
हरियाणा में इस बार युवा वर्ग पर इनेलो अपनी पकड़ बनाने में कामयाब रही है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के जरिए युवा कार्ड खेलने की जो चाल चली थी वह कांग्रेस के टिकट बंटवारे तक मंद पड़ गई। इनेलो सबसे ज्यादा युवाओं को टिकट देकर इस मामले में कांगे्रस को पछाड़ने में सफल रही है। चर्चाओं के अनुसार युवा वर्ग के लिए सबसे ज्यादा घोषणाएं इनेलो ने ही की हैं। उसके घोषणापत्र में युवाओं के लिए कई ऐसी योजनाएं हैं जो इस समय युवाओं को उसके साथ बहुत नजदीक से जोड़ रही हैं। बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, मुफ्त शिक्षा और नौकरियों में भारी-भरकम आरक्षण से युवा इनेलो की ओर खिंचे चले आ रहे हैं। इनेलो ने कालेज जाने वाली छात्राओं को स्कूटी देने का भी वायदा किया है। कुछ समय पहले तक कांग्रेस यह प्रचारित कर रही थी कि युवा वर्ग उसके साथ है। राहुल गांधी के रूप में कांगेस ने युवा चेहरा राष्ट्रीय स्तर पर पेश भी किया था मगर उनका यह जादू हरियाणा में छाप छोड़ने में नाकाम रहा। कांग्रेस ने टिकटें बांटी तो युवा संगठन से दो-तीन लोगों को ही टिकटें मिली। हालात यह बन पड़े कि कांग्रेस के इस दोहरे चेहरे से खफा युवा इनेलो की ओर आकर्षित होने लगे। चर्चाओं के अनुसार युवाओं में अजय व अभय चौटाला एक रोल माडल बन कर उभरे हैं। उन्हें लगता है कि हरियाणा का भविष्य इनेलो के हाथ में सौंपने पर उनकी कई समस्याओं की जड़ मिट सकती है क्योंकि यह युवा जोड़ी युवाओं से सीधे जुड़े होने के कारण उनकी समस्याओं को नजदीक से जानती है। हरियाणा में पिछले साढ़े चार साल के कांग्रेस शासन दौरान बढ़ी बेरोजगारी से त्रस्त युवा वर्ग इसी कारण अब उम्मीद भरी नजरों से इनेलो की ओर देख रहा है क्योंकि इनेलो के पूर्व शासन से वाकिफ युवा जानते हैं कि यही पार्टी उन्हें बिना पक्षपात के नौकरियां दे सकती है। कांग्रेस शासन में नौकरियां तो मिली मगर केवल रोहतक व झज्जर के युवकों को। बाकी पूरे हरियाणा में बेरोजगारों की तादाद इसी कारण ज्यादा बढ़ी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें