सिरसा- राजस्व विभाग के वित्तायुक्त श्री नरेश गुलाटी ने जिला के बाढ़ प्रभावित गांव नरेल खेड़ा, मोरीवाला, ढाणी सतनाम, रानियां, करीवाला तथा बणी का दौरा किया और बाढ़ की वजह से आई परेशानियों तथा भविष्य में इस विकराल समस्या से स्थायी निजात के लिए मौके पर लोगों से विचार विमर्श किया। श्री गुलाटी ने सभी प्रभावित गांवों में ग्रामीणों से बाढ़ राहत व बचाव कार्य के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। गांव नरेल खेड़ा में गांववासियों ने वित्तायुक्त के सामने एक सुर में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे बाढ़ राहत कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। ग्रामीणों ने श्री गुलाटी को बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आपदा की इस घड़ी में उन्हें हरसंभव मदद दी जा रही है। गांववासियों ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई फसलों व मकानों का भी वित्तायुक्त के सामने ब्यौरा रखा।
वित्तायुक्त द्वारा भविष्य में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान बारे पूछे जाने पर नरेल खेड़ा के लोगों ने उनसे अनुरोध किया कि गांव के नजदीक रंगोई नाला की सफाई व तट मजबूती तथा नाले में वृक्षों को हटवाकर आने वाली बाढ़ से काफी राहत पाई जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न सड़कों पर पडऩे वाले रंगोई नाले के पुलों को भी ऊंचा करके भी पानी निकासी की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। गांव के किसानों ने वित्तायुक्त से बाढ़ में डूबे ट्यूबवैलों तथा क्षतिग्रस्त हुए मकानों के बिजली बिलों की छूट का अनुरोध भी किया।
श्री गुलाटी ने बणी गांव में बाढ़ से हुई तबाही का भी मुआयना किया और उपस्थित ग्रामीणों से उनकी समस्याओं बारे खुलकर बातचीत की। बणी गांव के लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ से बचाव की दिशा में उठाए कदमों की सराहना की और बताया कि बणी गांव भौगोलिक रुप से तह के नीेचे है, यहां बाढ़ आना स्वभाविक है। बरसाती मौसम में इस बार प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर किए गए बचाव कार्यों से गांव में जानमाल का नुकसान ना होना जिला प्रशासन की मुस्तैदी का परिणाम है। ग्रामवासियों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गांव के लोगों को पूर्नवास उपलब्ध करवाने के लिए बणी के नजदीक नथौर गांव में लगाया गए शिविर से उनको काफी सहायता मिली। उन्होंने बताया कि शिविर में उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिल रही है। वित्तायुक्त द्वारा उनके सामने आने वाली परेशानी बारे पूछने पर ग्रामवासियों ने मांग की
बणी गांव के लोगों ने वितायुक्त श्री गुलाटी को बताया कि उनके गांव का स्कूल जलमग्र होने की वजह से गांव के बच्चे पास के गांव में पडऩे के लिए जाते है। विद्यार्थियों के लिए बसों की व्यवस्था करने का ग्रामीणो ने वित्तायुक्त से अनुरोध किया। ग्रामीणों ने नथौर में चल रहे शिविर में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं पर संतोष जताया और साथ ही बाढ़ की वजह से मच्छरों की अधिकता होने पर महामारी होने का अंदेशा व्यक्त किया। इसके लिए उन्होंने शिविर में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा करने की भी श्री गुलाटी से अपील की। गांव ढाणी सतनाम, रानियां, मोरीवाला में भी लोगों ने वित्तायुक्त को बाढ़ से उत्पन अपनी समस्याएं वित्तायुक्त के सामने रखी। श्री गुलाटी ने ओटू वीयर का भी निरीक्षण किया और उसकी क्षमता बारे ग्रामीणों के बीच अधिकारियों से बातचीत की। बाढ़ प्रभावित जिला के सभी ग्रामीणों को वित्तायुक्त ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याएं सरकार के सामने मूल रुप में भेजी जाएंगी और समय पर उनको प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने प्रत्येक गांव में बाढ ़ राहत कार्यों में प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग करने की अपील की और आपदा की इस घड़ी में संयम बरतने को कहा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियो समाजसेवी संस्थाओं व संगठनों को भी इस विकराल समस्या के समाधान में प्रशासन का सहयोग करने को कहा। वित्तायुक्त ने ग्रामीणों के समक्ष बाढ़ की वजह से आई समस्याओं बारे सरकार को अवगत कराने व उनकी प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया।
वित्तायुक्त द्वारा भविष्य में बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान बारे पूछे जाने पर नरेल खेड़ा के लोगों ने उनसे अनुरोध किया कि गांव के नजदीक रंगोई नाला की सफाई व तट मजबूती तथा नाले में वृक्षों को हटवाकर आने वाली बाढ़ से काफी राहत पाई जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न सड़कों पर पडऩे वाले रंगोई नाले के पुलों को भी ऊंचा करके भी पानी निकासी की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। गांव के किसानों ने वित्तायुक्त से बाढ़ में डूबे ट्यूबवैलों तथा क्षतिग्रस्त हुए मकानों के बिजली बिलों की छूट का अनुरोध भी किया।
श्री गुलाटी ने बणी गांव में बाढ़ से हुई तबाही का भी मुआयना किया और उपस्थित ग्रामीणों से उनकी समस्याओं बारे खुलकर बातचीत की। बणी गांव के लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ से बचाव की दिशा में उठाए कदमों की सराहना की और बताया कि बणी गांव भौगोलिक रुप से तह के नीेचे है, यहां बाढ़ आना स्वभाविक है। बरसाती मौसम में इस बार प्रशासन द्वारा युद्धस्तर पर किए गए बचाव कार्यों से गांव में जानमाल का नुकसान ना होना जिला प्रशासन की मुस्तैदी का परिणाम है। ग्रामवासियों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गांव के लोगों को पूर्नवास उपलब्ध करवाने के लिए बणी के नजदीक नथौर गांव में लगाया गए शिविर से उनको काफी सहायता मिली। उन्होंने बताया कि शिविर में उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिल रही है। वित्तायुक्त द्वारा उनके सामने आने वाली परेशानी बारे पूछने पर ग्रामवासियों ने मांग की
बणी गांव के लोगों ने वितायुक्त श्री गुलाटी को बताया कि उनके गांव का स्कूल जलमग्र होने की वजह से गांव के बच्चे पास के गांव में पडऩे के लिए जाते है। विद्यार्थियों के लिए बसों की व्यवस्था करने का ग्रामीणो ने वित्तायुक्त से अनुरोध किया। ग्रामीणों ने नथौर में चल रहे शिविर में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं पर संतोष जताया और साथ ही बाढ़ की वजह से मच्छरों की अधिकता होने पर महामारी होने का अंदेशा व्यक्त किया। इसके लिए उन्होंने शिविर में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं में इजाफा करने की भी श्री गुलाटी से अपील की। गांव ढाणी सतनाम, रानियां, मोरीवाला में भी लोगों ने वित्तायुक्त को बाढ़ से उत्पन अपनी समस्याएं वित्तायुक्त के सामने रखी। श्री गुलाटी ने ओटू वीयर का भी निरीक्षण किया और उसकी क्षमता बारे ग्रामीणों के बीच अधिकारियों से बातचीत की। बाढ़ प्रभावित जिला के सभी ग्रामीणों को वित्तायुक्त ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याएं सरकार के सामने मूल रुप में भेजी जाएंगी और समय पर उनको प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने प्रत्येक गांव में बाढ ़ राहत कार्यों में प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों का सहयोग करने की अपील की और आपदा की इस घड़ी में संयम बरतने को कहा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियो समाजसेवी संस्थाओं व संगठनों को भी इस विकराल समस्या के समाधान में प्रशासन का सहयोग करने को कहा। वित्तायुक्त ने ग्रामीणों के समक्ष बाढ़ की वजह से आई समस्याओं बारे सरकार को अवगत कराने व उनकी प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया।
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