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शनिवार, 12 सितंबर 2009

'अलग-अलग सोएं खुश रहें'



(डबवाली, डॉ सुखपाल सावंत खेडा )

एक साथ सोने से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं.
अगर आपको अपने स्वास्थ्य और दांपत्य संबंधों को बेहतर रखना है तो अलग अलग सोने पर विचार करें.

विशेषज्ञों का कहना है कि एक ही बिस्तर पर सोने से पति पत्नी के बीच कई मामलों मसलन खर्राटे लेने और रज़ाई-तकिए को लेकर विवाद हो सकते हैं और इससे नींद खराब हो सकती है.

ब्रिटेन में नींद के मामलों के विशेषज्ञ डॉक्टर नील डॉक्टर स्टैनली बताते हैं कि एक ही बिस्तर पर सोने से दंपत्तियों को कई प्रकार की मुश्किलें हो सकती हैं.

एक अध्ययन से पता चला कि एक पलंग पर साथ सोने वाले दम्पत्तियों को औसतन नींद से जुड़ी 50 प्रतिशत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ा.

औद्योगिक क्रांति से शुरुआत
लोगों को ऐसा लगता है कि वो तभी अच्छे से सोते हैं जब वो अपने पार्टनर के साथ हैं लेकिन साक्ष्य इसके उलट दर्शाते हैं
राबर्ट मीडोस, समाज शास्त्री
डॉक्टर स्टैनली अपनी पत्नी से अलग सोते हैं और उनका कहना है कि यदि इतिहास को देखें तो हमें इस तरह बनाया ही नहीं गया है कि हम एक पलंग पर साथ हों.

उनका कहना है कि एक ही बिस्तर पर सोने की परंपरा की शुरुआत औद्योगिक क्रांति के बाद शुरु हुई जब लोग भीड़ भाड़ वाले शहरों में रहने लगे और जगह की कमी होने लगी.

डॉक्टर स्टैनली के अनुसार विक्टोरिया काल में विवाहित जोड़ों का अलग अलग सोना आम बात थी. प्राचीन रोमन काल में शादी का बिस्तर मिलन के लिए था सोने के लिए नहीं.

डॉक्टर स्टैनली कहते हैं, "बात ये है कि आप किस तरह खुश रहते हैं. अगर आप अपनी पत्नी के साथ एक बिस्तर पर सोते हैं और दोनों को अच्छी नींद आती है तो ठीक है लेकिन कुछ नया करने से डरें नहीं."

वो कहते हैं कि जीवन की कई बीमारियों मसलन डिप्रेशन, दिल की बीमारी, लीवर की परेशानी, ट्रैफिक और औद्योगिक दुर्घटनाएं का संबंध कम नींद के साथ होता है लेकिन नींद को स्वास्थ्य के एक महत्वपूर्ण पहलू के रुप में नहीं देखा जाता.

यूनिवर्सिटी ऑफ सर्रे में समाज शास्त्री डॉक्टर राबर्ट मीडोस कहते हैं, "लोगों को ऐसा लगता है कि वो तभी अच्छे से सोते हैं जब वो अपने पार्टनर के साथ हैं लेकिन साक्ष्य इसके उलट दर्शाते हैं."--for more detail and to see photos plz vist at www.dabwaliabhiabhi.blogspot.com

सीमा पर गाँव में तीन रॉकेट गिरे



डबवाली, डॉ सुखपाल सावंत खेडा

अमृतसर ज़िले के भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे दो गाँवों में रॉकेट गिरने से लोग भयभीत हैं
भारतीय पंजाब के अमृतसर ज़िले में भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे दो गाँव में शुक्रवार देर रात तीन रॉकेट गिरे हैं. भारतीय अधिकारियों के अनुसार रॉकेट खेतों में गिरे हैं और इनसे जान-माल का कोई नुक़सान नहीं हुआ है.

अमृतसर स्थित एक स्थानीय पत्रकार ने भारतीय अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि ये रॉकेट पाकिस्तान की सीमा से आए लेकिन पाकिस्तान की ओर से इन आरोपों पर फ़िलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

स्थानीय पत्रकार के अनुसार सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक हिम्मत सिंह ने घटना की पुष्टी करते हुए कहा कि हाल के वर्षों में पहली बार भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने मशीन गनों से जवाबी कार्रवाई की है.


क्षेत्र की घेराबंदी, लोग भयभीत
शुक्रवार रात भारतीय समायानुसार लगभग साढ़े दस बजे अमृतसर ज़िले के अटारी सीमा सैक्टर में सीमा से दो-ढाई किलोमीटर स्थित मोदे गाँव और लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित धनोए कलाँ गाँव के खेतों में गिरे.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गाँववासी परेशान होकर अपने घरों से बाहर निकल आए और देर रात तक अपने घरों में जाने से हिचकिचा रहे थे.

भारत के सीमा सुरक्षा बल ने उस क्षेत्र में एलर्ट घोषित किया है.

अमृतसर ज़िले के पुलिस प्रमुख कंवर विजय प्रताप सिंह के साथ-साथ उपमहानिरीक्षक परमपाल सिंह सिंद्धू और अन्य पुलिस अधिकारियों ने उस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है जहाँ रॉकेट गिरे हैं.

इससे पहले इस साल पाँच जुलाई को भी अमृतसर ज़िले में सीमा से सटे गाँवों में तीन रॉकेट गिरे थे और भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने पाकिस्तान रेंजर्स के साथ अपनी बैठक में इस पर आपत्ति जताई थी.

सड़क हादसे में छह लोग घायल




डबवाली, डॉ सुखपाल सावंत खेडा



बिजली बोर्ड कार्यालय के सामने हुए सड़क हादसे में दो कारों की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में छह लोग घायल हो गए। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है।

जानकारी अनुसार शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे डा. अशोक कुमार अपने सहयोगी जगपाल पुत्र साहब लाल के साथ किराये पर ली गई इंडिका कार नंबर आरजे-31-सीए-1570 में सवार होकर जयपुर से सिरसा एक कैंप लगाने हेतु जा रहे थे। कार का चालक मलकीत सिंह पुत्र राम हनुमानगढ़ निवासी था। जब कार सिरसा रोड स्थित हरियाणा बिजली बोर्ड कार्यालय के समीप पहुची तो गाड़ी को तेजगति से ओवर टेक करते समय सामने से आ रही स्विफ्ट कार नम्बर पीबी-03-4-0057 से जोरदार टक्कर हो गई। जोकि ऐलनाबाद से बठिण्डा जा रही थी। कारों में सवार डॉ. अशोक कुमार, जगपाल व कार चालक मलकीत सिंह घायल हो गए और दूसरी कार में सवार गुरदीप सिंह पुत्र नच्छत्तर सिंह, विरेश कुमार पुत्र मंगत राम बठिण्डा निवासी गम्भीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस ऐम्बूलैन्स घटना स्थल पर पहुची तथा घायलों को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। जहा चिकित्सकों की टीम ने प्राथमिक उपचार के पश्चात मलकीत सिंह, जगपाल, विरेश कुमार व गुरदीप सिंह की गम्भीर हालत को देखते हुए सिरसा रैफर कर दिया। जबकि डा. अशोक कुमार व हरमेश को मामूली चोटों के चलते प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

उम्मीदवारी के लिए 106 आवेदन

डबवाली, डॉ सुखपाल सावंत खेडा

जिले के पांचों विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों का आंकलन करने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी के पर्यवेक्षक कुलदीप नंदा व पवन गोदारा कांग्रेस भवन पहुंचे। कांग्रेस भवन में पर्यवेक्षकों के सामने अपनी हाजिरी उपस्थित करवाने के लिए सैकड़ों टिकटार्थियों ने दिन भर कांग्रेस भवन में रौनक लगाए रखी। पांचों विधानसभा सीटों से 106 उम्मीदवारों ने टिकट के लिए आवेदन किया। सबसे अधिक कालांवाली आरक्षित सीट से पर्यवेक्षकों को 40 आवेदन प्राप्त हुए। इसके पश्चात रानियां से 20, ऐलनाबाद से 19, सिरसा से 15 व डबवाली से 12 आवेदन कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने के पहुंचे। आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवारों ने आवेदन पत्र के साथ अपना बायोडाटा संलग्न किया जिसमें अपनी राजनीतिक गतिविधियों पर विशेष रूप से प्रकाश डाला हुआ था। सिरसा से होशियारी लाल शर्मा ने अपने निवास स्थान से हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस भवन में उपस्थित होकर अपना आवेदन किया। जबकि डबवाली से डा. केवी सिंह के कार्यकर्ता उनका आवेदन करने के लिए यहां पहुंचे। इसी प्रकार कालांवाली आरक्षित विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रबल दावेदार माने जाने वाले मनीराम केहरवाला ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर अपना आवेदन पर्यवेक्षक कुलदीप नंदा व पवन गोदारा को सौंपा। विशेष बात यह रही कि सिरसा से पांच बार विधायक बने लक्ष्मण दास अरोड़ा का आवेदन पर्यवेक्षकों के पास नहीं पहुंचा। इससे साफ जाहिर होता है कि इस बार अरोड़ा स्वयं चुनाव मैदान में उतरने की बजाय अपनी पुत्री सुनीता सेतिया को उम्मीदवार बनाने की पैरवी करेगे।

जैसे ही शुक्रवार को लगभग 11 बजे पर्यवेक्षक कुलदीप नंदा कांग्रेस भवन पहुंचे तो टिकटार्थियों द्वारा उनका स्वागत किया गया और उन्होंने टिकटार्थियों व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जिसमें पूरी तरह से लोकतांत्रिक तंत्र को अपनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सभी विधानसभा हलकों से चाहवान उम्मीदवार प्रत्याशी बनने के लिए आवेदन कर सकता है मगर आगे का काम पार्टी हाईकमान का है। उन्होंने कहा कि उसी व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया जाएगा जो लोगों के साथ जुड़ा हो, जिसे लोगों का पूर्णतया स्नेह मिल रहा हो तथा पार्टी को विश्वास हो कि यह उम्मीदवार अपने क्षेत्र से विजयी हो सकता है। उन्होंने सभी टिकटार्थियों से हलका वाइज आवेदन करने के लिए आग्रह किया और उसके पश्चात सर्वप्रथम डबवाली हलका के टिकटार्थियों ने अपने आवेदन जमा किए। जबकि अंत में सिरसा जिला के टिकटार्थियों को आवेदन जमा करने का नंबर मिला। विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने के लिए आवेदन देने वालों में कुलदीप सिंह गदराना, गुररत्‍‌नपाल किंगरा, मा. सूबे सिंह, अनिल खोड सहित कई नए चेहरे भी दिखाई दिए।

शर्मा पहुंचे टिकट दावेदारी जताने

डबवाली,
डॉ सुखपाल सावंत खेडा




सिरसा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की सही उम्मीदवारी के लिए इस क्षेत्र के सभी गांवों से आए हजारों लोगों ने जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान होशियारी लाल शर्मा को प्रभावशाली व भारी मतों से जीत हासिल करने में सक्षम बताते हुए पर्यवेक्षकों के सामने दावा पेश किया। इस दौरान गांवों से आए पंचों, सरपंचों तथा आम लोगों ने विशाल जुलूस की शकल में कांग्रेस भवन पहुंचकर शर्मा के समर्थन में अपना दावा पेश किया। इससे पहले होशियारी लाल शर्मा के निवास पर विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड से आए समाज के सभी वर्गो के लोगों ने इस काफिले में शामिल होकर शर्मा को मजबूत उम्मीदवार साबित करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। शर्मा के समर्थकों ने पर्यवेक्षकों के सामने एक ज्ञापन के माध्यम से दावा पेश करते हुए कहा कि होशियारी लाल शर्मा ने 40 साल तक कांग्रेस पार्टी की निष्ठा से सेवा की है और हर वर्ग को साथ लेकर चलते हुए पार्टी की मजबूती का कार्य किया है। समर्थकों का कहना है कि होशियारी लाल शर्मा ही ऐसे कांग्रेस के सिपाही है जिन्होंने विरोधी दलों की सरकारों में भी जनता के हितों की डटकर रक्षा की है। उन्होंने बताया कि शर्मा का किसी भी क्षेत्र में कोई विरोधी नहीं है। अपने समर्थकों का आभार व्यक्त करते हुए होशियारी लाल शर्मा ने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने उन्हे हमेशा अपने परिवार के सदस्य प्यार व मान सम्मान दिया है।

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