डबवाली(यंग फ्लेम)पत्नी की बेवफाई में जहरीला पदार्थ निगलने वाले युवक सोमनाथ ने शनिवार को यहां एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं घर से गई लक्ष्मी देवी भी तीन दिन के बाद वापिस घर लौट आई। पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्यवाही करते हुए शव के पोस्टमार्टम के उपरांत उसके परिजनों को सौंप दिये है। वार्ड 6 कबीर बस्ती निवासी सोमनाथ के 12 वर्षीय पुत्र अजय कुमार ने बताया कि उसकी मां लक्ष्मी देवी बुधवार को बस्ती के ही एक युवक के साथ कहीं चली गई और उसकी दो छोटी बहनें सपना व शिवानी को भी साथ ले गई। जब उसने उनका पीछा किया तो उसकी माता लक्ष्मी देवी ने उसे मारपीट करके वापिस भगा दिया। तो उसने घर आकर सारी बात अपने पिता सोमनाथ को बताई तो उन्होंने लक्ष्मी देवी को तलाश करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें उसका कोई भी सुराग नहीं मिला।
मृतक के बेटे अजय ने बताया कि जब दो दिन लगातार उसकी माता जगह-जगह तलाश करने के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो उसके पिता सोमनाथ ने शुक्रवार प्रात: कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया। जब उसके पिता ने उसे जहर निगलने की बात कही तो उसने तुरंत आस पडौस व अपनी मौसी कृष्णा देवी को बताया उन्होंने उसके पिता सोमनाथ को तुरंत डबवाली के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन उसके परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए डबवाली के ही एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां पर उसने शनिवार को दम तोड़ दिया।उधर, लक्ष्मी देवी की तलाश कर रहे सोमनाथ के बहनोई सुखवीर की नजर थाना शहर के समीप खड़ी लक्ष्मी पर पड़ी तो वह उसे घर ले आया। जब लक्ष्मी देवी से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि वह बठिंडा अपनी बुआ से मिलने गई थी और उसके बाद वह अपने मायके फाजिल्का चली गई थी लेकिन लक्ष्मी देवी की बड़ी बहन जो कि मृतक सोमनाथ के बड़े भाई मंगत राम कि पत्नी भी है, ने बताया कि उसने अपनी मां से फाजिल्का में फोन पर लक्ष्मी देवी के बारे में पूछा था और उसकी मां ने बताया कि वह यहां नहीं पहुंची है। थाना शहर पुलिस के सहायक निरिक्षक मंदरूप सिंह ने बताया कि मृतक के भाई मंगत राम व बलबीर के ब्यान दर्ज कर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें