डबवाली - निकटवर्ती मंडी किलियांवाली की अनाज मंडी में मूलभूत सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। चूंकि आज कल किसान गेहूं की फसल को बेचने के लिए मंडी में आ रहा है तथा मौसम के बदलते हुए मिजाज से घबराकर नमी युक्त गेहूं निकालकर किसान अनाज मंडी में ला रहा है। यहां इस नमी युक्त गेहूं को नमी मुक्त करने के लिए दो-तीन दिन तक किसान को अनाज मंडी में ही रूकना पड़ रहा है। यहां पर उन्हें अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अनाज मंडी चारों तरफ से खुली हुई है। जिसके चलते चोरी का भय हमेशा बना रहता है। इसके अलावा पास में ही पशु मंडी स्थित है। इस पशु मंडी में दूर दराज के सैंकड़ों लोग प्रति सप्ताह पहुंचते है।उनमें कुछ बगैर पहचान के गलत तत्व भी मौजूद रहते हैं। यहां पर मौजूद किसानों गुरदयाल सिंह, मुख्तयार सिंह, चानन सिंह, मगर सिंह आदि ने पंजाब सरकार से मांग की है कि जब अनाज मंडी बना ही दी गई है तो उसमें सुविधाएं तो दी ही जानी चाहिए। उधर, मजदूरों की हालत भी किसानों से भी ज्यादा दयनीय है यहां काम कर रहे मजदूरों के लिए शौचालय, पानी आदि का कोई भी प्रबंध नहीं किया गया है। मजदूर किशोरी डाबला, सुरज भान, विनोद, सुरेंश, विजय आदि ने बताया कि उन्हें यहां होने वाली चोरी से सबसे बड़ी परेशानी है क्योंकि अकसर ही चोरी हो जाने पर मजदूरों पर ही आरोप लगा दिया जाता है। उन्होंने मांग की है कि यहां पर चौकीदारों की व्यवस्था की जाए ताकि चोरी की घटनाएं न हो पाए।
यंग फ्लेम संवादाता ने जब वहां कार्यरत मार्केट कमेटी कर्मचारी व खरीद कर्मचारी से इस बारे जानकारी लेनी चाही तो उन्हें वहां पर कोई कर्मचारी नहीं मिला।
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