ता" को मिली जानकारी अनुसार इस गिरोह से जुड़े लोगों द्वारा देह व्यापार के धंधे में संलिप्त महिलाओं के माध्यम से कामकाजी महिलाओं, कालेजों की छात्राएं, बढ़ती महंगाई से प्रभावित मध्यम वर्गीय परिवारों की महिलाएं व लड़कियां तथा ब्यूटी पार्लर का काम करने वाली महिलाओं व लड़कियों को धकेला जा रहा है और बाद में उन्हें डरा धमका व ब्लैकमेलिंग करके नई युवतियों को इस कारोबार में लाने के लिए विवश किया जाता है। इस गिरोह में संलिप्त ''काल गर्ल्स " को रंगीन मिजाज रईसाजादों तथा सरकारी तंत्र से मधुर संबंध बनाने की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। दिल्ली के इस गिरोह के संचालक प्रदेशभर के इन ठिकानों से प्रतिमास एक निर्धारित राशी लेते हैं ओर जरूरत पडऩे पर ''काल गर्ल्स" का आदान-प्रदान करते हैं। इस कारोबार में फंसने वाले अमीरजादों तथा सरकारी तंत्र को भी इस गिरोह द्वारा समय-समय पर ब्लैकमेल किया जाता है। प्रदेश में तेजी से फल-फूल रहे इस कारोबार में महत्वकांक्षी पुरूष तथा महिलाएं ज्यादा शरीक होने लगे हैं। अपनी इस घृणित कार्यप्रणाली को अखबारी सुर्खियों से बचाने के लिए इस गिरोह ने अपने कुछ विश्वास पात्रों को पत्रकारिता का लबादा भी पहना दिया है, हालांकि ऐसे लोग पत्रकारिता का क.ख.ग नहीं जानते। कुछ समय पूर्व सिरसा जिला का एक वरिष्ठ अधिकारी (अब स्थानांतरित) ''काल गर्ल्स" सप्लाई के मामले को लेकर चर्चित हुआ था। इस अधिकारी ने अपने विभागीय मंत्री की खुशामदी के लिए विभाग की ही एक महिला कर्मचारी को मंत्री को खुश करने के लिए पेश किया, तो मामला उल्ट हो गया, क्योंकि वह मंत्री जी के परिचित परिवार से थी। मामला चर्चित तो हुआ, मगर शीघ्र ही दब गया, क्योंकि संबंधित अधिकार सर्वगुण सम्पन्न होने के कारण मामले को दबाने में कामयाब हो गये थे। इस धंधे की जानकारी रखने वाले एक रंगीन मिजाज ने नाम न छापने की शर्त पर ''प्रैसवार्ता" को बताया कि सिरसा में अभी स्थाई ठिकाने तो नहीं बने हैं और जिन ठिकानों पर यह धंधा होता है, वहां सुविधाओं का अभाव होने के कारण सिर्फ हवस पूरी ही होती है, जबकि मनोरंजन के लिए काल गल्र्ज को सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ता है, जिसकी तलाश ग्राहक को करनी पड़ती है। इस गिरोह के सदस्य एवं दलाल ब्लयू फिल्मों का कारोबार करने के साथ-साथ ब्लयू फिल्मों के देखने के शौकीनों पर कड़ी नजर रखते हैं और जानकारी मिलने पर उनसे संबंध बनाकर अपने जाल में उलझा लेते हैं। पुलिस प्रशासन चाहकर भी कुछ नहीं कर सकता, क्योंकि इस गिरोह से जुड़े लोगों की सतर्कता काफी होती है, वैसे भी कानूनी लचीलापन, राजनेताओं का दवाब भी इस धंधे को फलने-फूलने से रोकने में कामयाब नहीं होने देता, जिस कारण इस गिरोह के हौंसले बुलन्द हैं ओर कारोबार में तेजी आ रही है।
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मंगलवार, 13 जुलाई 2010
साध संगत द्वारा बाढ़ पीतिडों के लिए 15 दिनों तक लगातार लंगर वितरित किया जाएगा: सिंह
सिरसा- गुरू नानक नगर की साध संगत द्वारा बाढ़ पीडितों की सहायता के लिए आगामी 15 दिनों तक लगातार राहत शिविर का आयोजन किया जाएगा। इस बात की जानकारी अमरजीत सिंह व डा. अवतार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि साध संगत द्वारा सुबह और शाम दोनों समय गुरूद्वारा साहिब से लंगर तैयार करके जहां-जहां भी बाढ़ से पीडित लोग ठहरे हैं वहां-वहां लंगर द्वार-द्वार तक पहुंचाया जाएगा। इसके इलावा पीने के पानी की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए साध संगत तथा युवा वर्ग की टीमें गठित की गई है। जो निरंतर वाहनों द्वारा लंगर पहुंचाने का कार्य करेंगी। इसके इलावा दवाईयों का कैम्प भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों स्थापित कर दिया जाएगा। अमरजीत सिंह व डा. अवतार सिंह ने बताया कि जिन परिवारों के पास लाईट की व्यवस्था नहीं है अथवा पशुओं के लिए चारा नहीं है उनके लिए भी गुरूनानक नगर की साध संगत द्वारा विशेष प्रबंध किए जाएंगे ताकि किसी को भी बाढ से परेशानी न हो। इस कार्य केलिए परमजीत सिंह व डा. अवतार सिंह साध संगतों से अपील की है वो बढ़ चढकर सहयोग करें तथा कच्चा राशन गुरूद्वारा साहिब में पहुंचाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक लंगर पहुंचाया जा सकें।
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बाढ़ पीडि़तों के सहायतार्थ चिकित्सा कैम्प का आयोजन
सिरसा- नगर की प्रमुख समाजसेवी संस्था श्री मारूति चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं नगरपार्षद रमेश मेहता ने हाल ही में घग्घर नदी के तटबंध टूटने से उपजी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित गांवों के लोगों की सहायतार्थ नगर की सभी समाजसेवी संस्थाओं तथा सामाजिक संगठनों से आगे आने का आह्वान किया है। आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से श्री मेहता ने कहा कि घग्घर नदी की चपेट में आए दर्जनों गांवों के लोग जगह-जगह पर बांध पर हुए कटाव को रोकने के लिए दिन-रात मिलकर काम कर रहे हैं जिसकी वजह से सिरसा शहर भी अब तक सुरक्षित है। श्री मेहता ने कहा कि इन लोगों तथा प्रभावित गांवों से पलायन कर चुके ग्रामवासी जो कि इधर-उधर शरण लिए हुए हैं के लिए लंगर, पीने का पानी, चिकित्सा व्यवस्था एवं उनके पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था में सहयोग करने हेतु संस्थाएं तन-मन-धन से सहयोग दें ताकि इस प्राकृतिक आपदा से निपटा जा सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, वायुसेना, शाह सतनाम ग्रीन-एस वैल्फेयर ट्रस्ट एवं सरकारी मशीनरी भी बाढ़ पीडि़तों के बचाव के लिए जी-जान से कार्यरत है परन्तु प्रशासन को जनसहयोग देने से यह कार्य और भी अधिक प्रभावी तरीके से होगा। उन्होंने शहर में लॉयन्ज क्लब के पदाधिकारियों से भी बाढ़ पीडि़तों के सहायतार्थ चिकित्सा कैम्प का आयोजन करने का भी आह्वान किया है ताकि बाढ़ के पानी से फैलने वाली संक्रामक बीमारियों से लोगों की रक्षा की जा सके। इसी कड़ी में गत दिवस श्री मारूति चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा प्रभावित गांवों में लंगर की व्यवस्था की गई तथा भाई कन्हैया मानव सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष गुरविन्द्र सिंह व ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारियों द्वारा गांवों में पीने के पानी के टंैकर भिजवाकर बाढ़ पीडि़तों की मदद की जा रही है।
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मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए सोनिया गांधी के दरबार में चक्कर लगा रहे है: अभय चौटाला
सिरसा-यदि समय रहते शासन व प्रशासन बाढ़ की रोकथाम के इंतजाम क
र लेते तो आज सिरसा व गांवों के हालात बाढ़ के कारण इतने खराब ना होते और किसान उजडऩे से बच जाते। यह बात ऐलनाबाद के विधायक एवं खेलरत्न अभय सिंह चौटाला ने आज बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरान करने के बाद एक पत्रकार वार्ता में कही। श्री चौटाला ने बाढ़ ग्रस्त ग्रामीणों से मिलकर उनसे सहानुभूति जताई और उनके दुख में शामिल हुए। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अब जबकि घग्घर ने अपना कहर बरपा दिया है और हजारों एकड़ भूमि में खड़ी फसल नष्ट हो गई है अब शासन व प्रशासन घडिय़ाली आंसू बहा रहा है। उन्होंने कहा कि अंबाला व कुरुक्षेत्र में बाढ़ आने के 6 दिन बाद सिरसा में घग्घर नदी ने तबाही मचाई लेकिन प्रशासन चैन की नींद सोया रहा और गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए। उन्होंने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशासन को घग्घर नदी के ऊफान का पता होने के बाद भी सिरसा के उपायुक्त व उपमंडलाधीश छुट्टी पर चले गए जिससे पता चलता है कि प्रशासन बाढ़ के प्रति कितना गंभीर था। ऐलनाबाद विधायक ने मुख्यमंत्री पर सिरसा की जनता के साथ भद्दा मजाक करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री ने सिरसा को बाढ़ से बचाने के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए लेकिन अब बाढ़ आने के बाद व सिरसा की ग्रामीण जनता के उजडऩे का तमाशा देखने के लिए आए है। इनेलो नेता ने कहा कि हरियाणा बाढ़ से ग्रस्त है लेकिन मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए सोनिया गांधी के दरबार में चक्कर लगा रहे है जिन्हें हरियाणा की जनता के दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि इनेलो बाढ़ को लेकर कोई राजनीति नहीं करती है अपितु दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इनेलो सुप्रीमो चौ. ओ३म प्रकाश चौटाला के आदेशानुसार इनेलो कार्यकर्ता टै्रक्टर ट्रालियों सहित व अन्य साधनों से बाढ़ पीडि़तों की सहायता कर रहे है। एक प्रश्र के उतर में उन्होंने कहा कि हांसी-भुटाना नहर को लेकर हमारी आंशका सही निकली और जनता का 350 सौ करोड़ रुपए लगाकर भी इस नहर ने केवल तबाही मचाने का काम किया है। अभय सिंह ने कहा कि घग्गर नदी के तटबंधों पर मिट्टी डालकर उसे पक्का करने के लिए करोड़ों रुपए फर्जी तौर पर कागजों में दिखाए लेकिन तटबंधों को पक्का नहीं किया गया इस फर्जी बाड़े की मुख्यमंत्री किसी एजैंसी से जांच करवाए कि वह पैसा कहां गया? उन्होंने कहा कि अगर तटबंध पक्के हो जाते तो आज बाढ़ की हालात ना होती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सिरसा आकर नाटक करने की कोई जरूरत नहीं थी यदि वे बाढ़ के प्रति गंभीर होते तो चंडीगढ़ में बैठकर अधिकारियों को आदेश दे सकते थे। श्री चौटाला ने बाढ़ राहत कार्यो में जुटे किसानों द्वारा डीजल मांगने पर पुलिस द्वारा उन पर लाठी चार्ज की कड़ी निंदा की। श्री चौटाला ने कहा कि जिस मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार बाढ़ राहत कार्यो के लिए 22 सौ करोड़ मांगने पर केवल 2 सौ करोड़ रुपए देती है ऐसे मुख्यमंत्री को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बाढ़ आने के लिए पंजाब को दोषी ठहराकर मुख्यमंत्री व उनके मंत्रीमंडल के सहयोगी अपनी जुम्मेवारी से पल्ला झाड़ रहे है। ऐलनाबाद के विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान जहां सरकारी खजाने पर बोझ पड़ता है वहीं पर प्रशासन का ध्यान भी बाढ़ राहत कार्यो से बंट जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिरसा व फतेहाबाद में विकास कार्यो के प्रति उदासीन थे और इन क्षेत्रों में बाढ़ रोकने के प्रबंध में रूचि ना दिखाकर मुख्यमंत्री ने अपनी मनशा प्रकट कर दी। उन्होंने कहा कि सेना को राहत कार्यों के लिए पहले से ही बुला लिया जाता तो ऐसी विकट स्थिति पैदा ना होती। उन्होंने सरकार से पूरजोर मांग करते हुए कहा कि किसानों की फसलों की गिरदावरी तुरंत करवाई जाए और उन्हें 25 हजार प्रति एकड़ मुआवजा देकर उनके घावों पर मरहम लगाई जाए तथा किसानों के फसल के ऋण व दूसरे ऋणों को तुरंत प्रभाव से माफ किया जाए ताकि किसान अपना जीवन आसानी से जी सके। इस अवसर पर उनके साथ अमीर चावला, महावीर बागड़ी, विनोद दड़बी, धर्मवीर नैन, महावीर शर्मा उपस्थित थे।

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शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग केसेवादार बाढ़ पीडि़तों की सहायता में जुटे
सिरसा-सिरसा जिला के बाढग़्रस्त क्षेत्रों में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फे
यर फोर्स विंग के लगभग 1000 से अधिक सेवादार बाढ़ पीडि़तों की सहायता में जुटे हुए हैं। विंग के सेवादार घग्घर के बांध को मजबूत करने के साथ-साथ बाढ़ पीडि़तों को सुरक्षित स्थान पर ले जा रहे हैं तथा उनके लिए भोजन व चिकित्सा शिविरों के माध्यम से दवाईयां इत्यादि उपलब्ध करवा रहे हैं। यह जानकारी देते हुए डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता डॉ. पवन इन्सां ने बताया कि शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार फरवाईं, नेजाडेला, रानियां के फिरोजाबाद, झोंपड़ा इत्यादि गांवों में बांध बनाने व पीडि़तों को राहत पहुंचाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि विंग के सेवादार दो जेसीबी मशीनों सहित सैंकड़ों वाहनों, जिनमें ट्रैक्टर-ट्रालियां, कैंटर इत्यादि शामिल हैं, के द्वारा दिन-रात सेवादार कार्य में जुटे हैं। श्री इन्सां ने बताया कि विंग के सदस्यों द्वारा जेसीबी मशीनों व ट्रैक्टरों के जरिये बांध को पाटने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा सैकड़ों सदस्यों द्वारा मिट्टी के गट्टों इत्यादि के द्वारा बांधों को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स के सदस्यों द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है तथा उनके लिए भोजन-लंगर इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। श्री इन्सां ने बताया कि विंग द्वारा बाढग़्रस्त इलाकों में चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं, जिसमें मोबाईल हॉस्पिटल फरिश्ता के साथ चिकित्सक जरूरतमंद लोगों को दवाईयां इत्यादि मुहैया करवा रहे हैं। डॉ. पवन इन्सां ने सेवादारों से आह्वान किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बाढग़्रस्त इलाकों में पहुंचे तथा वहां पर तेजी से राहत कार्य चलाएं।

प्रथम विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन
डबवाली-मानवता की सेवा में समॢपत नगर की अग्रणी संस्था डबवाली
जन - सहारा सेवा संस्था ने आज जीटी रोड़ ऐसोसिऐशन की सहायता से आज स्थानीय सिरसा रोड़ स्थित चौ. संदीप पेट्रोल पम्प के सामने प्रथम विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया। शिविर का शुभारम्भ समाजसेवी चौधरी गुलाब सिंह श्योराण ने रक्तदान करके किया तथा अपने संबोधन में उन्होंने रक्तदान को सबसे श्रेष्ट दान की संज्ञा दी। संस्था द्वारा आयोजित प्रथम रक्तदान शिविर में नगर के उत्साहित युवकों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। यह जानकारी देते हुए सस्था के प्रवक्ता ने बताया कि उक्त रक्तदान शिविर में रक्त एकत्रित करने के लिए शिव शक्ति ब्लॅड बैंक सिरसा से अनुभवी डॉक्टरों की टीम में डॉ. एल. एन. गुप्ता, डॉ. धर्मपाल, विनोद कुमार, अमनदीप, जनकराज सहित राकेश कुमार पहुंचे तथा उन्होंने रिकार्ड तोड़ 143 यूनिट रक्त एकत्रित किया। जबकि 75 युवाओं को वापिस लौट जाना पड़ा। इस अवसर पर सभी रक्तदाताओं को दूध व फलाहार के साथ - साथ प्रशंसा पत्र व बैच लगा कर सम्मानित किया गया। उक्त शिविर के सफल आयोजन के लिए संस्था सदस्यों ने जीटी रोड़ ऐसोसिऐशन के साथ - साथ सभी का आभार जताया तथा शिविर की सफलता से उत्साहित होकर उन्होंने निकट भविष्य में शीघ्र ही एक ओर रक्तदान शिविर आयोजित करने का संकल्प लिया।

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प्लॉट पर मवेशियों के बांधने को लेकर हुए झगड़े में एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल
डबवाली- उपमण्डल के गांव डबवाली में प्लॉट पर मवेशियों के बांधने को लेकर हुए झगड़े में आज प्रात: एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार हेतु स्थानीय सिविल हस्पताल में दाखिल करवाया गया। सिविल हस्पताल में उपचाराधीन नछत्तर सिंह पुत्र हजूरा सिंह निवासी गांव डबवाली की धर्मपत्नी सर्वजीत कौर ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने गहने पर एक प्लॉट लिया है। जिसमें गांव के ही कान्ता सिंह, नछत्तर सिंह व मन्दर सिंह अपने मवेशियों को बांधते आ रहे थे। जब उक्त प्लॉट को उन्होंने गहने पर ले लिया तो उनके पति नछत्तर सिंह ने उक्त तीनों को अपने प्लॉट में मवेशियों को बांधने से रोक दिया। इस बात से आजिज उक्त तीनों ने कुल्हाड़ी से हमला कर उनके पति को गम्भीर रूप से घायल कर दिया तथा वहां से फरार हो गए। उन्होंने घायलावस्था में उन्हें स्थानीय सिविल हस्पताल में उपचार हेतु दाखिल करवाया।
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रंजिशन बीती रात हुए झगड़े में दोनों पक्षों के एक-एक व्यक्ति घायल
डबवाली- उपमण्डल के गांव अलीकां में रंजिशन बीती रात हुए झगड़े में दोनों पक्षों के एक-एक व्यक्ति के घायल होने का मामला उजागर हुआ है। जिन्हें उपचार हेतु स्थानीय सिविल हस्पताल में दाखिल करवाया गया। सिविल हस्पताल में उपचाराधीन कुलवन्त सिंह पुत्र हाकम सिंह निवासी गांव अलीकां ने बताया कि वह अपने घर के बाहर खड़ा था कि इतने में गांव के ही छिन्दर सिंह पुत्र गुरतेज सिंह तथा नत्था सिंह पुत्र बलविन्द्र सिंह आए और पिछले दिनों सम्पन्न हुए परिषद् के चुनावों में उनके पक्ष में मतदान न करने को लेकर झगड़ा करने लगे। जब उन्होंने ऐतराज जताया तो उन्होंने उन पर कुल्हाड़ी से वार कर घायल कर दिया तथा वहां से फरार हो गए। झगड़े का शोर सुन कर उनके चचेरे भाई हरपाल सिंह वहां पहुंचे तथा उन्होंने घायलावस्था में सिविल हस्पताल पहुंचाया। उधर दूसरे पक्ष के घायल छिन्दर सिंह ने कुलवन्त सिंह पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि कल देर सायं वह गांव में स्थित करियाना की दुकान से घरेलु सामान की खरीद के पश्चात अपने घर जा रहा था कि कुलवन्त सिंह व इनके साथियों ने उस पर लाठियों से हमला कर घायल कर दिया। उन्हें गांव के पूर्व सरपंच राजिन्द्र सिंह ने उक्त लोगों से छुड़वाया तथा घायलावस्था में स्थानीय सिविल हस्पताल में उपचार हेतु दाखिल करवाया।
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केन्द्र की टीम आगामी एक दो दिन में हरियाणा के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
सिरसा, 13 जुलाई : केन्द्र की टीम आगामी एक दो दिन में हरियाणा के अ
म्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, फतेहाबाद व सिरसा जिलों के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज सिरसा जिला के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर पत्रकारों से कही। उन्होंने आज जिला के गांव नेजाडेलाकलां में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की। इसके साथ-साथ उन्होंने जिला के पूरे बाढग़्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वे किया, जिनमें खैरेकां, मल्लेवाला, नागोकी, मत्तड़, फरवाई, मुसाहिबवाला आदि गांव शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से नुकसान के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से एक हजार करोड़ रूपए की मांग की है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी तथा प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों व आम लोगों की सहायता के लिए पूरा आश्वासन दिया है। वे केन्द्र सरकार से निरन्तर सम्पर्क में है जिसके परिणामस्वरूप केन्द्र ने हरियाणा में बाढ़ स्थिति का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय टीम को भेजने का निर्णय लिया है। केन्द्र सरकार की टीम आगामी एक दो दिन में बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
श्री हुड्डा ने माना कि प्रदेश में बाढ़ से अम्बाला, कैथल, कुरूक्षेत्र, फतेहाबाद व सिरसा जिला में भारी नुकसान हुआ है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए कि बाढग़्रस्त गांवों के लोगों को खाद्य वस्तुएं, मिट्टी के तेल आदि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए यानि पर्याप्त मात्रा में लोगों को आम जरूरत की चीजें व राशन उपलब्ध करवाए जाएंगे। पशुओं के लिए चारे आदि की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने बाढग़्रस्त क्षेत्रों की विशेष गिरदावरी करवाने के निर्देश दिए। आंकलन करने के बाद ही नुकसान ही की सही स्थिति का जायजा हो पाएगा। विशेष गिरदावरी के बाद ही फसल के नुकसान का जायजा होगा जिसके आधार पर लोगों को विशेष मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने एक प्रशन के जवाब में कहा कि इस स्थिति में राज्य सरकार व पूरा प्रशासन लोगों के साथ है और लोग भी पूरी तरह से सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए कार्यो से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अम्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल जिलों में विशेष गिरदावरी के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं और इस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
ज्ञात रहे कि घग्गर नदी का कई जगह से बांध टूट जाने से सिरसा जिले की 15 हजार एकड़ से भी अधिक भूमि प्रभावित हुई है। अभी तक गांव की आबादी को बचाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ बचाव कार्य व राहत के लिए जिला में सेना को बुलाया गया है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्थानीय ग्रामीण लोगों का सहयोग लिया जा रहा है। विभिन्न गांवों की आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए सभी गांवों में पांच-पांच हजार बैग दिए गए हैं और जिला के 17 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हें तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में उनके साथ हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्य मंत्री श्री गोपाल कांडा, सांसद श्री अशोक तंवर, मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, पूर्व मंत्री रणजीत सिंह, मनीराम केहरवाला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश केहरवाला, जिला उपायुक्त सी जी रजिनीकांथन, पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र गुप्ता सहित प्रशासन के अधिकारी एवं कांग्रेस नेता थे।

यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने आज सिरसा जिला के बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर पत्रकारों से कही। उन्होंने आज जिला के गांव नेजाडेलाकलां में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और लोगों से बातचीत की। इसके साथ-साथ उन्होंने जिला के पूरे बाढग़्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वे किया, जिनमें खैरेकां, मल्लेवाला, नागोकी, मत्तड़, फरवाई, मुसाहिबवाला आदि गांव शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से नुकसान के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से एक हजार करोड़ रूपए की मांग की है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा एवं यूपीए की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी तथा प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने हरियाणा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों व आम लोगों की सहायता के लिए पूरा आश्वासन दिया है। वे केन्द्र सरकार से निरन्तर सम्पर्क में है जिसके परिणामस्वरूप केन्द्र ने हरियाणा में बाढ़ स्थिति का जायजा लेने के लिए केन्द्रीय टीम को भेजने का निर्णय लिया है। केन्द्र सरकार की टीम आगामी एक दो दिन में बाढग़्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेगी।
श्री हुड्डा ने माना कि प्रदेश में बाढ़ से अम्बाला, कैथल, कुरूक्षेत्र, फतेहाबाद व सिरसा जिला में भारी नुकसान हुआ है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए कि बाढग़्रस्त गांवों के लोगों को खाद्य वस्तुएं, मिट्टी के तेल आदि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आनी चाहिए यानि पर्याप्त मात्रा में लोगों को आम जरूरत की चीजें व राशन उपलब्ध करवाए जाएंगे। पशुओं के लिए चारे आदि की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों की राज्य सरकार द्वारा हरसंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने बाढग़्रस्त क्षेत्रों की विशेष गिरदावरी करवाने के निर्देश दिए। आंकलन करने के बाद ही नुकसान ही की सही स्थिति का जायजा हो पाएगा। विशेष गिरदावरी के बाद ही फसल के नुकसान का जायजा होगा जिसके आधार पर लोगों को विशेष मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने एक प्रशन के जवाब में कहा कि इस स्थिति में राज्य सरकार व पूरा प्रशासन लोगों के साथ है और लोग भी पूरी तरह से सरकार व प्रशासन द्वारा किए गए कार्यो से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि अम्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल जिलों में विशेष गिरदावरी के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं और इस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
ज्ञात रहे कि घग्गर नदी का कई जगह से बांध टूट जाने से सिरसा जिले की 15 हजार एकड़ से भी अधिक भूमि प्रभावित हुई है। अभी तक गांव की आबादी को बचाने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ बचाव कार्य व राहत के लिए जिला में सेना को बुलाया गया है। इसके साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्थानीय ग्रामीण लोगों का सहयोग लिया जा रहा है। विभिन्न गांवों की आबादी क्षेत्र को बाढ़ से बचाने के लिए सभी गांवों में पांच-पांच हजार बैग दिए गए हैं और जिला के 17 गांवों को संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हें तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में उनके साथ हरियाणा के गृह, उद्योग एवं खेल राज्य मंत्री श्री गोपाल कांडा, सांसद श्री अशोक तंवर, मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, पूर्व मंत्री रणजीत सिंह, मनीराम केहरवाला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा, ओमप्रकाश केहरवाला, जिला उपायुक्त सी जी रजिनीकांथन, पुलिस अधीक्षक सतेन्द्र गुप्ता सहित प्रशासन के अधिकारी एवं कांग्रेस नेता थे।
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