डबवाली, डॉ सुखपाल सावंत खेडा कलियुगी मा ने किया बेटे का कत्ल
ओढा थाना क्षेत्र के गाव चोरमार से एक कलियुगी मा द्वारा एक साथी के साथ मिलकर अपने सगे बेटे को मौत के घाट उतारने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक की दादी के बयान पर पुलिस ने मृतक की मा व उसके साथी चरणजीत सिंह पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस दाह संस्कार के बाद बचे अवशेषों को अपने कब्जे में ले लिया है। जानकारी अनुसार नजदीकी गाव चोरमार में मलकीत कौर विधवा दर्शन सिंह अपने बेटे सुखा सिंह के साथ रहती है। मृतक सुखा सिंह नारग निवासी चरणजीत सिंह के साथ दिहाड़ी मजदूरी करता था इसलिए चरणजीत सिंह का अक्सर उनके घर आना जाना था। मृतक की दादी सुजान कौर ने पुलिस को बताया कि चरणजीत सिंह के मलकीत कौर के साथ नाजायज सम्बंध स्थापित हो गए थे जिसका सुखा सिंह ने कड़ा विरोध किया करता था। शराब का सेवन करने वाले सुखा सिंह से पीछा छुड़वाने के लिए उसकी मा व चरणजीत सिंह ने उसे खत्म करने की योजना बनाई। योजना के तहत उन्होंने सुखा सिंह की शराब में नींद की गोलिया मिला दी जिसके नशे में सुखा सिंह गहरी नींद में सो गया। इसके बाद कलियुगी मा व चरणजीत ने गला दबाकर हत्या कर दी और शव के ऊपर कंबल डाल दिया। घटना को अंजाम देकर चरणजीत मौके से फरार हो गया। हत्यारी मा ने सुबह सबको यह कह दिया कि रात सुखा सिंह को बहुत तेज बुखार हो गया था जिसके कारण उसकी मौत हो गई। जब दादी सुजान कौर ने शव के गले पर निशान देखे तो उसे शक हुआ लेकिन वह सदमे से बेहोश होकर गिर गई। इस बीच हत्यारी मा ने शव का दाह संस्कार कर दिया। जब चार घटे बाद दादी को होश आया तो उसे संस्कार की जानकारी मिली। दादी सुजान कौर ने तुरत ओढा थाना प्रभारी हीरा सिंह को पूरे मामले से अवगत करवाया। सूचना पाकर थाना प्रभारी पुलिस बल सहित चोरमार पहुचे। लेकिन उससे पूर्व शव का संस्कार हो चुका था। पुलिस ने मौके पर ही चिता से शव के अवशेष को कब्जे में लेकर जाच के लिए भेज दिए। पुलिस ने दादी सुजान कौर के बयान पर मृतक की मा मलकीत कौर व साथी चरणजीत सिंह उर्फ सोहन पुत्र दयाल सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
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