डबवाली-शिरोमणी अकाली दल पंच प्रधानी जिला बठिण्डा के बलकरण सह खालसा, खालसा एक्शन कमेटी हाकूवाला के बचित्र सिंह, श्री गुरू ग्रन्थ साहिब सत्कार सभा अलीकां से शिवराज सिंह एवं औढां से जसवीर सिंह तथा अखाड़ा शहीद बाबा दीप सिंह गत्तका पार्टी स्थानीय इकाई के कुलवन्त सिंह द्वारा संयुक्त रूप से माननीय उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल की मार्फत एक ज्ञापन माननीय प्रधानमन्त्री महोदय भारत सरकार को सौंपा। जिसमें पंजाब प्रदेश में होने वाले शिरोमणी प्रबन्धक कमेटी के चुनावों के लिए बनाए गए चुनाव पत्रक में आई त्रुटियों को दूर करने का आग्रह किया है। आज प्रात: दिए पत्र में
उन्होंने मांग की है कि भारतीय संविधान के अनुसार मतदान की आयु 18 वर्ष निर्धारित है तथा आयु सीमा 18 वर्ष क्यों नहीं की गई। गुरमति अनुसार प्रत्येक जाति बराबर है तथा जातिवाद का कॉलम हटाया जाए
तथा प्रत्येक पुरूष या महिला के नाम के साथ सिंह तथा कौर का लिखना आवश्यक किया जाए। व्यक्ति हर प्रकार के नशे से दूर तथा केशधारी होना चाहिए तथा प्रत्येक व्यक्ति का फोटोयुक्त पहचान पत्र होना जरूरी किया जाना चाहिए तथा उसी व्यक्ति को मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए जिसका पहचान पत्र बना हुआ हो। उन्होंने मांग की है कि चुनाव पत्रक में आई त्रुटियों को तुरन्त प्रभाव से दूर कर शीघ्र ही नया पत्रक जारी किया जाना चाहिए। जिसमें सिक्ख सिधान्तों को प्रमुखता तथा बल मिले। उन्होंने प्रधानमन्त्री भारत सरकार के अलावा गृह राज्यमन्त्री तथा गुरूद्वारा चुनाव कमीशन को भी पत्र लिखकर
त्रुटियों को सुधारने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे संषर्घ करने को
मजबूर होंगे।
उन्होंने मांग की है कि भारतीय संविधान के अनुसार मतदान की आयु 18 वर्ष निर्धारित है तथा आयु सीमा 18 वर्ष क्यों नहीं की गई। गुरमति अनुसार प्रत्येक जाति बराबर है तथा जातिवाद का कॉलम हटाया जाए
तथा प्रत्येक पुरूष या महिला के नाम के साथ सिंह तथा कौर का लिखना आवश्यक किया जाए। व्यक्ति हर प्रकार के नशे से दूर तथा केशधारी होना चाहिए तथा प्रत्येक व्यक्ति का फोटोयुक्त पहचान पत्र होना जरूरी किया जाना चाहिए तथा उसी व्यक्ति को मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए जिसका पहचान पत्र बना हुआ हो। उन्होंने मांग की है कि चुनाव पत्रक में आई त्रुटियों को तुरन्त प्रभाव से दूर कर शीघ्र ही नया पत्रक जारी किया जाना चाहिए। जिसमें सिक्ख सिधान्तों को प्रमुखता तथा बल मिले। उन्होंने प्रधानमन्त्री भारत सरकार के अलावा गृह राज्यमन्त्री तथा गुरूद्वारा चुनाव कमीशन को भी पत्र लिखकर
त्रुटियों को सुधारने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे संषर्घ करने को
मजबूर होंगे।
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