अमृतसर, मुंबई
में नए साल का जश्न देखने और खासकर बालीवुड अभिनेत्री कट्रीना कैफ
से मिलने की ललक में पाकिस्तान के चार छात्र सरहद पार कर भारत चले आए। भला हो बीएसएफ का कि उन्होंने वार्निग दी और चारों जहां के तहां थम गए, नहीं तो उन पर गोलियां भी चलाई जा सकती थीं। पाकिस्तान के शेखूपुरा में रहने वाले मोहम्मद सहबाग (17) आसिफ(18) बिलाल(18) और मुहम्मद अली (18) एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। इन्हें सिर्फ इतना पता था कि भारत में नए साल का जश्न बहुत मस्ती से मनाया जाता है। इस जश्न में शामिल होने के साथ-साथ वे कट्रीना से मिलने के लिए भी बेकरार थे। चारों दोस्तों ने 27 दिसंबर 2009 को प्लानिंग की और कंटीली तार क्रास कर भारत में प्रवेश कर गए। पाक की ओर कंटीली तार नहीं लगी है। वे पाक रेंजर्स को धोखा दे देने में सफल रहे, मगर बीएसएफ की आंखों में धूल नहीं झोंक सके। रात में शाल लपेटे चारों लड़कों को बीएसएफ ने पुल कंजरी के निकट संदिग्ध हालत में देखा तो रुकने की हिदायत दी। बीएसएफ ने हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की तो चारों ने बताया कि उन्होंने सुना है कि भारत में नए साल का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और मुंबई में तो इसका अंदाज ही जुदा होता है। यह जश्न देखने के साथ ही वे कट्रीना कैफ से भी मिलना चाहते थे। इसलिए उन्होंने प्लान बनाया कि इस बार नए साल का जश्न मुंबई में मनाएंगे। उन्हें यह नहीं मालूम था कि भारत में प्रवेश करने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होती है। बीएसएफ को पूछताछ में ये चारों किसी संदिग्ध गतिविधि में संलिप्त नहीं दिखे। उनके पास कोई ऐसी चीज भी नहीं पाई गई जो उन्हें संदिग्ध साबित करती। सभी पहलुओं की जांच करते हुए बीएसएफ ने मंगलवार को उन्हें पाक रेंजर्स के हवाले कर दिया। ज्ञात हो कि भारत-पाक में यह समझौता है कि अगर गलती से एक दूसरे की सीमा में उनका नागरिक प्रवेश कर जाए तो उसेबिना किसी कार्रवाई के वापस भेज दिया जाएगा।


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