Dabwali(Sukhpal)
रोशैया को कार्यवाहक मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई
आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के निधन के बाद उनके बेटे और कडपा से सांसद जगन मोहन रेड्डी को मुख्यमंत्री बनाने की माँग राज्य से उठने लगी है.
मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे जाने की ख़बर आने के बाद वित्त मंत्री के रोशैया को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई.
शपथ लेने के बाद जब रोशैया ने मंत्रिमंडल की बैठक की तो वहाँ से एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित हुआ और प्रस्ताव ये था कि कडपा सीट से लोकसभा सदस्य और राजशेखर रेड्डी के बेटे जगन मोहन रेड्डी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए. ये प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेजा गया है.
इतना ही नहीं राज्य के युवा विधायकों और युवा सांसदों ने भी संयुक्त रूप से एक चिट्ठी पार्टी हाईकमान को लिखी है. उस चिट्ठी में भी यही माँग की गई है कि जगन मोहन रेड्डी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाए.
राजशेखर रेड्डी चाहते थे कि उनकी राजनीतिक विरासत उनके इकलौते बेटे जगन मोहन रेड्डी ही सँभालें और यही वजह थी कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में कडपा से जगन मोहन रेड्डी को सांसद बनवाया.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री
वाई एस राजशेखर रेड्डी चाहते थे कि इकलौते बेटे जगन मोहन रेड्डी उनकी राजनीतिक विरासत सँभालें
इस बीच वित्त मंत्री के रोशैया को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एआर दवे ने पद और गोपनीयता की शपथ राजभवन में दिलाई. राजशेखर रेड्डी के हेलिकॉप्टर के लापता होने के बाद से ही रोशैया अंतरिम रूप से कमान सँभाले हुए दिख रहे थे और मीडिया को लगातार प्रगति से अवगत करा रहे थे.
शपथ लेने के बाद रोशैया ने कहा, "शपथ लेने के बाद आम तौर पर व्यक्ति ख़ुश होता है मगर मैंने कार्यवाहक मुख्यमंत्री की शपथ काफ़ी भारी दिल के साथ ली है. ये एक सांविधानिक ज़रूरत है इसलिए मैंने अगला नेता चुने जाने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री का पद सँभालने के लिए सहमति दी है."
रोशैया पार्टी विधायक दल का नया नेता चुने जाने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर रहेंगे.
वहीं राज्य के कांग्रेस प्रभारी वीरप्पा मोइली ने भी कहा कि ये अभी अंतरिम प्रबंध है.
जगन मोहन रेड्डी का जन्म भी कडपा के उसी पुलिवेंदुला गाँव में 1972 में हुआ था जहाँ उनके पिता राजशेखर रेड्डी जन्मे थे. शुरुआती शिक्षा पुलिवेंदुला से लेने के बाद आगे चलकर जगन मोहन ने एमबीए की डिग्री हासिल की है.
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