
अलग तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी मिलने के एक दिन बाद ही इसके विरोध में स्वर उभरने लगे हैं। इसके विरोध में आंध्र प्रदेश विधानसभा के 60 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। ये विधायक कांग्रेस, तेलुगूदेशम पार्टी व प्रजा राज्यम पार्टी के हैं।
जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है वे सभी तटीय क्षेत्र रायलसीमा से संबंध रखते हैं। हालांकि अभी विधानसभा अध्यक्ष ने इनके इस्तीफे मंजूर नहीं किए हैं।
उल्लखनीय है कि 294 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 158 सदस्य हैं और बहुमत संख्या से सिर्फ 10 सीट ही कांग्रेस के पास अधिक हैं। ऐसे में आंध्र प्रदेश की कांग्रसे सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
विधायकों ने अलग तेलंगाना राज्य के गठन को केंद्र द्वारा दिए गए मंजूरी का भारी विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस के विधायक पी वेंकटरमैया ने कहा कि केंद्र का यह निर्णय बहुत ही कष्टदायक हैं। उन्होंने कहा कि लाखों लोग रोजी-रोटी की तलाश में हैदराबाद आए हैं। अगर अलग राज्य बनता है तो उनके भविष्य का क्या होगा।
तेलुगूदेशम पार्टी के पी रघुनाथ रेड्डी ने कहा कि उन्होंने इसलिए इस्तीफा दिया है क्योंकि कांग्रेस ने यह फैसला सबपर थोंपा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें