डबवाली- शहर में हुई हलकी बरसात कहीं राहत तो कही आफत लेकर आई। बरसात होने के कारण शहर में जगह-जगह जलभरा
व के कारण आवागमन काफी प्रभावित रहा और कई जगह ठप सीवरेज व्यवस्था का दंश लोगों के लिए भारी परेशानी बना रहा। शहर का बस स्टैंड परिसर तालाब में तबदील हो गया। जहां देखों वहीं पानी जमा है। रोडवेज प्रबंधन द्वारा बस स्टैंड परिसर से पानी
निकासी के दावे कोरे साबित हो रहे है क्योंकि बस स्टैंड परिसर से पानी निकासी करने के लिए रोडवेज प्रबंधन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है व बस बूथ तक पहुंचने के लिए यात्रियों को पानी का दरिया पार करना पड़ता है। बासात के कारण शहर के अन्य निचले इलाकों में भी जल भराव हो गया।
उधर, बरसात होने से शहर के मुख्य बठिंडा चौक में भी जल भराव हो गया। जिससे यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पानी जमा होने के कारण चौक से पैदल राहगीरों का गुजरना भी मुशिकल हो गया है चौक पर स्थित दुकानदारों का कहना है कि उन्हें हर बार बरसात होने पर ऐसी ही परेशानी से गुजरना पड़ता है क्योंकि सरकार द्वारा बरसाती पानी की निकासी के लिए कोई प्रबंध नहीं किया गया है। जिस कारण बरसात का पानी उनकी दुकानों के आगे जमा हो जाता है और इस पानी के कारण उनकी दुकान पर कोई ग्राहक नहीं पहुंच पाता। दुकानदारों का कहना है कि वह इस बारे में कई बार संबंधित विभाग से शिकायत भी कर चुके है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि जीटी रोड से पानी निकासी का स्थाई हल किया जाए ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।
व के कारण आवागमन काफी प्रभावित रहा और कई जगह ठप सीवरेज व्यवस्था का दंश लोगों के लिए भारी परेशानी बना रहा। शहर का बस स्टैंड परिसर तालाब में तबदील हो गया। जहां देखों वहीं पानी जमा है। रोडवेज प्रबंधन द्वारा बस स्टैंड परिसर से पानी
निकासी के दावे कोरे साबित हो रहे है क्योंकि बस स्टैंड परिसर से पानी निकासी करने के लिए रोडवेज प्रबंधन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है व बस बूथ तक पहुंचने के लिए यात्रियों को पानी का दरिया पार करना पड़ता है। बासात के कारण शहर के अन्य निचले इलाकों में भी जल भराव हो गया।
उधर, गांव डबवाली के हाईवे पर स्थित दुकानों व घरों के लोगों को बरसात आने पर भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि सरकार द्वारा लाखों रूपए की धराशि खर्च कर बरसाती पानी की निकासी के लिए सड़क के दोनों और बनाए गए नालों का निर्माण न होने के कारण बरसाती पानी की निकासी सही ढंग से नही हो पाती है और पानी ज्यों का त्यों सड़क के किनारों पर खड़ा रहता है। थोडी-सी बरसात होने से दुकानों व घरों के आगे हाईवे पर पानी एकत्रित हो जाता है और सड़क एक जोहड़ के समान नजर आती है। लोगो ने बताया कि ये नाले 3 फीट चौड़े व 3 फीट गहरे है। इन नालों के आपसी सम्पर्क के लिए हाईवे को तोड़कर बीच मे से एक नाला बनाया गया था जिसको बाद मे कुछ मैटिरियल डालकर उसका लेवल कर दिया गया था। लेकिन इस मैटिरियल में भी कोताही बरतने के कारण हाईवे पर एक गहरी खाई बनती जा रही है जो किसी भी समय किसी बडे हादसे को न्योता दे सकती है। लोगों ने अपनी इस परेशानी का जिम्मेवार सम्बंधित विभाग को ठहराया जिसने अपने कार्य में लापरवाही की है। लोगों ने प्रशासन से मांग कि है कि जल्दी ही उनकी इस समस्या का समाधान किया जाए ताकि वह इन समस्यों से निजात पा सके।
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