डबवाली (बलबीर लखौत्रा) गांव खुइया मलकाना के पास भाखड़ा नहर पर क्षतिग्रस्त पुल हादसों को दावत दे रहा है। पुल की रेलिंग पूरी तरह से टूट चुकी है, इसके बावजूद प्रशासन
की ओर से पुल को ठीक नहीं कराया जा रहा है जिससे लगता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। डबवाली के गांव खुईयां मलकाना के पास से भाखड़ा नहर गुजरती है। गांव खुईयां मलकाना के पास एक पुल है जो कि विभिन्न गाँवों दीवानखेड़ा, मलिकपुरा, किंगरे, सावंतखेड़ा, चोरमार मिठडी, मठ आदि अनेक गांवों को लिंक रोड़ द्वारा एक दूसरे को जोड़ता है।
स्मरण रहे कि भाखड़ा का ये पुल कई गाँवों का मुख्य रस्ता है जिसके ऊपर से सैकड़ों वाहन दिन में गुजरते हैं। हैरानी की बात ये है कि पिछले कुछ दिनों से इस पुल की रैलिंग टूट कर नहर में गिरी हुई है। इससे साफ है कि कोई भी वाहन पुल से गिर सकता है। शायद ऐसा लगता है कि सम्बन्धित अधिकारी भी उस भयंकर समय का इंतजार कर रहे हैं जो कि किसी निर्दोष की जीवन लीला समाप्त करने वाला है। शायद यह सोचकर कि सभी यहां से गुरजने वालों को पता है कि रेलिंग टुटी हुई, इसके बावजूद यहां कोई सुरक्षा के लिए गट्टे आदि नहीं लगाए गए हैं। सोचने वाली बात है कि जरूरी नहीं प्रत्येक व्यक्ति जो इस पुल से वाहन लेकर गुजरता है उसे पुल के टूटा होने की खबर हो, इस कारण कभी भी कोई वाहन पुल से गिरकर हादसे का शिकार हो सकता है। इस बारे में सरपंच का कहना है कि पुल रिपेयर पंचायत के तहत नहीं आता है। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को कहा गया है। इस संबंध में जब एसडीएम मुनीश नागपाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस पुल की मुरम्मत संबंधित विभाग द्वारा जल्द ही करवा दी जाएगी ताकि इस मार्ग पर कोई बड़ा हादसा घटित न हो।
की ओर से पुल को ठीक नहीं कराया जा रहा है जिससे लगता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। डबवाली के गांव खुईयां मलकाना के पास से भाखड़ा नहर गुजरती है। गांव खुईयां मलकाना के पास एक पुल है जो कि विभिन्न गाँवों दीवानखेड़ा, मलिकपुरा, किंगरे, सावंतखेड़ा, चोरमार मिठडी, मठ आदि अनेक गांवों को लिंक रोड़ द्वारा एक दूसरे को जोड़ता है।
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