डबवाली(राकेश)गांव ओढ़ा के पास असलाधारक कुछ लोगों द्वारा कांग्रेसी नेता जग्गा सिंह बराड़ पर गोलियां चला कर किये गये हमले में वे बाल-बाल बच गये। इस हमले में उनका एक साथी लखवीर पुत्र सुखदेव सिंह घायल हो गया। जिससे डबवाली के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर उसे प्राथमिक उपचार के उपरांत सिरसा रेफर कर दिया गया। ओढ़ा पुलिस ने इस मामले में चौटाला गांव के निवासी छोटू भाट व 6 अन्य पर कातिलाना हमला करने और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर छोटू भाट को गिरफ्तार कर उसके द्वारा प्रयोग किये जा रहे वाहन को कब्जे में ले लिया है।
जग्गा सिंह बराड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि अपने भाई चंद सिंह बराड़ की तारीख पर सिरसा न्यायालय जा रहा था कि ओढ़ा के पास छोटू भाट व उसके अन्य साथियों ने उन्हें घेर कर उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि इस हमले में उनका एक साथी लखवीर सिंह घायल हो गया।
डबवाली के डीएसपी बाबू राम ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर छोटू भाट को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले की छान बनी कर रही है। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में कांग्रेसी नेता चंद सिंह बराड़ की गांव गौरी वाला के पास गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने चंद सिंह बराड़ के भाई जग्गा सिंह बराड़ के ब्यान पर हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ छोटू भाट भी अभियुक्त है। जग्गा सिंह बराड़ इसी मामले की सुनवाई के लिए सिरसा न्यायालय में जा रहे थे।
जग्गा सिंह बराड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि अपने भाई चंद सिंह बराड़ की तारीख पर सिरसा न्यायालय जा रहा था कि ओढ़ा के पास छोटू भाट व उसके अन्य साथियों ने उन्हें घेर कर उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि इस हमले में उनका एक साथी लखवीर सिंह घायल हो गया।
डबवाली के डीएसपी बाबू राम ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर छोटू भाट को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले की छान बनी कर रही है। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि वर्ष 2005 में कांग्रेसी नेता चंद सिंह बराड़ की गांव गौरी वाला के पास गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने चंद सिंह बराड़ के भाई जग्गा सिंह बराड़ के ब्यान पर हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में अन्य आरोपियों के साथ छोटू भाट भी अभियुक्त है। जग्गा सिंह बराड़ इसी मामले की सुनवाई के लिए सिरसा न्यायालय में जा रहे थे।
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