

हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार धन कुबेरों में महाभारत हो रही है। सभी प्रमुख दलों ने टिकट वितरण में करोड़पतियों को दिल खोलकर टिकट बांटे हैं। सबसे अधिक धनकुबेर कांग्रेस में हैं। कांग्रेस के 90 प्रत्याशियों में से 72 करोड़पति हैं और यह कुल उम्मीदवारों का 80 फीसदी है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए दायर हलफनामों में 251 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इनमें इनेलो के 56 प्रत्याशी, हजकां के 44 प्रत्याशी, भाजपा के 41 प्रत्याशी, बीएसपी के 29 प्रत्याशी, अकाली दल के दो प्रत्याशी और समाजवादी पार्टी का एक प्रत्याशी करोड़पति है। फरीदाबाद के 21 प्रत्याशी, गुड़गांव व हिसार के 18-18 प्रत्याशी, भिवानी के 16 प्रत्याशी, करनाल के 15 प्रत्याशी, महेंद्रगढ़ व सिरसा के 14-14 प्रत्याशी, सोनीपत, झज्जर, कुरुक्षेत्र के 13-13 प्रत्याशी, रेवाड़ी, अंबाला व यमुनानगर के 12-12 प्रत्याशी, जींद व कैथल के 11-11 प्रत्याशी, पानीपत, पंचकूला व रोहतक के 9-9 प्रत्याशी और फतेहाबाद के 8 प्रत्याशी करोड़पति हैं। प्रमुख सियासी पार्टियों की औसत जायदाद की बात करेंगे तो कांग्रेस के प्रत्याशियों की औसत जायदाद पांच करोड़, इनेलो व हजकां के प्रत्याशियों की तीन करोड़, भाजपा के प्रत्याशियों की जायदाद दो करोड़ है। एक तरफ जहां चुनाव में करोड़पतियों की भरमार है वहीं पर ऐसी प्रत्याशी भी हैं गुजारे लायक धन भी नहीं है। पानीपत जिला की इसराना सीट से समस्त भारतीय पार्टी के प्रत्याशी राम निवास के पास कोई भी चल या अचल संपति नहीं है। पृथला सीट से हजकां प्रत्याशी निर्मला पांचाल के पास केवल 1500 रुपये, नरवाना सीट पर सीपीआई प्रत्याशी सतपाल सरोहा के पास 2500 रुपये, गुहला सीट पर एनसीपी प्रत्याशी रोशन के पास 10 हजार रुपये और लोहारू सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी सुधा राम के पास महज 25 हजार रुपये हैं। इन सभी प्रत्याशियों के पास कोई अचल संपत्ति नहीं है।
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