डबवाली-स्थानीय मन्दिरों में जन्माष्टमी का पर्व आगामी माह की 1 तारीख को मनाया जाऐगा। यह जानकारी देते हुए ब्राह्मण सभा के सचिव मोहन लाल शास्त्री ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन अष्टमी तिथि की अद्र्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र का होना आवश्यक है। इस बार यह योग 1 सितम्बर 2010 को आ रहा है। उन्होंने बताया कि 1 सितम्बर बुधवार के दिन सप्तमी तिथि प्रात: 10 बज कर 50 मिनट तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि प्रारम्भ हो जाऐगी। श्री शास्त्री ने बताया कि 2 सितम्बर को कृतिका नक्षत्र दोपहर 1 बज कर 19 मिनट तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र प्रारम्भ हो जाऐगा। जो दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार जन्माष्टमी का पावन पर्व 1 सितम्बर को मनाया जाना ही श्रेयस्कर है।
Young Flame Headline Animator
बुधवार, 25 अगस्त 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें