डबवाली-उपमंडल के गांव पन्नीवाला रूलदु में नलकूप के लिए खोदे गए करीब 40 फीट गहरे कुएं में नलकूप का कनैक्शन करने उतरे युवक पर मिट्टी का तोंदा गिरने से उसकी मौत हो गई। प्रशासनिक अधिकारियों, गांववासियों व डेरा सच्चा सौदा की ग्रीन फोर्स के सहयोग से 3 घंटे की कड़ी मश्कत के बाद कुएं में दबे युवक को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक युवक के प्राण पखेरू उड़ चुके थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पन्नीवाला रूलदु निवासी 32 वर्षिय सरदुल सिंह पुत्र अजीत सिंह अपने खेत में लगे नलकूप का पानी बढ़ाने के लिए नलकूप के साथ करीब 40 फीट गहरा कच्चा टी बोर (कुआं) की खुदाई करवाई थी और बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब अपने चाचा मलकीत सिंह के साथ टी बोर का कनैक्शन करने के लिए कुएं में उतरा था और उसका चाचा मलकीत सिंह रस्सी के साथ बंधी बाल्टी से बरेती कुएं से बाहर निकाल रहा था कि अचानक करीब 1.00 बजे एक मिट्टी का तोंदा कुएं में उतरे युवक सरदुल पर गिर गया और वह करीब 40 फीट गहरे कुएं में दब गया। टी बोर में उतरे युवक सरदुल ने उपर बरेती खींच रहे अपने चाचा मलकीत को आवाज दी कि वह मिट्टी के नीचे दब गया है तो उसके चाचा ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को जमा किया। इस घटना की सूचना मिलते ही वहां पर गांव वासियों का हजूम लग गया और मिट्टी में दबे युवक को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे तभी गांव वासियों ने इसकी सूचना डबवाली प्रशासनिक अधिकारियों दी। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी नायब तहसीलदार हरि औम बिश्रोई, स्वास्थ्य विभाग की और से डॉ. सुखवंत सिंह, पुलिस प्रशासन की और से डीएसपी बाबू लाल, ओढ़ां के थाना प्रभारी हीरा लाल, थाना सदर के साहयक उपनिरिक्षक आत्माराम अपने पुलिस दलबल के साथ तीन जेसीबी मशीनों को लेकर घटना स्थल पर पहुंचे और कुएं में दबे युवक को बाहर निकालने का कार्य शुरू कर दिया तभी डेरा सच्चा सौदा की ग्रीन फोर्स के सदस्य भी भारी तादात में पहुंच गए। प्रशासनिक अधिकारियों, ग्रीन फोर्स व गांव वासियों ने 3 घंटे की कड़ी मश्कत के बाद कुएं में दबे सरदुल को बाहर निकाल लिया और उसे तुरंत डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया। जहां पर चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।
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बुधवार, 16 मार्च 2011
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