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शनिवार, 21 मई 2011
कलयुगी बेटे ने माँ को मौत के घाट उतारा
डबवाली-नशा इन्सान को इस कदर पागल बना देता है कि वह अपने रिश्ते नाते सब भूल जाता है कुछ इसी तरह ही अपनें रिश्तों का कत्ल करते हुए े उपमण्डल के गांव मलिकपुरा में शराब के नशे में चूर एक व्यक्ति ने अपनी जन्म देने वाली माँ को ही मौत के घाट उतार दिया। इस घटना से आहत उसने अपने आप को जलाने का प्रयास भी किया लेकिन लोगों की मदद के कारण वह सिरे नहीं चढ़ पाया। पुलिस ने इस मा
मले में आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर गिरफतार किया है। हत्या के आरोपी गांव मलिकपुरा निवासी बोहड़ सिंह के चचेरे भाई लीला सिंह ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि गांव में चौकीदार का काम करने वाला बोहड़ सिंह शराब का आदि होने के कारण उसका अपनी पत्नी सिमरजीत कौर से भी पिछले काफी समय से मन मुटाव था। जिसके चलते वह अपने बच्चों के साथ 11 वर्ष तक मायके में रह रही थी। लेकिन करीब दो वर्ष पहले वह उसे मनाकर ले आया था। लेकिन दो दिन पहले सिमरजीत फसलों का काम निपटा कर बच्चों के साथ वह अपने मायके गई हुई थी और घर में बोहड़ सिंह व उसकी 65 वर्षीय माता दान कौर ही रह गये थे। कल दान कौर को उसकी बुढ़ापे की पैंशन मिली थी। रात के समय जब बोहड़ सिंह शराब के नशे में था तो उसने अपनी मां से शराब के लिये और रूपयों की मांग की। लेकिन दान कौर ने रूपये देने से इंकर कर दिया। जिससेे गुस्से में आकर बोहड़ सिंह ने वहां पड़ी कस्सी का वार अपनी मां पर कर दिया और उसकी मौत हो गई। प्रात: के समय शराब का नशा उतरने पर जब बोहड़़ ंिसह ने घर के आंगन अपनी मां की लाश देखी तो वह अपने आप पर काबू नहीं रख सका और उसने अपने आप को आग लगाकर जलाने का प्रयास किया लेकिन आसपास के लोगों को इसका पता चलने पर उन्होंने तुरंत आग पर काबू पाते हुए उसे जलने से बचाया। पड़ौसियों द्वारा इस घटना की सूचना पुलिस थाना औढां को दी सूचना मिलते ही औढां पुलिस के प्रभारी हीरा सिंह अपनी पुलिस दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचें और शव को अपने कब्जे में लेकर अवश्यक कार्यवाही उपरांत शव को पोस्टमार्टम के लिए सिरसा के राजकीय अस्पताल में ले गए। औढां थाने के प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि मृतिका के नजदीकी रिश्तेदार लीलासिंह के ब्यान पर आरोपी बोहड सिंह के खिलाफ आईपीसी के धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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