सिरसा,28 अक्तूबर। आगामी एक नवम्बर का दिन खेल जगत के लिए ऐतिहासिक दिन होगा, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा सोनीपत के राई में 'चक दे हरियाणा, चक दे इंडिया' नामक महा आयोजन किया गया है जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा राष्ट्रमंडल खेलों में विजेता खिलाडिय़ों व उनके प्रशिक्षकों को सम्मानित करेंगे। इस समारोह में भाग लेने के लिए सिरसा जिला से भी हजारों की संख्या में लोग राई पहुंचेंगे। इस समारोह में पहुंचने के लिए विशेषकर युवाओं में विशेष उत्साह बना हुआ है, क्योंकि युवाओं को दिशा देने वाला देश में अपनी तरह का यह पहला कार्यक्रम होगा। चूंकि सिरसा हरियाणा के खेल राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा का गृह जिला है। इसलिए इस जिला के युवाओं की भागेदारी और भी अधिक मायने रखती है। 'चक दे हरियाणा, चक दे इंडियाÓ कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार एवं युवाओं को कार्यक्रम के लिए प्रोत्साहित करने हेतु जिम्मेवारी खेल राज्यमंत्री के अनुज श्री गोबिंद कांडा पर है।
श्री गोबिंद कांडा ने कार्यक्रम में सिरसा जिला की उपस्थिति बारे स्थानीय शहर व क्षेत्र के विभिन्न गांवों में दौरा किया है और बैठकों का आयोजन कर जिला के लोगों को 'चक दे हरियाणा, चक दे इंडियाÓ कार्यक्रम में पहुंचने का न्यौता दिया है। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम में सिरसा के लोगों की विशेष भागेदारी होगी। उन्होंने कहा कि राज्यस्तरीय समारोह में 32 पदक विजेता खिलाडिय़ों के साथ-साथ उनके प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा और उन्हें नकद ईनाम की राशि के चैक प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समारोह एक गौरवशाली समारोह होगा जिससे प्रदेश के युवा वर्ग को खेलों की और बढऩे की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते है। इस बात का अंदाजा उन्होंने खेलों के शुरु होने से पहले ही था जब हरियाणा में पहुंची क्वींस बैटन रिले का जबरदस्त स्वागत हुआ था और वो भी सिरसा में तो ऐतिहासिक स्वागत किया गया है। राष्ट्रमंडल खेलों में पदकों की जीत से प्रदेश के खिलाडिय़ों का उत्साह देखने वाला है। यह उत्साह एक नवम्बर को और अधिक होगा। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा के खिलाड़ी किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में थमने वाले नहीं है। इन खिलाडिय़ों के उत्साहवद्र्धन के लिए राज्य सरकार ने नई खेल नीति अपनाई है जिससे खिलाडिय़ों में खेलों के प्रति एक नई आशा जगी है और व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाया है।
उन्होंने कहा कि खेल राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा का प्रयास है कि जिला के ज्यादा से ज्यादा युवा इस समारोह में शिरकत करे और खिलाडिय़ों के उत्साह को देखे और जिससे खिलाडिय़ों का रुझान खेलों की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में खेलों के लिए ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। खिलाड़ी इनका लाभ उठाकर भविष्य में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में और अधिक मैडल जीतेंगे। उन्होंने कहा कि वे गांव के सरपंचों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक ले चुके है और उन्हें विश्वास है कि ग्राम पंचायतें इस कार्यक्रम में युवाओं को भेजने में और अधिक रुचि दिखाएंगी।
श्री गोबिंद कांडा ने कार्यक्रम में सिरसा जिला की उपस्थिति बारे स्थानीय शहर व क्षेत्र के विभिन्न गांवों में दौरा किया है और बैठकों का आयोजन कर जिला के लोगों को 'चक दे हरियाणा, चक दे इंडियाÓ कार्यक्रम में पहुंचने का न्यौता दिया है। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम में सिरसा के लोगों की विशेष भागेदारी होगी। उन्होंने कहा कि राज्यस्तरीय समारोह में 32 पदक विजेता खिलाडिय़ों के साथ-साथ उनके प्रशिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा और उन्हें नकद ईनाम की राशि के चैक प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह समारोह एक गौरवशाली समारोह होगा जिससे प्रदेश के युवा वर्ग को खेलों की और बढऩे की प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाडिय़ों ने जीते है। इस बात का अंदाजा उन्होंने खेलों के शुरु होने से पहले ही था जब हरियाणा में पहुंची क्वींस बैटन रिले का जबरदस्त स्वागत हुआ था और वो भी सिरसा में तो ऐतिहासिक स्वागत किया गया है। राष्ट्रमंडल खेलों में पदकों की जीत से प्रदेश के खिलाडिय़ों का उत्साह देखने वाला है। यह उत्साह एक नवम्बर को और अधिक होगा। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा के खिलाड़ी किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में थमने वाले नहीं है। इन खिलाडिय़ों के उत्साहवद्र्धन के लिए राज्य सरकार ने नई खेल नीति अपनाई है जिससे खिलाडिय़ों में खेलों के प्रति एक नई आशा जगी है और व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाया है।
उन्होंने कहा कि खेल राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा का प्रयास है कि जिला के ज्यादा से ज्यादा युवा इस समारोह में शिरकत करे और खिलाडिय़ों के उत्साह को देखे और जिससे खिलाडिय़ों का रुझान खेलों की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में खेलों के लिए ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। खिलाड़ी इनका लाभ उठाकर भविष्य में विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में और अधिक मैडल जीतेंगे। उन्होंने कहा कि वे गांव के सरपंचों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक ले चुके है और उन्हें विश्वास है कि ग्राम पंचायतें इस कार्यक्रम में युवाओं को भेजने में और अधिक रुचि दिखाएंगी।
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