लंदन, एजेंसी चीन के पुरातत्वविदों ने एक मकबरे को खोज निकाला है जिस
के बारे माना जाता है कि तीसरी शताब्दी के दौरान चीन के उत्तरी क्षेत्र के बदनाम शासक रहे काओ काओ को इसी में दफन किया गया था। आठ हजार वर्ग फुट क्षेत्र में फैला यह मकबरा शिगाओक्जुए में मिला है। इसमें 130 फुट का गलियारा है जो एक भूमिगत परिसर की ओर जाता है। शिगाओक्जुए मध्य हेनान प्रांत में स्थित पुरातन काल की राजधानी रहे अनयांग के निकट बसा एक गांव है।
इतिहासविदों के अनुसार, काओ एक धूर्त शासक था जिसकी सैन्य और राजनीतिक क्षमता असाधारण थी। इसी क्षमता के चलते वह उत्तरी चीन में 208 से 280 ईसवी के बीच एक मजबूत और काफी संपन्न राज्य का निर्माण करने में कामयाब रहा।
पुरातत्वविदों ने कहा कि उन्होंने दिसंबर 2008 में खोजे गये एक मकबरे से तीन कंकाल बरामद किये हैं। माना जाता है कि ये काओ, उसकी पत्नी और एक नौकर के हैं। इस मकबरे का तब पता चला जब मजदूर ईंट बनाने के लिये मिट्टी खोद रहे थे। द डेली मेल ने खबर दी कि अधिकारियों को यह मकबरा काओ का होने की बात हाल ही में तब पता चली जब उन्होंने मकबरे के निकट रहने वालों से चुराये गये किंग वू ऑफ वेई के शिलालेख को जब्त किया।

इतिहासविदों के अनुसार, काओ एक धूर्त शासक था जिसकी सैन्य और राजनीतिक क्षमता असाधारण थी। इसी क्षमता के चलते वह उत्तरी चीन में 208 से 280 ईसवी के बीच एक मजबूत और काफी संपन्न राज्य का निर्माण करने में कामयाब रहा।
पुरातत्वविदों ने कहा कि उन्होंने दिसंबर 2008 में खोजे गये एक मकबरे से तीन कंकाल बरामद किये हैं। माना जाता है कि ये काओ, उसकी पत्नी और एक नौकर के हैं। इस मकबरे का तब पता चला जब मजदूर ईंट बनाने के लिये मिट्टी खोद रहे थे। द डेली मेल ने खबर दी कि अधिकारियों को यह मकबरा काओ का होने की बात हाल ही में तब पता चली जब उन्होंने मकबरे के निकट रहने वालों से चुराये गये किंग वू ऑफ वेई के शिलालेख को जब्त किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें