गांव लंबी के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में शिष्या गुरु के रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करने वाली शर्मनाक घटना में मुख्याध्यापक को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग को लेकर गांव का राजकीय विद्यालय दूसरे दिन भी बंद रहा। शिक्षा विभाग के तमाम आश्वासनों और दबाव के बावजूद ग्रामीण मुख्याध्यापक के खिलाफ तुरंत कार्यवाही किये जाने की मांग पर अड़े रहे और विद्यालय पर लगाया गया ताला नहीं खुलने दिया जिस कारण विद्यार्थी और अध्यापक बिना स्कूल गये ही बैरंग लौट गये।
दूसरी ओर विद्यालय के मुख्य अध्यापक मामराज को सदर पुलिस ने धर लिया है। पुलिस ने आरोपी मुख्याध्यापक को डबवाली के बठिंड़ा चौंक से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। सदर पुलिस ने अरोपी मुख्याध्यापक को डबवाली में न्यायाधीश महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया जहां पर अदालत ने दस हजार रुपये के निजी मुचलके पर उसे जमानत दे दी।सदर पुलिस ने शुक्रवार को विद्यालय की आठवीं कक्षा की एक छात्रा राज रानी(असली नाम नहीं) के ब्यानों के आधार पर उसके साथ अश्लील छेड़छाड़ करने ओर प्रेम पत्र देने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 354 व 509 के तहत मामला दर्ज किया था।
शिक्षा विभाग ने भी इस मामले पर अपने स्तर पर कार्यवाही आरंभ कर दी है। विभाग ने पूरे मामले की रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेज दी है। जिला शिक्षा अधिकारी आशा किरण ग्रोवर ने बताया कि उन्होंने गांववासियों के ब्यान और पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की रिपोर्ट विभाग के आला अधिकारियों को भेज दी है। मुख्याध्यापक के खिलाफ कार्यवाही का निर्णय भी उन्हीं के स्तर पर लिया जाना है।गांव सरपंच ओम प्रकाश ने कहा है कि मुख्याध्यापक को सजा दिलाये जाने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि जब आरोपी मुख्याध्यापक को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक ग्रामीण स्कूल का ताला नहीं खुलने देंगे।
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