
इस बार दीवाली में बाज़ार में रौनक देखी जा रही है
पूरी दुनिया में प्रकाश पर्व दीवाली हर्ष और उल्लास के साथ मनाई गई.
लोगों ने नए कपड़े पहने, पटाखे फोड़े, मिठाइयाँ बाँटीं और समृद्धि के लिए प्रार्थनाएँ की गईं.
चरमपंथी हमलों के ख़तरों को देखते हुए सुख, समृद्धि और शांति का प्रतीक माने जाने वाले इस त्यौहार के लिए भारत में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे.
इस अवसर पर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने लोगों के बीच शांति और सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश दिया.
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी देशवासियों को दीवाली की शुभकामनाएँ दीं.
विदेशों में दीवाली
अपने घर और देश से दूर रह रहे लाखों भारतीयों ने शनिवार को धूम-धाम से दीवाली मनाई.
लोगों ने अपने घरों को सजाया और मित्रों के साथ मिलकर तरह-तरह से दीवाली मनाई. दुनिया भर में कई जगह भारतीय छुट्टी पर रहे.
अमरीका में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दो दिन पहले ही दीवाली मना ली थी, बाद में भारतीय दूतावास ने दीवाली पर कई आयोजन किए.
लंदन में प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने भी अपने सरकारी निवास, 10, डाउनिंग स्ट्रीट में दीवाली मनाई. बराक ओबामा की तरह उन्होंने भी वैदिक मंत्रोचार के साथ विश्व शांति के लिए प्रार्थना की.
नेपाल में भारत की तरह ही ज़ोरशोर से दीवाली मनाई गई, तो श्रीलंका में राष्ट्रपति ने तमिलों को बेहतर भविष्य का आश्वासन देते हुए उम्मीद जताई कि तमिल जल्द ही शरणार्थी शिविरों से अपने घरों को वापस लौट सकेंगे.
संयुक्त अरब अमीरात और मलेशिया में भी दीवाली उत्साह से मनाए जाने की ख़बरें हैं.
जगमग दीवाली और शुभकामनाएँ
भारत में शुक्रवार की शाम पटाखों की एक फ़ैक्ट्री में आग लग जाने से 32 लोगों की मौत हो गई. लेकिन शेष भारत में दीवाली के शांतिपूर्ण माहौल के बीच उत्साह से मनाए जाने की ख़बरें हैं.
लोगों ने अपने घरों को लाइटों और दीयों से सजाया और पटाख़े फोड़े.
हर वर्ष की तरह लोगों ने एक दूसरे के घर मिठाइयाँ भी पहुँचाईं.
परंपरा के अनुसार अभी दीवाली दो दिन और चलती रहेगी.
दिल्ली सहित देश के सभी शहरों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे.
इस बीच राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति ने लोगों को शुभकामनाएँ दीं.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने संदेश में कहा कि दीवाली लोगों के बीच दोस्ती और भाईचारे को मजबूत करने का पर्व है.
जहाँ पिछले वर्ष दीवाली में दुनिया भर में आर्थिक मंदी की वजह से बाज़ार में सुस्ती छाई थी वहीं इस वर्ष बाज़ार में चहल-पहल रही.
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