सिरसा, 4 मार्च। जिला सिरसा की सिख संगत द्वारा आज 1984 में जिला रेवाड़ी के गांव हौज चिल्लड़ में हुए सिखों के कत्ले-ए-आम के खिलाफ सिरसा के बाजारों में रोष प्रदर्शन किया तथा उपायुक्त के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया। इस रोष प्रदर्शन में जिला के हजारों सिखों ने भाग लिया। जिला सिरसा की सिख संगत आज स्थानीय गुरुद्वारा पातशाही दसवीं में एकत्रित हुई। सिख संगत द्वारा गुरुद्वारा साहिब से एक रोष मार्च शुरू किया गया। इस रोष मार्च में गुरुद्वारा पातशाही दसवीं के अध्यक्ष प्रकाश सिंह साहुवाला, संत गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलकौर सिंह कालांवाली, एसजीपीसी सदस्य हरदम सिंह गिल, पूर्व चेयरमैन शेर सिंह रोड़ी, गुरुद्वारा पातशाही दसवीं के मैनेजर शेर सिंह, सुरेंद्र सिंह विर्क, इनेलो हलका रानियां के अध्यक्ष कश्मीर सिंह करीवाला, इनेलो की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य जसबीर सिह जस्सा, हरदयाल सिंह गदराना, हरजिंद्र सिंह भोगल, अवतार सिंह मलहान, रसविंद्र सिंह एडवोकेट, बड़ागुढ़ा के पूर्व सरपंच सुखमंद्र सिंह, संत प्रीतम सिंह मलड़ी, बाबा सुखपाल सिंह, देवेंद्र सिंह सरपंच, इकबाल सिंह औलख, सोमप्रकाश सेठी, सुरेंद्र सिंह वेदवाला, जसविंद्र सिंह बिंदू, भरपूर सिंह गदराना, कुलदीप सिंह जम्मू, जगसीर सिंह मांगेआना, सर्वजीत सिंह मसीतां, गुरजीत सिंह डबवाली, संदीप सिंह गंगा, गुरमेल सिंह सालमखेड़ा, मंदर सिंह ओढां, बलविंद्र सिंह सालमखेड़ा, जगसीर सिंह जंडवाला, हरदीप सिंह खुइया, करतार सिंह सिरसा व हरबेल सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए प्रकाश सिंह साहुवाला ने कहा कि 1984 में रेवाड़ी के गांव हौज चिल्लड़ में 32 सिखों की निर्मम हत्या कर दी गई थी लेकिन पुलिस विभाग द्वारा कुछ लोगों के खिलाफ एफआईदर्ज करने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की गई। लंबे अंतराल के बाद भी जब सिख संगत को न्याय नहीं मिला तो सिख संगत द्वारा न्याय की गुहार के लिए रोष प्रदर्शन करना उचित समझा गया। उन्होंने हरियाणा व केंद्र सरकार से मांग की गई है कि सिख संगत की मांग पर पीडि़त परिवारों को न्याय दिया जाए तथा इस हत्याकांड में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। यह रोष मार्च सिरसा के विभिन्न बाजारों से होता हुआ लघु सचिवालय तक पहुंचा, जहां पर सिख संगत की ओर से उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में मांग की गई कि इस निर्मम हत्याकांड की बंद पड़ी फाइल को पुन: खोला जाए तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। |
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