शनिवार रात को आये तेज बरसात के साथ आये अंधड ने क्षेत्र में व्यापक तबाही मचाई। अकेले डबवाली क्षेत्र में हुये नुकसान की राशि करोड़ो रुपयों तक पहुंच गई है। वहीं तेज आंधी और बरसात के बीच आसमानी बिजली गिरने से दो जनों की मौत हो गई जबकि एक मकान की छत गिरने से एक महिला व उसके दो पुत्रों सहित तीन जने घायल हो गये।
गांव अबूबशहर, गंगा, सुकेड़ा खेड़ा, आसा खेड़ा, तेजा खेड़ा, भारू खेड़ा जड़वाला विश्रोईया में सहित कई अन्य गावों में बरसा
त के साथ हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। हजारों की संख्या में पेड़ टूट कर सड़कों पर गिरने से यातायात ठ
प हो कर रह गया। इसके अलावा किलियांवाली की अनाज मंडी में बना शैड भी तेज आंधी के कारण जड़ से उखड़ कर दूर जा गिरा। जिसकी कीमत करीब 70 लाख रुपये बताई जा रही है। घरों तथा व्यापारिक सस्थानों में लगे बोर्ड तथा शैड भी आंधी की चपेट में आ कर उखड़ गये।डबवाली संगरिया मार्ग प
र पेड़ गिरने से यातायात बांधित हो गया। जिस कारण सड़क पर वाहनों की लंबी-लबी कतारे लग गई। तहसीलदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि सुबह 11 बजे तक इस मार्ग पर गिरे पेड़ हटाने के बाद यातायात को सुचारू रूप से चलाया गया। वहीं गांव मौजगढ़ में भाखड़ा नहर में पेड़ गिरने के कारण नहर में पानी का बहाव रूक गया और पानी खतरे के निशान से उपर चला गया। ग्रामीणों ने प्रशासन के सहयोग से नहर में से पेड़ हटा कर पानी का बहाव सुचारू किया। इसके अवाला शहर तथा गावों में भवनों की दीवारे भी ढहने के समाचार मिले है। दूसरी ओर भारी संख्या में पेड़ गिरने से गरीब तबके के लोगों की चांदी बन गई। लोग लाखों रुपयों की कीमत के पेड़ों की गिरी शाखाओं को अपने वाहनों पर लाद कर घरों में ले गये।गांव शेरगढ़ गांव के पास बने विनोद और वेद प्लंथों पर भी लगाई गई गेहूं को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं के स्टैग के उपर लगाये गये पोलोथीन हवा तेज आंधी के कारण उड़ गये। जिस कारण स्टैग पर लगाई गई गेहूं की बोरियां भी भीग गई। गांव शेरगढ़ में स्थित हरियाणा पब्लिक स्कूल का शैड भी आंधी में उड़ गया। एसडीएम कार्यालय में लगे पेड़ भी तेज आंधी की भेट चंढ़ गये।
तेज आंधी के कारणं बिजली के पोल और ट्रांसफार्म गिरने से विभाग को लाखों रुपये का नुकसान के साथ-साथ बिजली व्यवस्था भी ठप हो कर रह गई। जिसे बहाल करने के लिए विभाग के कर्मचारी पूरा दिन जद्दोजहद करते रहे। शाम तक शहर में दो फिडरों पर ही बिजली व्यवस्था बहाल हो पाई थी जबकि गावों स्थिति अभी भी
सामान्य नहीं हुई थी। बिजली बंद होने के कारण शहर में पेयजल सप्लाई नहीं की गई। जिससे पेयजल को लेकर भी शहरवासियों को दो चार होना पड़ा। बिजली विभाग के महाप्रबंधक बी के रंजन ने बताया कि चौटाला में करीब 70 कालांवाली में 150 और डबवाली क्षेत्र में करीब 80 बिजली के पोल टूट कर गिर गये वहीं उबवाली डिविजन में 15 ट्रांसफार्मों को भी क्षति पहुंची है। विभाग के कर्मचारी बिजली व्यवस्था को बहाल करने में जुटे हुए है। विभाग को करीब 10 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।बिजली गिरने से दो मरे:
निकटवर्ती गांव पंजावा में बीती रात आसमानी बिजली गिरने से दो किसानों की मौत हो गई। जिनमें एक की पहचान गुरनाम सिंह पुत्र सुरजीत सिंह तथा दूसरे की पहचान बलविंद्र सिंह पुत्र बलबीर सिंह के रुप में की गई है। बलविंद्र सिंह सुबह अपने खेत में मृत पाया गया उसका शरीर बिजली के कारण जला हुआ मिला। वहीं गुरनाम सिंह उस समय आसमानी बिजली की चपेट में आ गया जब वह अपने मोटरसाइकिल पर घर की ओर जा रहा था उसे गंभीर अवस्था में बठिंडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर जखमों का ताप न सहते हुए उसने दम तोड़ दिया।
छत गिरने से तीन घायल
पंजाब जलघर के पास तेज आंधी और बरसात के कारण एक मकान की छत गिरने से एक महिला व उसके दो बच्चों सहित तीन जने घायल हो गये। घायल महिला सुनीता पत्नी सिकंदर कुमार उसका पुत्र कालिया व गुला को डबवाली के सिविल अस्पताल में दािखल करवाया गया।
माईनर में दरार 15 एकड़ फसल डूबी
ढाणी सिंगेवाला के पास
मिठड़ी माईनर में करीब 10 फुट लंबी दरार आ जाने से किसान बेअत सिंह और रूपेंद्र सिंह के खेत में बने दो नलकूप सहित 15 एकड़ में खड़ी फसल डूब जाने से करीब दो लाख रुपये का नुकसान हो गया। गांव पंच काका सिंह ने बताया कि दरार आने के बाद माईनर का पानी खेतों में घुस गया और उसके बाद ढाणी में बने घरो की ओर रुख कर लिया। उन्होंने बताया कि ढाणी के लोगों ने गांव शेरगढ़ से दो जेबीसी मंगवा कर 6 घंटे की मुशक्कत के बाद दरार को पाटा।
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