आम लोगों को नहीं मिली आम बजट से कोई राहत, घर में रोटी पकानी भी हो जाएगी अब मुश्किल
महंगाई से
निजात दिलाने के लिए कुछ नहीं कर पाए वित् मंत्री
करनाल (अनिल लाम्बा) : केंद्र की कांग्रेस सरकार आम लोगों के प्रति कितनी गंभीर है , शायद यह देश की जनता को अब पता लग गया होगा क्योंकि रेल और आम बजट ने कांग्रेस के खेल को पूरी तरह से ओपन कर दिया है कांग्रेस क्या चहाती है और वह देश की जनता को क्या देना चहाती है , यह भी कांग्रेस ने पेश किये गए दोनों बजटों के दौरान बता दिया है दरअसल कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उस समय सता हासिल की , जब उसने किसान और गरीब की बात की लेकिन जब सता हासिल हुई तो कांग्रेस आम और गरीबों का साथ छोड़कर पूंजीपतियों के साथ खड़ी हो गई कांग्रेस के चुनावी घोषना पत्र में भले ही गरीबों की बात की जाए , लेकिन भानुमती के कुनबे से जोड़ी गई यह सरकार अब अपने-अपने फायदे देखने में जुटी है रेल बजट के दौरान जिस तरह रेल मंत्री ने अपना पश्चिम बंगाल के प्रति प्रेम दिखाया , उससे साफ़ जाहिर है क़ि ममता को देश क़ी फिक्र कम बल्कि अपने राज्य में मुख्यमंत्री बनने क़ी चिंता ज्यादा है शायद यही वजह है क़ि रेल बजट में उन्होंने सबसे ज्यादा फायदा अपने ही राज्य को पहुँचाने में किया है हालांकि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने उन्हें टोका भी लेकिन उन्होंने उन्हें यह कहकर चुप करवा दिया क़ि जब आप रेल मंत्री थे तो आपने भी ऐसा ही किया था मतलब साफ़ है क़ि रेल मंत्री को देश क़ि जनता से डर कतई नहीं है यदि उन्हें डर है तो पश्चिम बंगाल क़ी जनता से है , जहां पर वह अपना वर्चस्व मुख्यमंत्री के तौर पर कायम करना चहाती हैं हरियाणा में वैसे तो दस सांसद हैं मगर इनमे से नौ सांसद अकेले कांग्रेस पार्टी के हैं मगर इन नौ क़ी क्या मजाल क़ि सोनिया गांधी क़ि मर्जी के बिना यह संसद में कुछ बोल जाएं हरियाणा में रेल मंत्रालय से भले ही कुछ न मिला हो लेकिन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रेल बजट से बहुत खुश थे शायद यह सांसद अब भूल गए हैं क़ि अगली दफा फिर इन्हें अपने क्षेत्र में क्षेत्र क़ी जनता से वोट मांगने भी जाना है रही बात आम बजट क़ी तो वित् मंत्री प्रणब मुखर्जी ने यह साबित कर दिया है क़ि कांग्रेस देश में जिस दौ वर्ग को कायम करने के लिए जद्दौजहद कर रही है उसे कांग्रेस कायम करने में जुटी है
आम बजट में कांग्रेस ने एक बात साफ़ कर दी है क़ि आने वाले दिनों में गरीब और गरीब होगा और अमीर और अमीर जबकि आम आदमी का क्या होगा , यह न तो कांग्रेस जानना चहाती है और ना ही कुछ करना चहाती है सब्सिडी में कैश क़ी बात कर यह बात भी साफ़ हो गई है क़ि अब मिट्टी का तेल केवल उन लोगों को मिलने वाला है जो गरीबी रेखा से नीचे का जीवन यापन करते हैं , जबकि आम लोगों को अभी पता नहीं है क़ि बजट में जो रूपरेखा तैयार क़ी गई है , उसके तहत आने वाले दिनों में रसोई में जलने वाला सिलेंडर कम से कम बारह सौ रुपये में लोगों को मिलेगा बाद में इसकी सब्सिडी कैसे और कब मिलेगी , यह खुलासा पूरी तरह से बजट में नहीं किया गया बहरहाल रेल और आम बजट कांग्रेस क़ी पोल खोलकर रख दी है जिससे कांग्रेस का असली चेहरा भी सामने आ गया है देश क़ी जनता को चाहिए क़ी वह मिस्त्र और लीबिया के लोगों क़ी तरह सोचे और सड़कों पर उतरे , तभी यह निकमी सरकार भागेगी वरना सता क़ी कुर्सी पर चिपके यह नेता एक दिन आम आदमी से जीने का अधिकार भी छीन लेंगे
नोट :-खबर में परगट किये गए विचार लेखक के खुद के है -डबवाली न्यूज़ या सम्पादक का इन विचारो से सहमत होना कोई जरूरी नहीं है
महंगाई से

करनाल (अनिल लाम्बा) : केंद्र की कांग्रेस सरकार आम लोगों के प्रति कितनी गंभीर है , शायद यह देश की जनता को अब पता लग गया होगा क्योंकि रेल और आम बजट ने कांग्रेस के खेल को पूरी तरह से ओपन कर दिया है कांग्रेस क्या चहाती है और वह देश की जनता को क्या देना चहाती है , यह भी कांग्रेस ने पेश किये गए दोनों बजटों के दौरान बता दिया है दरअसल कांग्रेस पार्टी ने हमेशा उस समय सता हासिल की , जब उसने किसान और गरीब की बात की लेकिन जब सता हासिल हुई तो कांग्रेस आम और गरीबों का साथ छोड़कर पूंजीपतियों के साथ खड़ी हो गई कांग्रेस के चुनावी घोषना पत्र में भले ही गरीबों की बात की जाए , लेकिन भानुमती के कुनबे से जोड़ी गई यह सरकार अब अपने-अपने फायदे देखने में जुटी है रेल बजट के दौरान जिस तरह रेल मंत्री ने अपना पश्चिम बंगाल के प्रति प्रेम दिखाया , उससे साफ़ जाहिर है क़ि ममता को देश क़ी फिक्र कम बल्कि अपने राज्य में मुख्यमंत्री बनने क़ी चिंता ज्यादा है शायद यही वजह है क़ि रेल बजट में उन्होंने सबसे ज्यादा फायदा अपने ही राज्य को पहुँचाने में किया है हालांकि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने उन्हें टोका भी लेकिन उन्होंने उन्हें यह कहकर चुप करवा दिया क़ि जब आप रेल मंत्री थे तो आपने भी ऐसा ही किया था मतलब साफ़ है क़ि रेल मंत्री को देश क़ि जनता से डर कतई नहीं है यदि उन्हें डर है तो पश्चिम बंगाल क़ी जनता से है , जहां पर वह अपना वर्चस्व मुख्यमंत्री के तौर पर कायम करना चहाती हैं हरियाणा में वैसे तो दस सांसद हैं मगर इनमे से नौ सांसद अकेले कांग्रेस पार्टी के हैं मगर इन नौ क़ी क्या मजाल क़ि सोनिया गांधी क़ि मर्जी के बिना यह संसद में कुछ बोल जाएं हरियाणा में रेल मंत्रालय से भले ही कुछ न मिला हो लेकिन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रेल बजट से बहुत खुश थे शायद यह सांसद अब भूल गए हैं क़ि अगली दफा फिर इन्हें अपने क्षेत्र में क्षेत्र क़ी जनता से वोट मांगने भी जाना है रही बात आम बजट क़ी तो वित् मंत्री प्रणब मुखर्जी ने यह साबित कर दिया है क़ि कांग्रेस देश में जिस दौ वर्ग को कायम करने के लिए जद्दौजहद कर रही है उसे कांग्रेस कायम करने में जुटी है
आम बजट में कांग्रेस ने एक बात साफ़ कर दी है क़ि आने वाले दिनों में गरीब और गरीब होगा और अमीर और अमीर जबकि आम आदमी का क्या होगा , यह न तो कांग्रेस जानना चहाती है और ना ही कुछ करना चहाती है सब्सिडी में कैश क़ी बात कर यह बात भी साफ़ हो गई है क़ि अब मिट्टी का तेल केवल उन लोगों को मिलने वाला है जो गरीबी रेखा से नीचे का जीवन यापन करते हैं , जबकि आम लोगों को अभी पता नहीं है क़ि बजट में जो रूपरेखा तैयार क़ी गई है , उसके तहत आने वाले दिनों में रसोई में जलने वाला सिलेंडर कम से कम बारह सौ रुपये में लोगों को मिलेगा बाद में इसकी सब्सिडी कैसे और कब मिलेगी , यह खुलासा पूरी तरह से बजट में नहीं किया गया बहरहाल रेल और आम बजट कांग्रेस क़ी पोल खोलकर रख दी है जिससे कांग्रेस का असली चेहरा भी सामने आ गया है देश क़ी जनता को चाहिए क़ी वह मिस्त्र और लीबिया के लोगों क़ी तरह सोचे और सड़कों पर उतरे , तभी यह निकमी सरकार भागेगी वरना सता क़ी कुर्सी पर चिपके यह नेता एक दिन आम आदमी से जीने का अधिकार भी छीन लेंगे
नोट :-खबर में परगट किये गए विचार लेखक के खुद के है -डबवाली न्यूज़ या सम्पादक का इन विचारो से सहमत होना कोई जरूरी नहीं है
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