
अगले पांच साल किस राजनीतिक दल की सरकार होगी, हरियाणा के मतदाताओं ने अपना फैसला दे दिया है। लगभग एक माह की गहमागहमी के बाद विधानसभा चुनाव के लिए आज मंगलवार को वोट पड़ गए। प्रदेशभर में लगभग 69.40 प्रतिशत मतदान हुआ। सर्वाधिक 85 प्रतिशत मतदान रानियां विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में रिकार्ड किया गया जबकि न्यूनतम मतदान खरखौदा निर्वाचन क्षेत्र में 54 प्रतिशत रहा। मतदाताओं ने 90 विधानसभा सीटों के लिए 1222 प्रत्याशियों और प्रमुख सियासी पार्टियों कांग्रेस, इनेलो, हजकां, बीजेपी और बसपा का भविष्य तय कर दिया है। किसके भाग्य में जीत है और किसके भाग्य में हार, यह फैसला 22 अक्टूबर को मतगणना के दिन सामने आएगा। जिन प्रत्याशियों का भविष्य वोटिंग मशीन में कैद हुआ है, उनमें गढ़ी सांपला सीट से मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, उचाना व ऐलनाबाद से इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला, आदमपुर से हजकां के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई, मुलाना सीट से कांग्रेस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना व बीएसपी के अध्यक्ष प्रकाश भारती, तिगांव सीट से बीजेपी के अध्यक्ष कृष्णपाल गुज्जर, गन्नौर से कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, बेरी से विधानसभा स्पीकर रघुबीर सिंह कादियान, उचाना से वित्तमंत्री बीरेंद्र सिंह, कैथल से बिजली मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला, रेवाड़ी से सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, तोशाम से खेल मंत्री किरण चौधरी और मंडी डबवाली से इनेलो के राष्ट्रीय महासचिव अजय सिंह चौटाला शामिल हैं। राज्य में अब तक का सर्वाधिक मतदान 1967 में 72.65 प्रतिशत हुआ था। 1987 में 71.24 प्रतिशत, 1996 में 70.54 प्रतिशत व 1972 में 70.46 प्रतिशत रिकार्ड किया गया। इसी तरह 1968 के आम चुनावों में राज्य में 57.26 प्रतिशत न्यूनतम मतदान हुआ। जबकि वर्ष 1977 में 64.46 प्रतिशत, 1991 में 65.86 प्रतिशत, 2000 में 69.01 प्रतिशत व 1982 में 69.87 प्रतिशत।
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