गिल्लाखेड़ा व उपायुक्त ने दिए आदेश शराब ठेका हो गांव से बाहर
बिज्जूवाली( हेमराज बिरट )। गांव बिज्जूवाली में बने शराब ठेके के कारण ग्रामिणों को हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। बिज्जूवाली में गांव की आबादी के बीच बने शराब ठेके को लेकर ग्रामीण मुखर हो गए थे। उन्होंने इस शराब ठेके को लेकर कड़ी आपती जताई जबकि ग्राम पंचायत ने बीते कई दिनों पूर्व भी जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में उक्त शराब ठेके को लेकर मुख्य संसदीय सचिव को पत्र सौंपा था, जिसमें उन्होंने इसे गांव की आबादी से दूर किसी अन्य स्थान पर स्थापित करने की मांग की थी संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा के आदेशानुसार बीते 1 अप्रैल को आबकारी कराधान विभाग से अधिकारी मौके पर पहुंचे जिन्होंने ग्राम सरपंच राजाराम बिरट व अन्य लोगों से जानकारी ली। वहीं बीते दिन सिरसा में हुई बैठक में संसदीय सचिव प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा व उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने गांव बिज्जूवाली में बने इस शराब ठेके को गांव की आबादी से बाहर करने के आदेश दे दिए हैं। गिल्लाखेड़ा व उपायुक्त का बिज्जूवाली के ग्रामिणों ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे इस शराब ठेके को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे थे, आखिर में उनको कामयाबी मिल ही गई। गौरतलब है कि इस ठेके के कारण यहां पर हर रोज शराबी लोग शराब पीकर हुलड़बाजी करते थे तथा गाली गलोच करते रहते हैं, जिस कारण लोगों को न केवल भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, यहां से गुजरना भी खतरे से खाली नहीं था। ग्रामिणों का कहना है कि शराब ठेके का गांव की आबादी के बीच में होने से उनके बच्चों पर उसका बुरा प्रभाव पड़ रहा था। ग्रामिणों ने बीते दिनों कड़े शब्दों में चेतावनी दी थी कि अगर ये शराब ठेका यहां से नहीं हटाया गया तो उनको रोड़ जाम करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें